ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बेंगलुरु से 21 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया है। फ्राइडे फ़ॉर फ्यूचर कैम्पेन की फॉउंडरों में से एक दिशा रवि को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने 13 फरवरी को टूलकिट को फैलाने के आरोप में दिशा को गिरफ्तार किया है। बेंगलुरु के प्रतिष्ठित वुमंस कॉलेज में शामिल माउंट कार्मेल की स्टूडेंट दिशा पर यह भी आरोप है कि उन्होंने टूलकिट को एडिट किया, उसमें कुछ चीज़ें जोड़ी और उसके आगे भेजा था।
बता दें कि गणतंत्र दिवस को किसानों की ट्रैक्टर रैली में हिंसा के बाद स्वीडन की 18 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग के टूलकिट वाले ट्वीट को लेकर 4 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया था। इसकी जांच को लेकर दिल्ली पुलिस ने अब क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया है। उन्हें विद्यारन्यापुरा PS लिमिट से गिरफ्तार किया गया।
क्या है टूलकिट?
दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद ग्रेटा थनबर्ग के ट्वीट ने ‘टूलकिट’ शब्द को सबके सामने लाकर रख दिया। दरअसल, टूलकिट का इस्तेमाल अमूमन किसी भी आंदोलन को और त्वरित करने के लिए किया जाता है। पहले जहां दिवारों पर पोस्टर लगाकर या पर्चे बांटकर आंदोलन को हवा दी जाती थी वहीं अब टूल किट के इस्तेमाल से लोगों को इससे जोड़ा जाता है। सोशल मीडिया के माध्यम से टूलकिट लोगों तक पहुंचाया जाता है और उन्हें आंदोलन के समर्थन में क्या लिखना है, कौन से हैशटैग इस्तेमाल करने हैं कि जानकारी दी जाती है।