1- देश में कल 24 घंटे में 2 लाख 11 हजार नए संक्रमितों की पुष्टि हुई और इस दौरान 3 हजार 841 लोगों की जान गई। देश में एक्टिव केस अभी 24 लाख 15 हजार पर पहुंच गए हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित रहे राज्य महाराष्ट्र में कल 24 हजार 752 नए संक्रमित सामने आए और 453 लोगों की जान गई। बात देश की राजधानी दिल्ली की करें तो यहां पॉजिटिविटी रेट लगातार घट रहा है जो अब 1.93 फीसदी पर पहुंच गया है। दिल्ली में 24 घंटे में 1491 नए संक्रमित मिले और 130 लोगों की मौत हुई। उत्तर प्रदेश में 3176 नए मामले सामने आए और 193 लोगों की मौत हुई। इसके अलावा बिहार में 2603 नए संक्रमित मिले और 99 लोगों की मौत हुई। कोरोना की दूसरी लहर के बीच एक तरफ जहां उत्तर भारत में संक्रमण की रफ्तार काबू होती नजर आ रही है तो वहीं दक्षिण के राज्यों में संक्रमितों की संख्या में कमी होती दिखाई नहीं दे रही। 24 घंटे में आने वाले नए मामले कल तमिलनाडु में 34 हजार 285 रहे। वहीं केरल में 28 हजार 798 नए संक्रमित मिले और 151 लोगों की मौत हुई। कर्नाटक में 26 हजार 811 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई और 530 लोगों की मौत हुई। आन्ध्र प्रदेश में भी 18 हजार 285 नए संक्रमित मिले और 99 लोगों की जान गई।
2- देश में 1 मई से 18+ वालों का भी टीकाकरण किया जा रहा है लेकिन देश के अलग अलग राज्यों से वैक्सीन की कमी की खबरें आ रही हैं, जिसके चलते वैक्सीनेशन प्रोग्राम की रफ्तार धीमी पड़ रही है, महाराष्ट्र और दिल्ली में तो वैक्सीन न होने की वजह से 18 साल से 44 साल तक के लोगों के टीकाकरण को फिलहाल रोक दिया गया है। वैक्सीन की कमी को लेकर बुधवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केन्द्र पर निशाना साधते हुए कहा कि वैक्सीन की किल्लत है तो देश वैक्सीन क्यों नहीं खरीद रहा। ऐसी युद्ध की स्थिति में सब राज्यों पर नहीं छोड़ सकते। ऐसे में हम ये नहीं कह सकते कि सब राज्य सरकारें अपना-अपना देखें। अगर कल पाकिस्तान युद्ध करता है तो हम नहीं कह सकते हैं यूपी अपने टैंक खरीद ले, दिल्ली अपने हथियार खरीद ले। ऐसा थोड़े ही होता है। कोरोना के खिलाफ जंग में हमें टीम इंडिया बनकर एक साथ आना होगा। केजरीवाल ने कहा, मैं प्रधानमंत्री जी को कहना चाहता हूं कि जो काम हमारा है ही नहीं, वो काम राज्य सरकारें कैसे करेंगी। जो काम केंद्र सरकार का है वो काम केंद्र सरकार को ही करना पड़ेगा। आप वैक्सीन लाकर राज्यों को दे दीजिए, जनता को वैक्सीन लगाने का काम हमारा है, वो हम करेंगे।
3- एक तरफ वैक्सीन की कमी को लेकर केन्द्र सरकार तमाम आलोचनाएं झेल रही है तो वहीं दूसरी तरफ अब तेज रफ्तार से देश में चले टीकाकरण अभियान की बदौलत भारत, अमेरिका के बाद कोविड-19 वैक्सीन की 20 करोड़ से ज्यादा खुराक लगाने वाला दुनिया का दूसरा देश बन गया है। इनमें 15 करोड़ 71 लाख 49 हजार 593 लोगों को टीके की पहली खुराक और 4 करोड़ 35 लाख 12 हजार 863 को दूसरी खुराक लग चुकी है। बुधवार को केन्द्रीय स्वास्थ मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि भारत ने 130 दिन में जबकि अमेरिका ने 124 दिन में इतने लोगों को वैक्सीन लगाई है। इसके अलावा ब्रिटेन में 168 दिन में 5.1 करोड़ लोगों को, ब्राजील में 128 दिन में 5.9 करोड़ लोगों को और जर्मनी में 149 दिन में 4.5 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। आपको बता दें कि देश में अबतक 45 साल से ज्यादा उम्र के 34 फीसदी से ज्यादा लोग कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज तो लगवा ही चुके हैं वहीं 60 साल से ज्यादा उम्र की 42 फीसदी से ज्यादा आबादी को भी पहला टीका लग चुका है।
