वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लगातार बना हुआ है तनाव का माहौल
संसद के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन यानि आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारत-चीन सीमा रेखा मुद्दे पर संसद को संबोधित करेंगे। यह संबोधन लोकसभा की कार्यवाही की शुरूआत में, दोपहर 3 बजे के आसपास होने की उम्मीद है।
दरअसल, वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लगातार बनते युद्द के माहौल को लेकर और चीन के साथ गतिरोध को लेकर, राहुल गांधी द्वारा सरकार पर लगातार हमले हो रहे हैं। विरोधी पार्टियां सरकार से लगातार जवाब मांग रही है। इस मामले को रविवार को संसद की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में भी उठाया गया था।
भारत-चीन सीमा पर तनाव का माहौल लगातार बना हुआ है। अप्रैल के बाद से ही लद्दाख में पैंगोंग झील और कई अन्य क्षेत्रों में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों द्वारा बार-बार बदलाव किये जा रहे हैं। जून के बाद से तो इस मामले में तेजी से वृद्धि हुई है। गतिरोध में 20 भारतीय सैनिकों की जानें भी गई। LAC पर 45 साल बाद ऐसा हुआ है जब किसी भी पक्ष की तरफ से गोलियां चलाई गईं हों.
पिछले तीन हफ्तों में दो बार, चीनी सैनिकों द्वारा दक्षिणी बैंक पैंगोंग त्सो के आसपास संवेदनशील गतिविधियां देखी गई हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सीमा के हालातों को बेहद गंभीर बताते हुए कहा था कि राजनीतिक स्तर पर गहन विचार विमर्श की जरूरत है.
राहुल गांधी लगातार मांग करते आ रहे हैं कि सरकार वास्तविक नियंत्रण रेखा पर की वास्तविक स्थिति को प्रकट करे और इसे हल करने का प्रस्ताव रखे।