1- दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर्स पर आंदोलन कर रहे किसानों की लगातार मौतें हो रही हैं, इसी बीच सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल हुए संत बाबा रामसिंह ने किसानों के समर्थन में बुधवार को खुद को गोली मार ली। गोली लगने के बाद राम सिहं को गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हरियाणा, करनाल के रहने वाले बाबा रामसिंह ने खुद को गोली मारने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था, जिसमें उन्होंने किसान आंदोलन का जिक्र किया है और लिखा है कि किसानों के हक के लिए, सरकारी जुल्म के गुस्से के बीच सेवादार आत्मदाह करता है, यह जुल्म के खिलाफ, किसानों के हक के लिए आवाज है, वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरुजी की फतेह।
2- किसानों द्वारा दिल्ली बॉर्डर बंद कर प्रदर्शन करने को लेकर दायर याचिकाओं पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ताओं ने शाहीन बाग का हवाला दिया तो मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने कहा, ‘कानून-व्यवस्था के मामले में कोई मिसाल नहीं दी जा सकती है।’ किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने इस विषय पर सरकारों से जवाब मांगते हुए केन्द्र व दिल्ली, यूपी, हरियाणा और पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ये किसान आंदोलन राष्ट्रीय मुद्दा बनेगा इसलिए किसान संगठनों व सरकार के नामित व्यक्तियों की एक कमेटी गठित कर, बातचीत से इस मुद्दे का निपटारा करना चाहिए। इस मामले पर आज फिर से सुनवाई होगी।
3- हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा था कि भाजपा, तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को भगवा पार्टी में शामिल होने के लिए बाध्य कर रही है और तृणमूल कांग्रेस में फूट डालने के लिए भाजपा धन के थैलों का इस्तेमाल कर रही है,, हम लड़ेंगे और विधानसभा चुनाव में उन्हें हराएंगे।” लेकिन ममता बनर्जी के इस विश्वास को बड़ा झटका देते हुए शुभेंदु अधिकारी ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है।शुभेंदु मंत्री पद से पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं और अब उन्होंने विधायक पद भी छोड़ दिया है, और आसार हैं कि जल्द ही वो पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ देंगे। शुभेंदु अधिकारी कभी ममता बनर्जी के बेहद खास हुआ करते थे लेकिन अब ऐसी अटलकें लगाई जा रही हैं कि शुभेंदु बीजेपी में शामिल होंगे। जो कि ममता के लिए एक बड़ा झटका है।
4- रसोई गैस की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा और सिलेंडर की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर कहा है कि सरकार जनता से लूटकर मुनाफा कमा रही है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा “किसके अच्छे दिन मोदी जी? बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस के दाम 15 दिन में 100 रुपये बढ़े! सब्सिडी वाला सिलेंडर 16 मई 2014 को 412 रुपये, आज 595.86 रुपये, बढ़ौतरी- 184.86 रुपये, बिना-सब्सिडी वाला सिलेंडर 1 अगस्त 2019 को 574.50 रुपये का था आज 694 रुपये, बढ़ौतरी-120 रुपये। मुनाफ़ाख़ोर भाजपा सरकार, जनता के बजट पर वार ! वही पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और गैस की कीमत गिरी हैं तो इसका फायदा आम लोगों को मिलना चाहिए, बढ़ी हुई कीमतें वापस लेने की मांग करते हुए सुप्रिया ने कहा कि आम लोगों को इस महामारी और आर्थिक संकट के समय राहत दीजिए। बढ़े दाम को वापस लीजिए।’’
5- भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में जारी सीमा विवाद के बीच केंद्र सरकार ने बुधवार को ऐसा ऐलान किया है जिससे आने वाले दिनों में चीन के वेंडर्स को झटका लग सकता है, सरकार ने कहा है कि ऐसे विश्वसनीय टेलीकॉम वेंडर्स की लिस्ट बनाएगी जिनसे टेलीकॉम से जुड़े उपकरण खरीदे जा सकें। केन्द्र सरकार द्वारा किए गए इस ऐलान के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार इस लिस्ट के जरिए कई टेलीकॉम वेंडर्स को ब्लैकलिस्ट कर सकती है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, कैबिनेट ने टेलीकॉम क्षेत्र के लिए नेशनल सिक्योरिटी डायरेक्टिव्स को मंजूरी दी है। जिसके अंतर्गत विश्वसनीय स्रोतों व विश्वसनीय उत्पादों की एक सूची बनाई जाएगी और इसी तरह ऐसे स्रोतों की भी एक सूची बनेगी जिनसे कोई खरीद नहीं की जाएगी। इस लिस्ट की मदद से कंपनियां टेलीकॉम उपकरण खरीद सकेंगी।