स्मिथा सिंह, नई दिल्ली
Ordnance Factory Day यानि आयुध कारखाना दिवस हर साल 18 मार्च को मनाया जाता है, इस वर्ष भारत 220 आयुध कारखाना दिवस मना रहा है। आइये इस मौके पर आपको बताते हैं कि आयुध कारखाना दिवस किस उद्देश्य से और 18 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है।Ordnance Factories यानि आयुध कारखाने, यानि ऐसे कारखाने या फैक्ट्रियां जहां युद्ध सामग्री तैयार की जाती है। हर साल मार्च महीने का अठारहवां दिन इन्हीं कारखानों के नाम समर्पित है या ये कहें कि आयुध कारखाना दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसे मनाने की विशेष वजह ये भी है कि जल, थल और वायु सेना के अलावा OFB यानि आयुध कारखाना बोर्ड को देश रक्षा के चौथे हथियार के रूप में देखा-माना जाता है, क्योंकि किसी भी युद्ध में मजबूत रहने व सकारात्म परिणाम के लिए हथियारों की आवश्यकता होती हैजो ऑर्डिनेंस फ्रैक्ट्रीज की मदद से ही संभव है और भारत की रक्षा प्रणाली में हमारे देश की Ordnance Factories का महत्वपूर्ण योगदान है।
देश में 41 आयुध कारखानों का एक समूह है, Ordnance Factories Board, जो दुनिया का 37वां सबसे बड़ा रक्षा उपकरण बनाने वाला निकाय तो है ही, इसके साथ ही आयुध कारखाना बोर्ड एशिया का दूसरा सबसे बड़ा और भारत में सबसे बड़ा आयुध निर्माणकर्ता है। जिसमें 90 फीसदी से ज्यादा स्वदेशी सामग्री, मजबूत तकनीकी और R&D रिलेटिड बुनियादी ढांचागत सुविधाएं भी हैं, इसकी मौजूदा समय में कुल राजस्व में 25 फीसदी की भागीदारी है। OFB मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस के रक्षा उत्पादन विभाग के तहत काम करता है।आयुध कारखाना की खासियत के बाद, अब सवाल ये कि आयुध कारखाना दिवस मनाने के लिए 18 मार्च के दिन का चुनाव क्यों? तो वो इसलिए, क्योंकि भारत की सबसे पुरानी और पहली आयुध निर्माण फैक्ट्री यानि युद्ध सामग्री तैयार करने वाले कारखाने की शुरुआत कोलकाता के कोसीपोर में 18 मार्च 1802 को की गई थी, जिसे अब ‘गन एंड शेल फैक्टरी’ के रूप में जाना जाता है, इसीलिए 18 मार्च के दिन को आयुध कारखाना दिवस मनाने के लिए चुना गया।
ऑर्डनेंस फैक्ट्रियों के बदौलत ही भारत, रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी के संकल्प को बढ़ावा देते हुए समय के साथ –साथ और भी मजबूत हो रहा है। देश के रक्षा तथा विकास में आयुध कारखानों के इसी योगदान को देखते हुए भारत में हर साल 18 मार्च को आर्डिनेंस फैक्ट्री डे के रुप में धूमधाम से मनाया जाता है। आयुध कारखाना दिवस के मौके पर देशभर में जगह-जगह पर रक्षा उपकरणों, राइफलों, तोपों, तोपखाने, गोला-बारूद आदि की प्रदर्शनियों और विभिन्न प्रकार को कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिनमें आम जनता भी प्रदर्शनियों, परेड व कार्यक्रमों को देख सकती है। ऑर्डनेंस फैक्ट्रीज़ बोर्ड भारत के सशस्त्र बलों के विकास में एक अहम भूमिका निभाता है, इसलिए ये बेहद जरूरी है कि इसके महत्व को सभी समझें क्योंकि आयुध कारखाना दिवस पूरे भारत में आयुध मंडल के सार के बारे में सामान्य जागरूकता फैलाने का काम करता है। 200 साल से भी ज्यादा समय से सशस्त्र बलों की युद्ध सामग्री संबंधी जरूरतों को पूरा करने वाले आयुध कारखाने भविष्य में भी इन आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए तत्पर हैं।