कोरोना वायरस का खतरा एक बार फिर विकराल रूप ले रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटों में देश भर में कोरोना संक्रमण के 72,330 नए मामले दर्ज किए गये हैं और 459 लोगों की मौत हुई है। तेजी से बढ़ रहे आकंड़ों को देखें तो अब देश में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 5 लाख 85 हजार को पार कर गया है।
बीते 24 घंटों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के साथ कोरोना संक्रमण के 72,330 नए मामले आए हैं और 459 मरीज कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए। इसी के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,22,21,665 पहुंच गए हैं और कोविड से मरने वालों की संख्या 1,62,927 हो गई।
अब तक देश में कोरोना के कुल 1,22,21,665 मामले रिपोर्ट हुए हैं, जिनमें से 1,14,74,683 लोग रिकवर हो चुके हैं। कोरोना से अब तक करीब 1 लाख 63 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। फिलहाल 5,84,055 एक्टिव केस हैं।
महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, गुजरात और मध्य प्रदेश उन राज्यों में शुमार हैं जहां सबसे ज्यादा नए केस दर्ज हो रहे हैं। कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र में 31 मार्च को 39,544 नए मामले दर्ज हुए और 227 मौतें हुईं। फिलहाल महाराष्ट्र में 3,56,243 केस एक्टिव हैं। यह बेहद ही चिंताजनक बात है कि देश भर में बीते 24 घंटे में मिले 72 हजार मामलों में से 39 हजार से भी अधिक मामले अकेले महाराष्ट्र में सामने आये हैं।
आज से शुरू हुए तीसरे चरण के वैक्सीनेशन अभियान में 45 साल से ऊपर के सभी लोगों को मिलेगी पहली खुराक
कोविड-19 से लड़ने के लिए वैक्सीनेशन की रफ्तार में भी तेजी लाई गई है। अभी तक देश में कोरोना वॉरियर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स, बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 साल से अधिक उम्र वालों को ही टीका लगाया रहा था। कोरोना के बढ़ते मामले पर काबू पाने के लिए अब 45 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन देने का फैसला किया गया है। बता दें कि अब तक 6.5 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना की टीका लगाया जा चुका है। टीकाकरण अभियान का तीसरा चरण बृहस्पतिवार, 1 अप्रैल, से पूरे देश में शुरू हो गया है। यह चरण पहला टीका लगने के 74 दिन बाद शुरू किया गया है। इस चरण में 45 या उससे अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दी जाएगी। बता दें कि अब 45 से 59 साल के आयुवर्ग वालों को टीका लगवाने के लिए किसी तरह का मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं दिखाना होगा। इस चरण में करीब 40 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य तय किया गया है।