1- कोरोना संक्रमण के रोजाना आने वाले मामले अब धीरे-धीरे कम होते नजर आ रहे हैं। कल देश में 24 घंटे में 1 लाख 65 हजार से ज्यादा नए संक्रमितों की पुष्टि हुई और इस दौरान संक्रमण के चलते 3460 लोगो ने दम तोड़ा। राहत की बात ये है कि संक्रमण के घटते मामलों के साथ-साथ रिकवरी रेट भी बढ़ रहा है, 24 घंटे में देशभर में 2 लाख 73 हजार से ज्यादा मरीजों ने संक्रमण को हराया। राजधानी दिल्ली में 1 हजार 141 नए संक्रमित मिले और 139 लोगों की मौत हुई। वहीं महाराष्ट्र में 20 हजार 740 नए मामले सामने आए और इस दौरान 424 लोगों ने अपनी जान गंवाई। उत्तर प्रदेश में भी संक्रमण के मामलों में कमी देखी जा रही है, राज्यभर में कल 2 हजार 402 नए मामले मिले और 159 लोगों की मौत हुई। तमिलनाडु, केरल आन्ध्र प्रदेश जैसे राज्यों में नए संक्रमितों की संख्या ज्यादा है, लेकिन यहां भी गिरावट देखी जा रही है। तमिलनाडु में 24 घंटे में 31 हजार से ज्यादा संक्रमितों की पुष्टि हुई और 486 लोगों की मौत हुई। कर्नाटक में 24 घंटे में 22 हजार 800 से ज्यादा लोग संक्रमित मिले हैं और 401 लोगों की मौत हुई है। केरल में 22 हजार 300 से ज्यादा नए संक्रमित मिले और 194 लोगों की मौत हुई। वहीं आन्ध्र प्रदेश में 14 हजार 400 से ज्यादा नए मामले सामने आए और 103 लोगों ने संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई। पश्चिम बंगाल में भी 12 हजार से ज्यादा नए संक्रमित मिले और 145 लोगों की मौत हुई।
2- सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों को निर्देश दिए हैं कि ऐसे बच्चे जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान अपने माता-पिता को खोया है राज्यों द्वारा उनकी पहचान कर उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा किया जाए। इसी बीच कोरोना महामारी के चलते प्रभावित छात्रों को केन्द्र सरकार ने वित्तीय सहायता देने का फैसला लिया है। जिसके लिए केन्द्र सरकार ने शुक्रवार को मिड डे मील योजना के तहत 11.8 करोड़ छात्रों को प्रत्यक्ष लाभ, डीबीटी के माध्यम से वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है। इससे देशभर के सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पहली से आठवीं तक के बच्चों को लाभ होगा। सरकार की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मिड डे मील पकाने की लागत अब सीधे DBT यानि Direct Benefit Transfer के माध्यम से सभी पात्र बच्चों को एक विशेष कल्याण उपाय के रूप में लाभान्वित किया जाएगा। इसके लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भारत सरकार करीब 12 हजार करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि मुहैया कराएगी। सरकार का कहना है कि इससे मिड डे मील को बढ़ावा मिलेगा। वैसे केंद्र सरकार के अलावा दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, झारखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे कई राज्य सरकारों ने भी ऐसे छात्रों को शैक्षणिक खर्च उठाने की घोषणा की है जिन्होंने कोविड संक्रमण के चलते अपने माता-पिता को खोया है। शुक्रवार, 28 मई को महाराष्ट्र शिक्षा विभाग ने भी पहली से 12वीं कक्षा तक के उन छात्रों को वित्तीय मदद की घोषणा की है, जिन्होंने इस महामारी के कारण माता-पिता को खोया है।
3- कोविड संक्रमितों के इलाज के लिए DRDO यानि डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशनकी लैब इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन द्वारा डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरी की मदद से बनाई गई दवा 2DG की कीमय तय कर दी गई है। इस दवा का उत्पादन कर रही कंपनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरी ने शुक्रवार को 2DG दवा के एक पाउच की कीमत 990 रूपये बताई है हालांकि केंद्र और राज्य सरकारों के साथ-साथ सरकारी अस्पतालों को भी इस दवा की खरीद पर छूट दी जाएगी। आपको बता दें कि पाउडर फॉम में तैयार की गई ये दवा मरीज को पानी में घोलकर दी जाती है। इस दवा से संक्रमित मरीज जहां तेजी से रिकवर करता है वहीं मरीज के ऑक्सीजन लेवल में भी सुधार होता है। DRDO के मुताबिक इस दवा का ज्यादा मात्रा में उत्पादन आसानी से हो सकता है।
