बिहार में जहरीली शराब के मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है। एक ओर जहां जहरीली शराब से होने वाली मौतों का आंकड़ा 53 पहुंच गया है, वहीं राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान को लेकर भी हंगामा बरपा है, जिसपर विपक्षी उन्हें घेर रहे हैं। शराब कांड से होने वाली मौतों पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जो पिएगा वो तो मरेगा ही। एक ओर जहां जहरीली शराब से हुई मौतों की संख्या बढ़ रही है तो दूसरी ओर इस मामले पर सियासत जोरों पर है।
इन सबके बीच शराब बनाने में प्रयोग होने वाली स्प्रिट की सप्लाई थाने से होने का आरोप लग रहा है। खबर है कि मशरख थाने में जब्त कर रखी गई स्प्रिट गायब है। दरअसल स्प्रिट कंटेनर में रखी हुई थी और कंटेनर थाने से गायब है। इसके सबूत के तौर पर ग्रामीणों की ओर से एक वीडियो बनाकर उत्पाद विभाग के मुख्य सचिव केके पाठक को भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को समझना होगा कि राज्य में जो भी शराब आ रही है वो जहर है। एक नंबर का दारु नहीं आ रहा है। इसे उनका स्वास्थ्य खराब होगा ही। उन्होंने ये बयान हाजीपुर में एक कार्यक्रम में दिया है।
इसके बाद बीजेपी के तमाम छोटे-बड़े नेता नीतीश सरकार पर हमलावर हैं। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री की आलोचना की और कहा कि बिहार में हर दिन जहरीली शराब के कारण लोगों की मौत हो रही है, जबकि नीतीश कुमार अपनी नीति पर अड़े हुए हैं, जो विफल हो चुकी है. अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं। शराब भगवान की तरह हो गई है, जो दिखाई नहीं देती, लेकिन राज्य में हर जगह मौजूद है।
बता दें कि 2016 से राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू है।