देश में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच चल रहे विधानसभा चुनावों को लेकर इलेक्शन कमिशन ने चुनाव प्रचारों पर सख्त रुख अख्तियार किया है। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में आठ चरण में हो रहे मतदान में अभी दो चरण बाकी हैं, जिन्हें लेकर होने वाली पद यात्राओं, साइकिल रैली व रोड़ शो सभी पर चुनाव आयोग ने पाबंदी लगा दी है। दरअसल चुनाव प्रचारों के दौरान राजनीतिक दलों, नेताओं और समर्थकों द्वारा कोविड प्रोटोकॉल्स का पालन नहींहो रहा, जिसे देखते हुए इलेक्शन कमिशन ने गुरुवार को चुनाव प्रचार के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की हैं। नए दिशा निर्देशों के तहत राजनीतिक पार्टियों को प्रचार के लिए रोड शो, पद यात्रा, साइकिल या बाइक रैली की इजाजत नहीं होगी। वहीं जन सभाओं में भी 500 से ज्यादा लोग इकट्ठे नहीं होंगे और इसके लिए भी पार्टियों व नेताओं के कोविड प्रोटोकॉल्स का पालन करना होगा, जैसे पर्याप्त जगह, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाना आदि। इलेक्शन कमिशन का कहना है कि आयोग द्वारा नई गाइडलाइन्स जारी होने के बाद
भी राजनीतिक दल और प्रत्याशी लगातार नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, जिसके बाद चुनाव आयोग को ये सख्त कदम उठाना पड़ा।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच पश्चिम बंगाल चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी अब रैलियों में नजर नहीं आएंगे। आखिरी के दोनों मतदान के लिए बीजेपी और टीएमसी ने वर्जुअल रैली करने का फैसला लिया है। चुनाव आयोग की ओर से आदेश जारी किए जाने से पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी 4 रैलियों को कैंसिल कर चुके हैं, जिन्हें वह शुक्रवार को संबोधित करने वाले थे। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच चुनावी रैलियों को लेकर राजनीतिक पार्टियों पर लगातार उंगलियां उठ रही थीं।
गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा था, ‘कल मैं कोरोना से पैदा हालात की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक में शामिल रहूंगा। इसके चलते मैं पश्चिम बंगाल नहीं जा रहा हूं।’
ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘कोरोना के केसों में तेजी से इजाफे और चुनाव आयोग के आदेश के चलते मैं अपनी सभी रैलियों को कैंसिल कर रही हूं। अपनी वर्चुअल मीटिंग्स का शेड्यूल मैं जल्दी ही साझा करूंगी।’
बता दें कि अब बंगाल में दो ही चरण के चुनाव बाकी हैं। गुरुवार को प्रदेश में कोरोना के 11948 मामले सामने आये, जबकि 56 लोगों की मौत हुई है।