4- ऐलोपैथी पर विवादित बयान देकर योगगुरु बाबा रामदेव बुरी तरह आलोचनाओं से घिर गए हैं। रामदेव ने ऐलोथैपी को लेकर दिया अपना विवादित बयान भले वापस ले लिया हो, लेकिन IMA की नाराजगी कम होती नजर नहीं आ रही। एक तरफ इंडियन मेडिकल असोसिएशन उत्तराखंड ने बुधवार को योग गुरु बाबा रामदेव पर 1000 करोड़ रुपए का मानहानि का केस दर्ज कराया है और दूसरी तरफ IMA की नेशनल यूनिट ने इसी विषय को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है और बाबा रामदेव द्वारा वैक्सीनेशन पर गलत सूचना के प्रचार को रोकने और उनके खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किए जाने की बात कही है। IMA ने पीएम को लिखे खत में कहा कि, एक वीडियो में रामदेव ने दावा किया कि वैक्सीन की दोनों खुराक लेने के बाद भी 10,000 डॉक्टर और लाखों लोग मारे गए हैं। उन पर देशद्रोह के आरोपों के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए। IMA ने कहा है कि हम हेल्थ मिनिस्ट्री और ICMR या नेशनल टास्क फोर्स की गाइडलाइंस और प्रोटोकॉल्स के तहत ही लाखों लोगों का इलाज कर रहे हैं। ऐसे में कोई ऐलोपैथिक दवाओं से लोगों के मरने का दावा करते है तो ये मिनिस्ट्री को सीधे चुनौती होगी, जो हमें इलाज का प्रोटोकॉल देता है।IMA ने पीएम को लिखे इस खत में ये भी बताया है कि संक्रमण की पहली लहर में 753 डॉक्टर्स ने जान गंवाई थी, जिनमें से किसी को वैक्सीन नहीं लगी थी। वहीं दूसरी लहर में 513 डॉक्टर्स की जान गई, जिनमें ज्यादातर को वैक्सीन नहीं लग सकी थी। ऐसे में इस तरह का झूठा दावा वैक्सीनेशन प्रोग्राम में रुकावट डालने के लिए किया जा रहा है, इसे तुरंत रोकने की जरूरत है। IMA ने लिखा है कि जो लोग वैक्सीनेशन को लेकर भ्रम फैला रहे हैं और अपनी कंपनी के प्रोडक्ट्स को बेचने के लिए सरकार की ओर से जारी इलाज के प्रोटोकॉल को चुनौती दे रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। ये एक तरह का देशद्रोह है और ऐसे लोगों के खिलाफ बिना देर किए देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
5- भारत का भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का पता चल गया है। वह डोमिनिका में क्रिमिनिल इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) की कस्टडी में है। यह दावा एंटीगुआ की मीडिया रिपोर्ट्स में बुधवार की देर रात किया गया। एटीगुआ की पुलिस डोमिनिका पुलिस के संपर्क में है। एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन का कहना है कि चोकसी को डोमिनिका से एंटीगुआ लाने के बजाए सीधे भारत भेजा जा सकता है। बता दें कि चोकसी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ कथित तौर पर 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में वांछित है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया था कि चोकसी के खिलाफ लगे आरोपों की जांच कर रही सीबीआई इन खबरों की ‘‘औपचारिक और अनौपचारिक’’ मंचों के जरिए पुष्टि कर रही है। इंटरपोल ने भी एजेंसी के अनुरोध पर उसके खिलाफ ‘रेड कॉर्नर नोटिस’ जारी किया है। चोकसी ने जनवरी 2018 में भारत से भागने से पहले ही, 2017 में कैरिबियाई द्वीपीय देश एंटीगुआ एवं बारबुडा की नागरिकता हासिल कर ली थी। चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी पर कुछ बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ कथित तौर पर 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। नीरव मोदी अभी लंदन की एक जेल में बंद है। दोनों के खिलाफ केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच कर रहा है।