इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या के मामले में एक बड़ी बात सामने आई है। बिहार के डीजीपी संजीव कुमार सिंघल के अनुसार हत्या एयरपोर्ट पर ठेके को लेकर की गई। सिंघल ने यह खुलासा करते हुए कहा है कि रुपेश की हत्या के पीछे एयरपोर्ट पार्किंग के ठेके को लेकर हुआ विवाद है।
सिंघल ने दावा करते हुए कहा कि पुलिस रुपेश हत्याकांड के मामले का जल्द ही खुलासा कर सकती है। पुलिस के बयान के मुताबिक रूपेश की हत्या सुपारी किलरों से कराई गई है। पुलिस हत्यारों के पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि घटना का कारण क्या है। अगर कारण पता चल गया तो मास्टरमाइंड तक भी आसानी से पहुंचा जा सकता है। पुलिस गोलीकांड में मारे के रुपेश से जुड़े हर पहलू की जांच कर रही है। पुलिस की तरफ से जारी बयान में यह साफ है कि कांट्रेक्ट किलर के सहारे से रुपेश की हत्या करवाई गई। कहीं ना कहीं मामले के तार एयरपोर्ट पार्किंग ठेकेदारी से जुड़े होने की संभावना है जिसकी जांच की जा रही है।
पटना पुलिस की टीम ने सोमवार को जल संसाधन विभाग और पीएचईडी में भी पूछताछ की क्योंकि वो इन दोनों विभागों में वे ठेकेदारी किया करते थे। पूछताछ में पुलिस के हाथ रूपेश के टेंडर से संबंधित कई जानकारियां लगी हैं। यह पता चला है कि रूपेश लेवल 3 की ठेकेदारी करते थे। इसका मतलब है कि वो 3 करोड़ से कम का ठेका लिया करते थे। रूपेश ठेकेदारी का काम अपने भाई और बहनोई के नाम पर करवाते थे। एयरपोर्ट पर गाड़ियों का स्टैंड चलाने वालों से भी पूछताछ में यह बात सामने आई है कि पार्किंग स्टैंड को लेकर भी रूपेश का कुछ दिनों पहले विवाद हुआ था।
रुपेश की हत्या के पीछ के हर पहलू को पुलिस खंगाल रही है। पटना पुलिस की विशेष टीम इंडिगों के कर्मचारियों के अलावा उन लोगों से भी पूछताछ कर रही है जिनसे कभी रुपेश का विवाद हुआ था। इसके तहत एक एयरलाइंस कंपनी की महिला कर्मी से भी पूछताछ की गई है जिससे किसी बात पर रूपेश का विवाद हुआ था।