West Bengal Election 7TH Phase:
पश्चिम बंगाल में आज (26 अप्रैल) विधानसभा के सातवें चरण के चुनाव है। इस चरण में सभी की नजर ममता बनर्जी की पारंपरिक सीट भवानीपुर पर है। हालांकि ममता बनर्जी इस बार यहां से नहीं बल्कि नंदीग्राम से उम्मीदवार हैं लेकिन फिर भी भवानीपुर की सीट एक हॉटसीट मानी जा रही है। आखिर लोकतंत्र के इस महापर्व में ममता बनर्जी की साख मजबूत हुई या कमजोर, इसका पता इस सीट से भी चलेगा।
दरअसल भवानीपुर ममता बनर्जी का गृह क्षेत्र है। इसी सीट से वो सत्ता की सीढ़ियां चढ़ कर मुख्यमंत्री के ओहदे तक पहुंची हैं। 2011 में 34 साल के वाममोर्चा शासन को उखाड़ फेंकने के बाद ममता ने भवानीपुर सीट से ही विधानसभा पहुंची थी। मई, 2011 में मुख्यमंत्री बनने के बाद ममता के लिए यह सीट खाली की गई थी। उपचुनाव में ममता ने 54 हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया था। हालांकि ममता ने 2016 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से दोबारा जीत दर्ज की थी लेकिन तब जीत का अंतर पहले की तुलना में घट गया था। यह अंतर 25 हजार रह गया। इस बार वो इसी सीट ने नहीं बल्कि नंदीग्राम से चुनावी मैदान में हैं।
भवानीपुर सीट से ममता इस बार भले ही चुनावी संग्राम में नहीं हों लेकिन यहां भी उनकी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी का यह गृह व परंपरागत सीट है। जाहिर है सभी की निगाहें इस सीट पर है। ममता को इस बार परास्त करने और धूल चटाने के लिए भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। खास तौर पर नंदीग्राम और भवानीपुर सीट ममता के लिए चुनौती है।
टीएमसी ने इस बार रासबिहारी सीट से निवर्तमान विधायक व बंगाल सरकार में बिजली मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय को भवानीपुर से उम्मीदवार बनाया है। भाजपा की ओर से स्टार उम्मीदवार व बांग्ला अभिनेता रुद्रनील घोष हैं, वहीं कांग्रेस ने इस सीट से युवा नेता शादाब खान को उतारा है।
बता दें कि रुद्रनील घोष ने पिछले दिनों टीएमसी छोड़कर भाजपा का दामन थामा है। वो 2011 से तृणमूल के साथ थे। टीएमसी के लिए यह मुश्किल वक्त है क्योंकि भाजपा ने यहां से रुद्रनील घोष को उतार कर ममता के लिए चुनौती खड़ी कर दी है।