कोरोना से लड़ाई में एंटी कोविड मेडिसन, 2डीजी बनाने के बाद डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाईजेशन (DRDO) ने एक और सफलता हासिल कर ली है। DRDO ने अब एंटीबॉडी डिटेक्शन किट बनाने का दावा किया है जिसका नाम है ‘डिपोवैन’। इस किट को वंगार्ड डायग्नोस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से तैयार किया गया है, जो दिल्ली स्थित डेवलपमेंट और मैन्युफेक्चरिंग डायग्नोस्टिक्स कंपनी है।
इस किट की कीमत मात्र 75 रूपये है। इस किट से कोविड-19 की इपिडोमियोलॉजी और किसी भी इंसान के अंदर सार्स-कोविड के एक्सपोज़र का पता लगाने में मदद मिलेगी।
DRDO ने बताया कि बीते एक वर्ष के दौरान प्रोडक्ट के 3 बैचों का सत्यापन किया गया। ICMR ने इस एंटीबॉडी डिटेक्शन किट को अप्रैल 2021 में मंजूरी दी थी। अब मई में इस प्रोडक्ट को भारत ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की ओर से भी मंजूरी दे दी गई है। मई महीने में DIPCOVAN के मैन्युफैक्चरिंग और बिक्री व वितरण के लिए DCGI, CDSCO, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से नियामक मंजूरी मिली। मतलब यह है कि अब यह किट खुले बाजार में बेचा जा सकता है। यह किट इंसान के शरीर में कोरोना से लड़ने के लिए जरूरी एंटीबॉडी या प्लाज्मा का पता लगा सकता है। इस किट की वैलिडिटी 18 महीने की होगी।
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh has appreciated the efforts of @DRDO_India and the industry in developing the kit at the time of need. This kit will help the people in their fight against COVID-19 Pandemic. https://t.co/EV4EfndsLW
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) May 21, 2021