कोरोना काल में आम जनता के अलावा कई बड़ी हस्तियों ने भी अपनी जिंदगी गंवाई है। खास तौर पर बॉलीवुड और छोटे पर्दे के भी कई कलाकारों ने अपनी जान से हाथ धोया है। कई कोविड-19 बीमारी से नहीं जूझ पाये, तो कई कलाकारों को आर्थिक तंगी ने आ घेरा।
टीवी की दुनिया के एक बेहतरीन कलाकार अभिनेता अनुपम श्याम ओझा का रविवार की दरमियानी रात निधन हो गया। वो लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे। उन्हें एक हफ्ते पहले ही गंभीर हालत में मुम्बई के गोरगांव इलाके के लाइफलाइन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अनुपम लम्बे समय से किडनी की समस्या से जूझ रहे थे और वेंटिलेटर पर थे। बीते कुछ महीने से उनका डायलिसिस चल रहा था।उनका मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण निधन हो गया।उनके भाई ने आर्थिक मदद की अपील की थी क्योंकि वे अस्पताल के बिल का भुगतान नहीं कर पा रहे थे। इसी अस्पताल में देर रात उनका निधन हो गया। वो 63 वर्ष के थे।
बता दें कि कोरोना काल में काम की कमी और बीमारी के कारण अनुपम आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे। पैसों की तंगी के चलते 6 महीने पहले उनका इलाज रोकना पड़ा था। कहा जा रहा है कि सिने ऐंड टेलीविजन आर्टिस्ट्स एसोसिशन (सिंटा) और इंडस्ट्री से जुड़े कुछ कलाकारों ने अनुपम श्याम के इलाज और उनके अस्पताल का बिल चुकाने में मदद की थी।
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में जन्मे और थियेटर से अभिनय की शुरुआत करने वाले अनुपम श्याम ने कई टीवी सीरियल में काम किया है। सीरियल ‘मन की आवाज प्रतिज्ञा’ ने अनुपम श्याम को एक अलग मुकाम दिया था। इस सीरियल में ठाकुर सज्जन सिंह के निगेटिव किरदार को दर्शकों ने खूब सराहा था। इस सीरियल के दूसरा सीजन में भी अनुपम श्याम ही ठाकुर सज्जन सिंह का रोल निभा रहे थे। वो शेखर कपूर की फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ में भी दिखाई दिए थे। यह फिल्म दस्यु संदुरी फूलन देवी पर बनायी गयी थी। 8 ऑस्कर अवॉर्ड्स जीतनेवाली हॉलीवुड फिल्म ‘स्लमडॉग मिलेनियिर’ में भी अनुपम के काम को को खूब पसंद किया गया था। अनुपम ने ‘हजारों ख्वाहिशें ऐसी’ ‘परजानिया’, ‘लज्जा’, ‘नायक’, ‘दुबई रिटर्न्स’, ‘शक्ति : द पावर’ जैसी और भी कई फिल्मों में अभिनय किया।