समाजवादी पार्टी को यादवों की पार्टी माना जाता रहा है। एक दौर था जब इस पार्टी को मुसलमानों की रहनुमाई के लिए जाना जाता था। लेकिन मुलायम परिवार का एक ऐसा भी सच है जो शायद आपको मालूम ना हो। मुलायम परिवार की तीन बहुएं ठाकुर परिवार से ताल्लुक रखती हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिपंल यादव या फिर छोटी बहू अपर्णा क्षत्रीय समाज से आती हैं। मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव की पत्नी राजलक्ष्मी भी राजपूत घराने से ताल्लुक रखती हैं।
डिंपल यादव
सबसे पहले बात बड़ी बहू डिंपल यादव की। बड़ी बहू होने के नाते मुलायम यादव की सबसे चहेती भी मानी जाती हैं। डिंपल के पिता रिटार्यड आर्मी कर्नल एस सी रावत अल्मोड़ा में पोस्टेड थे। यानी विवाह पूर्व डिंपल यादव, डिपंल रावत थी। कॉमर्स की पढ़ाई करने वाली डिंपल ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई-लिखाई में अव्वल डिंपल को पेंटिग और घुड़सवारी का बेहद शौक है। मुलायम परिवार में शामिल होने से पहले भी उनकी राजनीतिक समझ काफी अच्छी थी। इस परिवार में आने के बाद डिंपल के सियासी समझ में और निखार आया। डिंपल और अखिलेश यादव की शादी 24 नवंबर 1999 को हुई थी। कन्नौज से निर्विरोध सांसद डिंपल के तीन बच्चे अदिति, टीना और अर्जुन हैं। राजनीति में परिपक्व हो चुकी डिंपल अपने पति का सोशल मीडिया अकाउंट भी संभालती हैं।
अपर्णा यादव
अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं। पूरा नाम अपर्णा सिंह बिष्ट है। अपर्णा के पिता टाइम्स ऑफ इंडिया, लखनऊ ब्यूरो में चीफ एडिटर तथा सूचना आयुक्त रहे अरविंद सिंह बिष्ट की बेटी हैं। अपर्णा ने अपनी स्कूलिंग लखनऊ में की है। इनके स्कूल में मुलायम के बेटे प्रतीक भी पढ़ा करते थे, जहां से दोनों में दोस्ती हो गई। स्कूल के बाद दोनों की दोस्ती गहरी हुई और दोनों एक-दूसरे को डेट करने लगे। लखनऊ में स्कूलिंग के बाद अपर्णा अपनी आगे की पढ़ाई के लिए इग्लैंड चली गईंं, जहां उन्होंने मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध के विषय में मास्टर डिग्री की। प्रतीक ने लीड्स यूनिवर्सिटी से एमएससी इन मैनेजमेंट की डिग्री पूरी की। दोनों पढ़ाई की वजह से काफी दिनों तक दूर तो रहे लेकिन सोशल मीडिया ने उन्हें जोड़े रखा। अपर्णा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जिस दौरान इनकी दोस्ती हुई थी उस वक्त अपर्णा की नजर में प्रतीक एक साधारण लड़का था। किसी को ये नहीं मालूम था कि प्रतीक मुलायम के बेटे हैं। मुलायम ने 2007 में अपनी दूसरी पत्नी साधना गुप्ता और प्रतीक को सार्वजनिक रूप से अपनाया था। जब अपर्णा के पिता को पता चला कि प्रतीक मुलायम की दूसरी पत्नी के बेटे हैं, जिस रिश्ते को उन्होंने इतने सालों तक छुपाकर रखा तो उन्होंने इस रिश्ते को लेकर कड़ा एतराज जताया। उनका कहना था कि प्रतीक को मुलायम अखिलेश जैसा दर्जा कभी नहीं दे सकते, इसलिए उन्होंने प्रतीक को अपनी बेटी से अलग रहने की सलाह दी, लेकिन बाद में मुलायम के मनाने पर उनके पिता राजी हो गए। अपर्णा यादव के पति प्रतीक बिजनेसमैन हैं लेकिन अपर्णा की रूचि राजनीति में है। वो देश के सबसे बड़े सियासी यादव कुनबे की बीसवीं सदस्य हैं जो राजनीति में उतरी। अपर्णा बिष्ट यादव लखनऊ की कैंट सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर 2017 में विधानसभा लड़ चुकी हैं। वो विधानसभा चुनाव हार गई थीं। अपनी इस हार से वह इतनी दुखी थीं कि उन्होंने हार का ठीकरा अपनो पर ही तोड़ दिया था। मुलायम की बहू अपर्णा ने चुनाव के बाद दिए इंटरव्यू में अप्रत्यक्ष रूप से अखिलेश यादव पर निशाना साधा था और कहा था कि उन्हें जानबूझ कर हराया गया था। बीते दिनों अपर्णा यादव ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 11 लाख रुपए दान में दिए। अपर्णा समय-समय पर पीएम मोदी व सीएम योगी की प्रशंसा करने के कारण सुर्खियों में रहती हैं।
राजलक्ष्मी
यादव परिवार के शिवपाल यादव की बहू राजलक्ष्मी आदित्य यादव की पत्नी हैं। राजलक्ष्मी के पिता संजय सिंह भी राजपूत घराने से ताल्लुक रखते हैं। राजलक्ष्मी की मां शारदा कुंवर सिंह राजपूताना मैहर स्टेट की राजकुमारी रही हैं। राजलक्ष्मी के नाना राजा कुंवर नारायण सिंह जूदेव तीन बार एमएलए रहे चुके हैं। हिमाचल पर्देश के पूर्व सीएम स्वर्गीय वीरभद्र नारायण सिंह रिश्ते में राजलक्ष्मी के नाना लगते थे। एक समय था जब राजलक्ष्मी के पिता संजय सिंह पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के करीब माने जाते थे। राजीव गांधी के निधन के पिता संजय सिंह ने राजनीति को अलविदा कह कर कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र से जुड़ गये। लॉरेटो गर्ल्स कॉन्वेंट स्कूल से इंटरमीडिएट और लखनऊ विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन करने वाली राजलक्ष्मी का यादव परिवार में बड़ा मान सम्मान है।