1- आज 5 जून को पर्यावरण दिवस के मौके पर पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किए जा रहे विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हिस्सा लेंगे। प्रोग्राम की थीम बेहतर पर्यावरण के लिए जैव ईंधन को बढ़ावा देना रखा गया है। इस मौके पर पीएम जैव इंधन को बढ़ावा देने के विषय पर कार्यक्रम को संबोधित करेंगे साथ ही भारत में साल 2020 से साल 2025 के दौरान इथेनॉल सम्मिश्रण से संबंधित रोडमैप के बारे में विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट जारी करेंगे और पुणे में तीन स्थानों पर ई-100 के वितरण स्टेशनों की एक पायलट परियोजना का शुभारंभ भी करेंगे।
2- भारत में मिला डबल म्यूटेंट वेरिएंट जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में डेल्टा नाम दिया है, वो सुपर इन्फेक्शियस है। इस बात का खुलासा भारत में कोरोना के वैरिएंट्स की स्टडी के लिए बने SARS-CoV-2 जीनोमिक कंसोर्टिया (INSACOG) और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) के वैज्ञानिकों ने किया है। वैज्ञानिकों ने अपनी स्टडी में ये दावा किया है कि भारत में फरवरी 2021 की शुरुआत में आई कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर इस वेरिएंट का प्रभाव थी, जिसके चलते भारत में 1 लाख 80 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई। आपको बता दें कि अभी तक यूके में मिले कोरोना वेरिएंट अल्फा को सबसे ज्यादा इन्फेक्शियस माना जा रहा था लेकिन वैज्ञानिकों ने अपनी स्टडी में पाया है कि भारत में मिला डेल्टा वैरिएंट उससे भी 50 फीसदी ज्यादा इंफेक्शियस है। महाराष्ट्र, दिल्ली और पश्चिम बंगाल में संक्रमण के मामलों आई तेजी के लिए यही वेरिएंट जिम्मेदार था, जो महाराष्ट्र में अक्टूबर 2020 में सामने आया था, अब तक विश्व के 50 देशों में इसकी पुष्टी हुई है। भारत में मिले इस डबल म्यूटेंट वैरिएंट पर फाइजर वैक्सीन 88 फीसदी और कोविशील्ड 60 फीसदी तक इफेक्टिव है।
3- अभी तक भारत में स्पूतनिक V के उत्पादन की परमिशन भारत में डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज को दी गई थी लेकिन अब कोवीशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, कोविशील्ड के साथ साथ स्पूतनिक V वैक्सीन भी बनाएगी। भारत में रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी बनाने के लिए सीरम ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से ट्रायल लाइसेंस की अनुमति मांगी थी जिसके बाद शुक्रवार को DCGI ने सीरम इंस्टीट्यूट को इसकी मंजूरी दे दी है। आपको बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट वैक्सीन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है, जो पोलियो वैक्सीन के साथ-साथ डिप्थीरिया, टिटनस, पर्ट्युसिस, HIV, BCG, आर-हैपेटाइटिस बी, खसरा, मम्प्स और रूबेला के टीके भी बनाती है, और अब यहीं कंपनी कोरोना वैक्सीन की बड़े स्तर पर आपूर्ति करा रही है। एक आंकड़े के मुताबिक, दुनिया के 60% बच्चों को सीरम की कोई न कोई वैक्सीन जरूर लगी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन से मान्यता प्राप्त इस कंपनी की वैक्सीन 170 देशों में सप्लाई होती हैं।
4- कोरोना संक्रमण से बचाव का सबसे कारगर हथियार है वैक्सीन, यदि इस महामारी को काबू करना है और संक्रमण की चेन को तोड़ना है तो जरूरी है कि जल्द से जल्द लोग वैक्सीनेशन करवाएं। हालांकि ज्यादातर लोगों में कोविड वैक्सीन को लेकर भ्रम है लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के थमते प्रकोप के बीच वैकेसीन को लेकर एक सकारात्म खबर आई है, जिसमें कहा गया है कि एम्स दिल्ली द्वारा अप्रैल-मई के दौरान, जब कोरोना की दूसरी लहर पीक पर थी उस वक्त की गई एक स्टडी में ये दावा किया गया है कि वैक्सीन लेने के बाद कोरोना से एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। वहीं एक अमेरिकी रिसर्च में ये भी पाया गया है कि वैक्सीन ले चुके लोग कोविड पॉजिटिव होने के बाद भी ज्यादातर बिना अस्पताल जाए घर पर ही ठीक हो जाते हैं, और बहुत कम लोगों को गंभीर लक्षणों के बाद अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आती है लेकिन दोनों ही कंडीशन में किसी की मौत नहीं हुई।
5- एक तरफ देश वैक्सीन की कमी की किल्लत का सामना कर रहा है, कई राज्यों में वैक्सीन की कमी के चलते वैक्सीनेशन प्रोग्राम धीमा पड़ गया है लेकिन ठीक इसके उलट वैक्सीन की बर्बादी के मामले भी सामने आ रहे हैं। इसी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सख्त रुख अपनाते हुए शुक्रवार को वैक्सीन की स्थिति पर एक उच्चस्तरीय बैठक की। जिसमें राजनाथ सिंह, अमित शाह, डॉ. हर्षवर्धन, और प्रकाश जावड़ेकर समेत कई बड़े मंत्री और अधिकारी शामिल रहे। इसी मीटिंग में पीएम ने वैक्सीन की बर्बादी को रोकने के सख्त निर्देश दिए। उन्होने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में हर एक वैक्सीन मायने रखती है। वैक्सीन की जितनी बर्बादी होगी, उसका मतलब होगा कि उतने लोगों ने अपना डोज गंवा दिया। यही कारण है कि हमें हर एक बर्बादी को रोकना होगा।
6- कोरोना महामारी के बीच देश के अलग अलग हिस्सों से ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं जहां लोग संक्रमण से बचाव और महामारी के प्रभाव को खत्म करने के लिए पूजा पाठ और हवन आदि करते नजर आ रहे हैं, ऐसी ही खबरों के बीच उत्तर प्रदेश के मथुरा से भारतीय जनता पार्टी की सांसद और एक्ट्रेस हेमा मालिनी ने भी लोगों से कोरोना महामारी को हराने के लिए अपने घरों में रोजाना हवन करने की अपील की है। शुक्रवार को हेमा मालिनी के जारी हुए इस वीडियो में लोगों को कोरोना महामारी को हराने का संदेश देती नजर आ रही हैं। वायरल हो रहे इस वीडियो में हेमा मालिनी कह रही हैं कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सभी ब्रजवासी घरों में रहकर पूरे परिवार के साथ हवन करें। उन्होंने कहा, प्राचीन काल से ही भारत मे हवन करने की प्रथा को लाभदायक और नकारात्मक शक्तियों को शुद्ध करने का उपाय माना गया हैं। आज पूरा विश्व महामारी और पर्यावरण के संकट को झेल रहा हैं, ऐसे में पर्यावरण दिवस पर ही नहीं, बल्कि जब तक इस महामारी का अंत न हो जाए तब तक हर दिन हवन करें।