पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव का तीसरा चरण आज यानी मंगलवार यानी 6 अप्रैल को है। इसके तहत दक्षिण बंगाल के इलाके में 31 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इस चरण में 78.5 लाख से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं। 205 उम्मीदवारों के किस्मत की आजमाईश आज होनी है। इनमें कुछ बड़े नाम हैं- भाजपा के राज्यसभा सदस्य स्वप्न दास गुप्ता, तृणमूल कांग्रेस के मंत्री आशिमा पात्रा, माकपा नेता कांति गांगुली।
मंगलवार को मतदान होने वाले इलाके में 16 दक्षिण 24 परगना (पार्ट टू), सात हावड़ा (पार्ट वन) और आठ हुगली (पार्ट वन) शामिल है। इसमें हुगली की 8 सीट, हावड़ा में 7 सीट और दक्षिण 24 परगना की 16 सीटों पर मतदान डाले जाएंगे।
बता दें कि दक्षिण बंगाल ममता बनर्जी का गढ़ रहा है। अगर 2019 के लोकसभा चुनाव में पर नजर डालें तो दक्षिण बंगाल की 167 सीटों में TMC ने 119 सीटों पर बढ़त हासिल की थी। तब बीजेपी ने 48 सीटों पर बढ़त बनाई थी। 2016 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने इन 31 में से 30 सीटें जीती थीं। कांग्रेस हावड़ा जिले की अमता विधानसभा सीट ही जीत हासिल कर पायी थी। बीजेपी को इस चरण में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। इस बार चुनावी दंगल वैसे भी बहुत बड़ा हो चला है। तृणमूल कांग्रेस में झगड़े की जड़ माने जा रहे, कद्दावर नेता और सांसद अभिषेक बनर्जी के डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र पर सभी की नजर होगी। इस संसदीय क्षेत्र की सात में से चार विधानसभा सीटों पर आज मतदान होने हैं।
पीरजादा अब्बास सिद्दिकी दीदी के लिए खतरा
पीरजादा अब्बास सिद्दिकी का इंडियन सेकुलर फ्रंट (आईएसएफ) दीदी (ममता बनर्जी) को लगातार चुनौती दे रहा है। कभी तृणमूल कांग्रेस के करीबी रहे अब्बास सिद्दिकी अब दीदी के लिए चिंता का सबब बन गये हैं। पीरजादा अब्बास सिद्दिकी का दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों के कई क्षेत्रों में अच्छी पकड़ है। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि आईएसएफ भाजपा की ‘बी’ पार्टी है जिसे वोट काटने के इरादे से भाजपा लेकर आई है। हालांकि सिद्दिकी ने इस आरोप को बेबुनियाद बताया है।
आपको बता दें कि मंगलवार को ही पश्चिम बंगाल के अलावा तमिलनाडु विधानसभा की 234 सीटों, केरल विधानसभा की 140 सीटों, असम की 40 सीटों, और पुदुचेरी विधानसभा की सभी 30 सीटों पर भी मतदान होने हैं।