बिहार के लोकप्रिय डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली है। इसका अर्थ है कि उन्होंने स्वेच्छा से पुलिस महकमे से निवृत्ति ली है। पांच महीने बाद, फरवरी, 2021, में वे रिटायर होने वाले थे।
फिलहाल डीजी होमगार्ड एसके सिंघल को डीजीपी का कार्प्रयभार सौंपा गया है।
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि गुप्तेश्वर पांडेय इस साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
गुप्तेश्वर पांडे के राजनीतिक झुकाव की बात कोई नई नहीं है। राज्य में आईजी रहते समाय भी गुप्तेश्वर पांडेय ने वर्ष 2009 में वीआरएस लिया था। तब भी बक्सर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चर्चा ज़ोरो पर थी लेकिन बाद में वे किसी भी दल से चुनावी मैदान में नहीं उतरे और वीआरएस को भी वापस ले लिया था।
पिछले कुछ दिनों से गुप्तेश्वर पांडेय के विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें लगातार लगाई जा रही हैं। हाल में ही जदयू के बक्सर जिलाध्यक्ष के साथ उनकी एक तस्वीर खूब वायरल हुई जिसके बाद उनके बक्सर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चर्चा हुई।
1987 बैच के आईपीएस अफसर गुप्तेश्वर पांडेय संयुक्त बिहार में कई जिलों के एसपी और रेंज डीआईजी भी रहे हैं। वे मुजफ्फरपुर के जोनल आईजी भी रहे हैं। वो एडीजी मुख्यालय और डीजी बीएमपी के पद पर भी रहे हैं। फरवरी, 2019 में बिहार के डीजीपी भी रहे हैं।
22 सितंबर, 2020 को गृह मंत्रालय ने उनके सेवानिवृत्त आवेदन को स्वीकार कर लिया है।
गुप्तेश्वर पांडेय आज शाम 6 बजे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव आएंगे, इस बात की जानकारी उन्होंने स्वयं एक ट्वीट के माध्यम से दी।
मैसेज के ऊपर एक कैप्शन भी दिया गया है जिसमें लिखा है- मेरी कहानी, मेरी जुबानी…
— IPS Gupteshwar Pandey (@ips_gupteshwar) September 22, 2020