1-कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के नेताओं को बीते एक सप्ताह में सरकार की ओर से तीन बार बातचीत के लिए पत्र लिखा गया है 17 और 20 दिसंबर के बाद केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिहं तोमर ने समाधान पर बातचीत के लिए 24 दिंसबर को फिर से किसान नेताओं को एक और खत लिखा है। कृषि मंत्री ने एक बार फिर किसानों से बातचीत के लिए तारीख व समय तय करने की अपील की है। वहीं दूसरी तरफ कानूनों को खारिज किए जाने की मांग पर अड़े किसान, आंदोलन को और तेज करते हुए आज और कल (25-26 दिसंबर) हरियाणा के हाईवे टोल फ्री करेंगे और 26 व 27 दिसंबर को दुनियाभर में भारतीय दूतावासों के बाहर कृषि कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शनों का आयोजन करने की तैयारी में हैं।
2- 24 दिसंबर को कांग्रेस ने किसान आंदोलन के समर्थन में राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने का फैसला किया लेकिन दिल्ली पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी और अकबर रोड़ पर स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धारा 144 लगाई। कांग्रेस के सभी सांसद विजय चौक से पैदल मार्च करते हुए राष्ट्रपति भवन के लिए निकले, जो राहुल गांधी के साथ राष्ट्रपति राम नाथ कोविंड दो 2 करोड़ लोगों के हस्ताक्षर सौपने के लिए जा रहे थे लेकिन दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी के साथ सिर्फ दो नेताओं, गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन को ही राष्ट्रपति भवन में जाने की परमिशन दी गई। जिसके बाद राहुल गांधी ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर कृषि कानून के खिलाफ 2 करोड़ किसानों के हस्ताक्षर राष्ट्रपति को सौंपे। वहीं प्रदर्शन कर रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया, हालांकि कुछ वक्त के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। राष्ट्रपति को ज्ञापन सौपने के बाद राहुल गांधी ने सरकार पर हमला बोला और कहा अगर संघ प्रमुख भागवत किसी दिन मोदी के खिलाफ खड़े हो गए, तो उन्हें भी आतंकवादी बता दिया जाएगा। राहुल गांधी ने सरकार से संयुक्त सत्र बुलाकर कृषि कानूनों को वापस लेने की बात कही है।
3- क्रिसमस के मौके पर हर साल लोग लाखों की संख्या में प्रार्थना के लिए गिरिजाघरों का रुख करते हैं लेकिन इस साल दूसरे त्यौहारों की तरह क्रिसमस का त्यौहार भी कोरोना से प्रभाव के चलते थोड़ा फीका रहेगा, आज क्रिसमस के मौके पर दिल्ली के सभी चर्चित चर्च बंद रहेंगे, कोरोना के नए स्ट्रेन की जानकारी मिलने के बाद अहतियातन ये कदम उठाया गया है। हालांकि सभी गिरिजाघरों की सजावट हर साल की तरह ही की जाएगी लेकिन आम लोगों के लिए चर्च में एंट्री बंद रहेगी, केवल चर्च के सदस्य ही चर्च में प्रार्थना कर सकेंगे।
4- भारत सरकार के सड़क एवं परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने नए साल में टोल प्लाजा से संबंधित बड़ा फैसला लिया है। मंत्रालय की तरफ से एक नोटिफिकेशन जारी कर कहा गया है कि देश के सभी चार पहिया वाहनों के लिए 1 जनवरी 2021 से फास्टैग अनिवार्य होगा। टोल प्लाजा में इस नए नियम की घोषणा करते हुए केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि फास्टैग यात्रियों के लिए उपयोगी है, इसके होने पर आपको टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ती, इससे कैश, टाइम और फ्यूल तीनों की बचत होगी। फिलहाल देश के 80 प्रतिशत टोल प्लाजा में फास्टैग की सुविधा है, जिसे नये साल में 100 प्रतिशत करने की तैयारी है। यदि आपकी गाड़ी पर फास्टैग नहीं है तो 1 जनवरी से पहले जरूर लगवा लें, फास्टैग ई-कॉमर्स साइट अमेजन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, पेटीएम पर उपलब्ध हैं। इसके अलावा बैंक और पेट्रोल पंप से भी फास्टैग खरीद सकते हैं।
5- 28 दिसंबर से दिल्ली मेट्रो की करीब 37 किलोमीटर लंबी मजेंटा लाइन पर जनकपुरी वेस्ट से बॉटेनिकल गार्डन के बीच देश की पहली ड्राइवर लेस मेट्रो शुरु होने जा रही है। 28 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस चालक रहित मेट्रो का उद्घाटन कर हरी झंडी दिखाएंगे। डीएमआरसी के अधिकारियों के मुताबिक पिंक और मजेंटा लाइन मेट्रो डाइवर लेस तकनीक से ही तैयार की गई थीं, लेकिन देश में ये तकनीक नई होने की वजह से लगातार ट्रायल्स के बाद इसे शुरु किया जा रहा है। मजेंटा के बाद जल्द ही पिंक लाइऩ पर भी ड्राइवर लेस मेट्रो दौड़ती नजर आएगी। ड्राइवर लेस मेट्रों में लगतियों की गुंजाइश नहीं रहेगी साथ ही मेट्रो की रफ्तार भी बढ़ेगी और सफर भी कम वक्त में पूरा होगा। ड्राइवर लेस मेट्रो की शुरुआत वाकई डीएमआरसी की इस साल की सबसे बड़ी उपलब्धि है। 24 दिसंबर 2002 को शहादरा से तीसहजारी के बीच पहली मेट्रो शुरु हुई थी, अपने 18 साल के सफल सफर में आज दिल्ली मेट्रो की 10 लाइनें हैं और दिल्ली की लाइफलाइन बन चुकी मेट्रो में आज औसतन 26 लाख यात्री रोजाना सफर करते हैं।