नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) की जयंती को इस बार एक ओर चुनावी रंग में डुबोया गया तो वहीं दूसरी ओर राष्ट्रपति भवन में लगी एक तस्वीर को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है। सोशल मीडिया पर इस तस्वीर ने एक नई बहस को जन्म दिया है। कुछ लोग राष्ट्रपति भवन में लगी इस तस्वीर को सुभाष चंद्र बोस की जगह एक अभिनेता की तस्वीर बता रहे हैं।
President Kovind unveils the portrait of Netaji Subhas Chandra Bose at Rashtrapati Bhavan to commemorate his 125th birth anniversary celebrations. pic.twitter.com/Y3BnylwA8X
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 23, 2021
हालांकि बीजेपी ने इस आरोप को खारिज कर दिया है। पार्टी के अनुसार, राष्ट्रपति ने जिस पोर्ट्रेट का अनावरण किया, वह पेंटिंग है न कि कोई फोटोग्राफ। यह पेंटिंग मशहूर पेंटर और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित परेश मेटी द्वारा बनाई गई है। भाजपा ने कहा है कि यह पेंटिंग नेताजी की उस फोटो पर आधारित है जिसे उनके पोते चंद्रकुमार बोस ने पब्लिक डोमेन में शेयर किया है।
Portrait unveiled by the Hon’ble President of India-Shri Ram Nath Kovind ji @rashtrapatibhvn is based on #Netaji's original photograph.Its an artists impression of #Netaji. https://t.co/chtZk1a9l2 pic.twitter.com/MkQGEtFq5d
— Chandra Kumar Bose (@Chandrakbose) January 25, 2021
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने भी ट्वीट करके सवाल उठाया है, “राम मंदिर को 5 लाख दान करने के बाद, राष्ट्रपति ने प्रसेनजित के चित्र का अनावरण करके नेताजी का सम्मान किया हैं”। हालांकि बाद में मोइत्रा ने ट्वीट को डिलीट कर दिया है।
इस तस्वीर को लेकर ट्वीटर पर नेताजी के तस्वीर की सत्यता को लेकर लोग लगातार सवाल दाग रहे हैं।