कोविड-19 की दूसरी लहर में खतरा सिर्फ कोरोनावयरस से नहीं बल्कि कई और बीमारियां लोगों को अपना शिकार बना रही हैं। ब्लैक फंगस, व्हाइट फंगस और अब येलो फंगल इंफेक्शन भी आ चुका है।
विशेषज्ञों की मानें तो येलो फंगस के सिम्पटम्स बाकि के दोने फंगल इंफेक्शन से अलग हैं। एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि यह जो शरीर के आंतरिक भागों से शुरू होता है। इसके उपचार में देरी करने से शरीर में स्पेटीसीमिया (जहर फैलना) का खतरा बढ़ जाता है। रेप्टाइल्स (सांप, छिपकली आदि) में दिखने वाला यह फंगस अब इंसानों में भी देखने को मिल रहा है। शरीर में मवाद के रिसाव के कारण यह संक्रमण बनता है। येलो इंफेक्शन में मरीज की आंखें धंस जाती हैं और कई अंग काम करना बंद कर देते हैं। उसका मेटाबोलिक सिस्टम भी कमजोर हो जाता है। मौजूदा हालात में जरूरी है कि सावधानी बरतें और किसी भी तरह के इंफेक्शन से खुद को दूर रखे……किस तरह की सावधानियां जरूरी हैं……यह जानने के लिए देखें वीडियो