1- दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैकटर परेड के दौरान प्रदर्शन के अराजक हो जाने के बाद हुई हिंसा में 80 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। ट्रैक्टर परेड के नाम पर दिल्ली में इस हुड़दंग में सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा है। ट्रैक्टर परेड में हुए इस बवाल के बाद दिल्ली पुलिस ने इस मामले में दर्जन भर से ज्यादा एफआईआर दर्ज की हैं। पुलिस का कहना है कि अभी इस मामले में और एफआईआर दर्ज हो सकती हैं। ट्रैक्टर परेड के दौरान प्रदर्शन को उग्र बनाने वाले लोगों ने पुलिस द्वारा लगाएं बैरीकेड्स को तोड़ा, पुलिस के साथ झड़प की, वाहनों में तोड़ फोड़ की और लाल किले पर तिरंगे वाले स्थान पर धार्मिक झंडा फहराया। इस हिंसक प्रदर्शन के दौरान ट्रैक्टर पलटने से एक किसान की मौत भी हुई। पुलिस का कहना है कि 26 जनवरी के दिन की जाने वाली ट्रैक्टर परेड के लिए दिल्ली पुलिस ने जो रास्ते निर्धारित किए थे किसानों ने उन रास्तों की बजाए दिल्ली में घुसने के लिए ये बवाल किया। पुलिस की बार-बार गुजारिश के बाद भी किसानों ने निहंग सेना की अगुवाई में पुलिस पर हमला किया और बैरीकेट्स तोड़े। हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेताओं ने ट्रेक्टर परेड के दौरान हुई इस हिंसा के लिए असामाजिक तत्वों को जिम्मेदार ठहराया है।
2- गणतंत्र दिवस के दिन किसानों द्वारा निकालई गई ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की और से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि परेड के दौरान कुछ अवांछनीय तत्वों ने अप्रिय घटनाओं को अंजाम दिया उसकी भाकियू कड़े शब्दों में निन्दा करती है और जो घटना घटी उस पर खेद प्रकट करती है। लेकिन इस पूरी घटना के लिए भाकियू दिल्ली पुलिस-प्रशासन को जिम्मेदार ठहराती है। जो निर्धारित रूट दिल्ली पुलिस की तरफ से दिया गया था, ट्रेक्टर मार्च उसी रूट पर शुरू हुआ लेकिन चिन्हित जगहों पर बेरिकेड ना कर किसान यात्रा को भ्रमित करने का प्रयास किया गया। इसी का नतीजा यह हुआ कि ट्रैक्टर सवार भटक कर दिल्ली की तरफ आगे चले गए। परिणाम स्वरूप अवांछनीय तत्वों और कुछ संगठनों को मौका मिला और उन्होंने इस यात्रा में विघ्न डालने का कुत्सित प्रयास किया। 6 महीने से ज्यादा लंबा संघर्ष और दिल्ली की सीमाओं पर दो महीने से ज्यादा का विरोध प्रदर्शन भी इस हालात का कारण बना। आंदोलन में विघ्न डालने वाले ऐसे तत्वों को भाकियू चिन्हित करने का काम करेगी। भाकियू किसी भी हिंसक प्रदर्शन या राष्ट्रीय प्रतीकों को प्रभावित करने वाले कृत्यों में लिप्त ना कभी रही है और ना होगी। किसान यूनियन का हमेशा शांतिपूर्ण आंदोलन में विश्वास रहा है। किसान परेड के संबंध में सम्पूर्ण घटना की तस्वीर और किसान समन्वय समिति से वार्ता कर स्थिति का आंकलन किया जाएगा।
3- मंगलवार 26 जनवरी को दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के चलते बहुत से लोगों को रेलवे स्टेशन पहुंचने में देरी हुई जिसकी वजह से कई यात्रियों की ट्रेनें छूट गईं, लेकिन ऐसे यात्रियों को इंडियन रेलवे ने राहत दी है। रेलवे ने एक बयान जारी कर कहा है कि 26 जनवरी को रात नौ बजे तक की ट्रेनों से सफर करने वाले पैसेंजर्स, जो किसान ट्रेक्टर परेड के कारण अपनी टेन नहीं पकड पाए, रेलव उनकी टिकट का पैसा रिफंड करेगी। उत्तरी रेलवे के सीपीआरओ ने कहा कि ऐसे सभी यात्री टीडीआर और ई-टीडीआर के जरिए टिकट्स के फुल रिफंड के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
4- 1 फरवरी 2021 को केन्द्र सरकार आम बजट पेश करने जा रही है। इस बजट से पहले ही दो अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं इंटरनेशनल मॉनीटर फंड और यूनाइटेड नेशन्स ने भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर अच्छी खबर दी है। इंटरनेशनल मॉनीटर फंड ने जहां साल 2021 में इंडियन इकोनॉमी में 11.5 फीसदी की ग्रोथ का अनुमान जताया है तो वहीं यूनाइटेड नेशन्स ने कहा है कि साल 2021 में भारतयी अर्छव्यवस्था में 7.3 प्रतिशत की दर से विकास हो सकता है। इंटरनेशनल मॉनीटरी फंड का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में तेज वापसी नजर आ रही है, चालू वर्ष में भारत इकोनॉमिक ग्रोथ के मामले में अपने पड़ोसी देश चीन को पीछे छोड़ देगा, क्योंकि भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ जहां 11. 5 फीसदी रहने का अनुमान है तो वहीं चीन का आर्थिक विकास 8.1 फीसदी रह सकता है। भारत और चीन के बाद इकोनॉमिक ग्रोथ में स्पेन और फ्रांस का नंबर आता है, स्पेन में 5.9 फीसदी और फ्रांस में5.5 फीसदी ग्रोथ का अनुमान है, यानि 2021 में भारत डबल डिजिट ग्रोथ करने वाला दुनिया का पहला देश होगा। हालांकि IMF के मुताबिक 2020 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 8% की गिरावट और चीनी अर्थव्यवस्था में 2.3 फीसदी की ग्रोथ बताई गई है, यानि साल 2020 में विश्व में पॉजिटिव इकोनॉमिक ग्रोथ वाला चीन अकेला देश होगा, लेकिन 2021 में भारत अर्थव्यवस्था के विकास में चीन को पछाड़ देगा। वही. यूनाइटेड नेशंस द्वारा मंगलवार को जारी की गई रिपोर्ट, विश्व आर्थिक स्थिति और संभावना 2021 के मुताबिक चालू वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में 7.3 प्रतिशत की ग्रोथ होगी।
5- उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ आज 27 जनवरी को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश के 75 जिलों के 3.42 लाख से ज्यादा लाभार्थियों के खाते में करीब 2409 करोड की दूसरी और तीसरी किश्त भेजेंगे। अपने दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे योगी आदित्यनाथ, आज दौरे के दूसरे दिन दोपहर बाद गोरखपुर एनेक्सी सभागार में पीएम आवास योजना शहरी के प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होंगे और आवास योजना के 5 जिलों के लाभार्थियों से वर्जुअल संवाद करेंगे। इस कार्यक्रम में योगी गोरखपुर जिले के करीब 150 लाभार्थियों से सीधे मुखातिर होंगे।