कोलकाता: बॉलीवुड एक्टर मिथुन चक्रवर्ती अब भाजपा (बीजेपी) के हो गये हैं। कभी ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल के साथ दिखे मिथुन चक्रवर्ती ने रविवार (7 मार्च) को भाजपा का दामन थाम लिया। पीएम मोदी के ब्रिगेड परेड ग्राउंड की रैली में शामिल होकर उन्होंने भगवा ब्रिगेड के लिए अपना समर्थन दिखाया और मंच से भाजपा का झंडा उठाकर ये बता दिया कि वो भाजपा के साथ हैं।
पीएम मोदी की उपस्थिति में मिथुन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हुए। मिथुन के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तभी लगाई जाने लगी थीं जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने उनसे मुलाकात की थी।
मिथुन चक्रवर्ती की यह दूसरी राजनीतिक पारी शुरू हुई है, बता दें कि मिथुन चक्रवर्ती पहले तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। साल 2011 ममता बनर्जी ने मिथुन चक्रवर्ती को राजनीति से जुड़ने का न्योता दिया था। तृणमूल कांग्रेस से मिथुन चक्रवर्ती 2014 में राज्यसभा सांसद भी बने। लेकिन साल 2016 में मिथुन ने राज्यसभा के सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था। तब मिथुन ने यह कहा था कि वो अपनी खराब सेहत के कारण यह फैसला ले रहे हैं। बता दें कि मिथुन चक्रवर्ती का राजनीति सफर उस वक्त ही डगमगाने लगा था जब उनका नाम शारदा चिटफंड घोटाले में आया था। दरअसल, मिथुन चक्रवर्ती शारदा कंपनी में ब्रांड एंबेसडर थे। तब प्रवर्तन निदेशालय ने मिथुन चक्रवर्ती से पूछताछ भी की थी। मिथुन चक्रवर्ती ने लगभग एक करोड़ बीस लाख रुपये की रकम अदा कर खुदा को कानूनी विवाद से बचाया था। तब से राजनीतिक संन्यास में रहे मिथुन अब भाजपा के साथ हो चले हैं।
मिथुन चक्रवर्ती वामपंथी भी माने जाते हैं। खुद को अक्सर वामपंथी बताने वाले मिथुन पश्चिम बंगाल में खेल मंत्री और वरिष्ठ वामपंथी नेता सुभाष चक्रवर्ती के काफी करीबी भी माने जाते थे। लेकिन मिथुन तृणमूल कांग्रेस से जुड़ गये थे। तब लोगों को उनके फैसले पर हैरत भी हुआ था।