21वीं सदी का 20वां साल इंसानी जिन्दगी में इतनी उथलपुथल ले आएगा किसी ने कल्पनाओं में भी ऐसा विचार नहीं किया होगा, 2020 इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा बहुत सी काली यादों के साथ, शुरुआत से लेकर आखिरी दिनों तक इस साल में हर आमोखास ने इतने बुरे बुरे दौर को अनुभव किया कि दिल बार-बार मानो यही कहता रहा कि काश दो शून्य का ये वर्ष शून्य ही हो जाए। कोरोना से लेकर दिल्ली दंगों और आंदोलन तक किन-किन खबरों ने ली सुर्खियों में जगह आईये एक नजर डालते हैं 2020 के उस कैलेंडर पर, जिसमें सुख आंशिक और दुख अथाह रहा।