बिहार में चुनावी सरगर्मी के बीच बीजेपी ने एक बार फिर सवर्णों पर भरोसा जता कर अपनी राजनीतिक मंसूबे साफ कर दिये हैं। रविवार को बीजेपी ने दूसरे फेज के लिए उम्मीदवारों की जो सूची जारी की है उसमें एक बार फिर सवर्णों पर बीजेपी की मेहरबानी दिख रही है। पहले फेज के बाद दूसरे फेज की सूची में भी सवर्ण उम्मीदवारों की संख्या अधिक है। दूसरे फेज में भी बीजेपी ने 46 में से 22 सीटें सवर्ण वर्ग के लोगों को दिया है। इसका मतलब यह है कि अगर दोनों चरणों को मिला कर देखा जाए तो बीजेपी ने 75 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। पहले फेज में बीजेपी ने 29 में से 16 सवर्ण वोटरों को टिकट दिए थे। दूसरे फेज में बीजेपी ने 11 राजपूत, 5 भूमिहार, 4 ब्राह्मण और 2 कायस्थ को टिकट दिए हैं। यानि कुल मिला कर 38 सवर्ण उम्मीदवार हैं।
जातिगत समीकरण के आधार पर चल रही है बीजेपी
फिलहाल, चुनावी माहौल में तो सारे ही दल सवर्ण वोटों को लुभाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। वजह ये है कि कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां सवर्ण वोटरों का दबदबा है। बीजेपी के साथ जेडीयू ने भी इस बार सवर्ण वोटों को अपनी ओर खींचने का पूरा प्रयास किया है। बीजेपी ने सवर्णों को उम्मीदवार बनाने के लिए सवर्ण बाहुल्य इलाकों को ध्यान में रखा है। बिहार में सवर्ण जातियों की आबादी पर अगर नज़र डालें तो करीब 18 फीसदी सवर्ण हैं। इसमें 6 फीसदी से ज्यादा ब्राह्मण, साढ़े चार फीसदी के करीब भूमिहार, 6 फीसदी के करीब राजपूत और कायस्थ 2 फीसदी के लगभग हैं।