समर्थ महांगडे ने परीक्षा केंद्र तक पहुँचने के लिए अपनाया पैराग्लाइडिंग का अनोखा तरीका
महाराष्ट्र के सतारा जिले के एक छात्र ने परीक्षा केंद्र तक पहुँचने के लिए एक बेहद अनोखा और साहसिक तरीका अपनाया। वाई तालुका के पसरानी गाँव के रहने वाले छात्र समर्थ महांगडे ने ट्रैफिक जाम से बचने के लिए पैराग्लाइडिंग का विकल्प चुना और हवा में उड़ते हुए परीक्षा केंद्र तक पहुँच गए।
समर्थ को परीक्षा देने के लिए कॉलेज जाना था, लेकिन शहर में भारी ट्रैफिक की वजह से वे समय पर परीक्षा केंद्र नहीं पहुँच पा रहे थे। समय की कमी को देखते हुए उन्होंने एक साहसिक कदम उठाया। समर्थ पहले पंचगनी में थे और उन्हें अपनी परीक्षा के लिए कॉलेज जाना था, लेकिन ट्रैफिक के कारण वे तय समय पर नहीं पहुँच पाते। इसके बाद, उन्होंने पैराग्लाइडिंग का रास्ता चुना।
समर्थ ने अपनी टीम और अनुभवी पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षकों की मदद से यह कारनामा किया। जीपी एडवेंचर्स के खेल विशेषज्ञ गोविंद येवले और उनकी टीम ने पूरी प्रक्रिया की देखरेख की और सुनिश्चित किया कि समर्थ पूरी सुरक्षा के साथ हवा में उड़कर परीक्षा केंद्र तक पहुँच जाएं।
इस पूरी घटना के दौरान, समर्थ ने पैराग्लाइडिंग के लिए सभी जरूरी सुरक्षा उपकरण पहन रखे थे। वे सही समय पर और सुरक्षित रूप से परीक्षा केंद्र पहुँचे।
यह वाकया ‘Insta_satara’ के इंस्टाग्राम हैंडल से शेयर किया गया, जिसने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियाँ बटोरी। समर्थ का यह कदम न केवल उनके साहस को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सही दिशा और इच्छाशक्ति से किसी भी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।
सतारा जैसे पश्चिमी महाराष्ट्र के पर्यटन स्थलों पर पैराग्लाइडिंग एक लोकप्रिय गतिविधि है, और समर्थ महांगडे की यह साहसिक यात्रा यह साबित करती है कि जब समस्या सामने हो, तो हमें अपनी कल्पना और साहस का उपयोग करना चाहिए।