4- डेढ़ साल से इंसानों को संक्रमित कर रहा कोरोना वायरस प्राकृतिक है या फिर इंसान का बनाया हुआ इस बात को लेकर लगातार वाद-विदा का दौर जारी है, वायरस के ओरिजिन को लेकर चीन लगातार सवालों के घेरे में है, और कुछ देशों द्वारा कोरोना वायरस को चीन का बनाया हुआ जैविक हथियार कहा जा रहा है, हालांकि भारत ने इस पर अभी तक आधिकारिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी लेकिन अब भारत ने भी कोरोना वायरस के ओरिजिन पर जांच पड़ताल और रिसर्च समर्थन करते हुए आधिकारिक रूप से कहा है कि कोरोना वायरस कहां से आया, इस पर अभी और ज्यादा जांच की जरूरत है। चीन का नाम लिए बिना ही भारत ने कहा है कि वायरस के ओरिजिन की जांच के लिए WHO के साथ जांच में सभी पक्षों का सहयोग जरूरी है। वैसे ऑस्ट्रेलियाई मीडिया और अमेरिकी मीडिया ये कह चुकी हैं कि कोरोना वायरस 2020 में अचानक नहीं आया बल्कि इसकी तैयारी चीन पहले से कर रहा था। आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच के आदेश दिए हैं और जांच एजेंसियों को 90 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
5- कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच देश के अधिकतर राज्यों में रहा लॉकडाउन अब धीरे धीरे खत्म होने जा रहा है। दिल्ली, यूपी, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में 31 मई और 1 जून से अनलॉक की शुरुआत हो रही है। वहीं देश के दूसरे राज्य भी संक्रमण के घटते केसों के साथ धीरे धीरे अनलॉक की तरफ बढ़ेंगे। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि राजधानी में सोमवार सुबह से लॉकडाउन खोला जा रहा है। हालांकि अभी मेट्रो सेवा बहाल नहीं होगी लेकिन कंस्ट्रक्शन वर्क और फैक्ट्रियों को खोला जा रहा है, और यदि संक्रमितों की गिनती न बढ़ी तो धीरे-धीरे पाबंदियों का दौर पूरी तरह खत्म होगा। यूपी में भी पूरी तरह लॉकडाउन न हटाकर फेजवाइज लॉकडाउन खोला जा रहा है। वहीं छत्तीसगढ़ में 41 दिन की पाबंदियों के बाद बार, मंडी, जिम, पार्क, शॉपिंग मॉल्स और शराब की दुकानों को 6 बजे तक खोलने की इजाजत दी गई है। हां रविवार को राज्य में कंप्लीट लॉकडाउन रहेगा। राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी 1 जून से अनलॉक की शुरुआत हो रही है, लेकिन जरूरतों को देखते हुए सिर्फ सीमित दुकानों को ही खोलने की छूट दी जा रही है। संक्रमण के केसों में कमी के साथ ही राज्यों में पूरी तरह पाबंदियों का दौर धीरे धीरे खत्म किया जाएगा।
6- यास तूफान के चलते हुए नुकसान के जायजे किए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल ओडिशा और पश्चिमबंगाल के मुख्यमंत्रियों से मीटिंग की। इस बीच पीएम मोदी जब बैठक के लिए बंगाल पहुंचे तो पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रेटरी अलापन बंद्योपाध्याय और ममता बनर्जी बैठक के आधे घंटे की देरी से पहुंचे जिसकी वजह से पीएम को 30 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। इतना ही नहीं देरी से मीटिंग मे पहुंची ममता तूफान मे हुए नुकसान की रिपोर्ट पीएम को सौंप कर ये कह कर वहां से निकल गईं कि उन्हें पहले से तय दौरे और मीटिंग्स के लिए जाना है। ममता बनर्जी द्वारा मीटिंग में देरी से पहुंचने की इस घटना के बाद से ही बीजेपी ममता पर लागातार निशाने साध रही है। बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने सीएम ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता जी को भी बंगाल के लोगों के भले के लिए अपना अहंकार अलग रखना चाहिए। गृह मंत्री अमित शाह ने भी ममता के व्यवहार को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट कर इस घटना पर प्रतिक्रिया दी, और ममता बनर्जी के पीएम के साथ इस व्यवहार को पीड़ादायक बताया।