1- भारत में हर दिन आ रहे नए संक्रमण के मामलों में भले कमी आई हो, लेकिन मौतों की रफ्तार धीमी होती नजर नहीं आ रही। देश में अब तक कोरोना महामारी के चलते जान गंवाने वालों की संख्या 3 लाख के पार हो चुकी है। भारत में बीते साल 13 मार्च को कोविड संक्रमण से पहली मौत हुई थी जो अब 3 लाख के पार हो चुकी हैं। कोरोना संकमण के चलते अब तक देश में 3 लाख 2 हजार 744 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। विश्व में अब तक सिर्फ दो देशों अमेरिका और ब्राजील में महामारी के चलते तीन लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी, अमेरिका में संक्रमण से 6 लाख और ब्राजील में 4.48 लाख मौतें हुई हैं और अब भारत में संक्रमण के चलते तीन लाख से ज्यादा जानें गई हैं। जहां तक बात है रोजाना आ रहे नए संक्रमण के मामलों की तो कल देश में 2 लाख 22 हजार 704 नए संक्रमित मिले और इस दौरान 4 हजार 452 लोगों की मौत हुई। इस दौरान 3 लाख से ज्यादा मरीजों ने रिकवर भी किया। घटते नए संक्रमितों के मामलों और ठीक होते मरीजों की बढ़ती गिनती के बाद देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 27 लाख 16 हजार हो गई है। देश की राजधानी दिल्ली में भी तीसरी लहर का कहर खत्म होता नजर आ रहा है, पिछले 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के 1 हजार 649 नए केस आए हैं, इस दौरान 189 मरीजों की मौत हुई। दिल्ली में रिकवरी रेट 96.41 फीसदी हो गया है वहीं पॉजिटिविटी रेट भी घटकर 2.42 फीसदी पर आ गया है। महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना के 26 हजार 672 नए मामले सामने आए और 594 लोगों की गई जान गई। इस दौरान 29 हजार 177 लोग ठीक भी हुए। वहीं उत्तर प्रदेश में 4 हजार 715 नए संक्रमित मिले और 231 लोगों की मौत हुई। केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में अभी भी नए संक्रमितों की संख्या काफी ज्यादा है।
2- शनिवार को IMA यानि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा ऐलोपैथी पर दिए विवादित बयान पर आपत्ति जताते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को लिखा, जिसमें IMA ने कहा था कि सोशल मीडिया पर रामदेव का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वे एलोपैथी को बकवास और दिवालिया साइंस कह रहे हैं। साथ ही IMA ने रामदेव को एक लीगल नोटिस भेजा था और उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग भी की थी। इसके बाद बाबा रामदेव ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा था कि उनकी मंशा मॉडर्न साइंस और अच्छे डॉक्टरों के खिलाफ नहीं है, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने योग गुरु बाबा रामदेव की इस सफाई को नाकाफी मानते हुए रविवार को बाबा रामदेव के नाम पत्र लिखकर अपना विवादित बयान वापस लेने को कहा। उन्होंने पत्र में लिखा, “आपका यह कहना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि लाखों कोरोना मरीजों की मौत एलोपैथी की दवा खाने से हुई। एलोपैथी से जुड़े हेल्थ वर्कर्स और डॉक्टर बहुत मेहनत से कोरोना मरीजों की जान बचा रहे हैं। आपके बयान से कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई कमजोर पड़ सकती है। उम्मीद है कि आप अपने बयान को वापस लेंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से लिखी गई इस चिट्ठी के बाद योग गुरु बाबा रामदेव ने रविवार देर शाम को ही एलोपैथिक मेडिसिन पर दिए अपने हालिया बयान को वापस ले लिया है। बाबा रामदेव ने स्वास्थ्य मंत्रालय को लिखे पत्र में लिखा कि वे मेडिकल साइंस के सभी रूपों का सम्मान करते हैं। एलोपैथी ने कई जानें बचाई हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा पद्धतियों के संघर्ष के इस पूरे विवाद को खेदपूर्वक विराम देते हुए मैं अपना वक्तव्य वापस लेता हूं”।
3- कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच रोजाना आ रहे संक्रमण के नए मामलों में लगातार गिरावट आ रही है, लेकिन दूसरी लहर के कम होने के साथ-साथ अब तीसरी लहर के खतरे को लेकर काफी चिंताएं हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो अगले कुछ महीनों में देश संक्रमण की तीसरी लहर की चपेट में आ सकता है, जिसमें 35 फीसदी से ज्यादा आबादी प्रभावित होने की आशंका है। साथ ही तीसरी लहर का असर सबसे ज्यादा बच्चों और किशोरों पर पड़ने की आशंका है। इन्हीं आशंकाओं के मद्देनजर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सभी राज्यों को आदेश दिया है कि एक हफ्ते के अंदर सभी राज्य बच्चों के लिए हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर के आंकड़े आयोग में जमा करें। इसके लिए आयोग ने एक विस्तृत फार्म राज्यों को भेजा है, जिसमें बच्चों के इलाज के लिए कुल अस्पताल, नर्सिंग होम, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, डॉक्टर, नर्स, बेड्स, एंबुलेंस के आंकड़े मांगे गए हैं। इसके अलावा नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट, सिक न्यू बॉर्न केयर यूनिट और पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट की संख्या और कितने वर्किंग कंडीशन में हैं ये भी पूछा गया है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने राज्यों से ऐसे कुल 22 उपकरणों का ब्यौरा राज्यों से एक हफ्ते के अंदर जमा करने को कहा है।
4- 12वीं के बोर्ड एग्जाम और एंट्रेंस टेस्ट को लेकर रविवार को हाई-लेवल मीटिंग की गई जिसमें मौजूदा परिस्थियों की समीक्षा की गई और बोर्ड परीक्षाओं को लेकर राज्यों के सामने दो विकल्प रखे गए। पहला ये कि 19 चुने हुए विषयों की ही परीक्षाएं कराई जाएं और उनके आधार पर ही बाकी विषयों का भी मूल्यांकन किया जाए और दूसरा ये कि बोर्ड परीक्षाएं स्कूल में ही हों लेकिन समय सीमा 3 की बजाए डेढ़ घंटे हो। इसके अलावा बोर्ड, एग्जाम दो बार कराने पर भी विचार कर सकता है, ताकि जो छात्र पहली बार के एग्जाम में न बैठ पाएं वो दूसरी बार में एग्जाम दे सकें। मीटिंग में इन सुझावों के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों से 25 मई तक लिखित में सुझाव मांगे हैं। मीटिंग के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट किया, मुझे पूरा भरोसा है कि हम सामूहिक निर्णय के माध्यम से जल्द ही 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के बारे में अपना अंतिम फैसला करेंगे और छात्रों व अभिवावकों के मन में व्याप्त अनिश्चितता को दूर कर पाएंगे। वैसे ज्यादातर राज्य परीक्षा कराने के लिए तैयार हैं, लेकिन सुझावों के बाद इस विषय पर आखिरी फैसला 1 जून को होगा और फिर परीक्षा के लिए ऐलान के बाद 15 दिन का समय दिया जाएगा।
5- दिल्ली में लॉकडाउन को एक हफ्ते और आगे बढ़ाया गया है, अब लॉकडाउन 31 मई तक लागू रहेगा हालांकि एक जून से लॉकडाउन खुलने की भी संभावना है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन 31 मई तक रहेगा और अगर केस ऐसे ही घटते रहे तो धीरे-धीरे लॉकडाउन में ढील दी जाएगी। दिल्ली की तरह हरियाण में भी 21 दिन से जारी लॉकडाउन को एक बार फिर सप्ताह भर के लिए बढ़ाया गया है, अब 24 मई की सुबह खत्म होने वाला लॉकडाउन 31 मई तक जारी रहेगा। नई गाइडलाइन्स में जहां रिहाइशी इलाकों की लोकल दुकानों को पूरा दिन खोलने की परमिशन है तो वहीं बाजार की दुकानों को भी ऑड-ईवन बेस पर सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक खोलने की इजाजत दी गई है, लेकिन मॉल्स अगले एक हफ्ते बंद ही रहेंगे। इसके अलावा राजस्थान में भी लॉकडाउन 8 जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है।