Rashmi Rocket Movie Review:
‘रश्मि रॉकेट’ सत्य घटनाओं पर आधारित एक एथलीट की कहानी है। वो एथलीट जो रॉकेट की रफ्तार से भागती है लेकिन उसकी जिंदगी विवादों में घिर जाती है। दरअसल सफलता की दौड़ लगाती रश्मि उस वक्त विवाद में आती है जब उसका एक गुप्त लिंग परीक्षण किया जाता है। जानी मानी एथलीट दुती चंद की जिंजगी पर आधारित इस फिल्म में चीते की रफ्तारी से दौड़ती रश्मि की जिंदगी सवालों के घेरे में तब आती है जब उनके शरीर में टेस्टेस्टेरॉन हॉर्मोन अधिक पाया जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यह हार्मोन पुरुषों में अधिक पाया जाता है।
क्या यह विवाद रश्मि के सपनों को तोड़ देगा, क्या यह विवाद उसकी जिंदगी की रफ्तार धीमी कर देगा। इसी पर आधारित है यह फिल्म। आकर्ष खुराना द्वारा निर्देशित इस फिल्म में तापसी ने मशहूर एथलीट रश्मि रॉकेट की भूमिका निभाया है। एक महिला एथलीट के संघर्षों पर आधारित इस फिल्म में दिखाया गया है कि विवादों में घिरने के बावजूद रश्मि किस तरह परिवार और समाज की बेड़ियों को तोड़ती है।
फिल्म की कहानी
रश्मि गुजरात के कच्छ (भुज) में पली बढ़ी है। एक छोटे शहर की लड़की बचपन से ही एक बेहतरीन धावक है। उसके मोहल्ले के लोग उसे छोरा अधिक और छोरी कम समझते हैं। रश्मि एक आजाद खयालों की लड़की है और उसके परिवार के लोग उसे खूब सपोर्ट करते हैं। मां भानुबेन (सुप्रिया पाठक), जो रश्मि की तरह ही जिद्दी हैं का उसे भरपूर सहयोग मिलता है। एशियाई खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए वह आगे बढ़ती हैं। लेकिन जेंडर वेरिफिकेशन उसका करियर, मनोबल और पहचान को चोट पहुंचाता है। फिल्म में टेस्टिंग और एसोसिएशन से बाहर किए जाने के खिलाफ रश्मि के वकील (अभिषेक बनर्जी) इस केस को अदालत में चैलेंज करते हैं। कोर्ट रूम का सीन फिल्म में जान डाल देता है, साथ ही अभिषेक बनर्जी का किरदार भी। रश्मि के रुप में तापसी पन्नू के किरदार की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। तापसी पन्नू के ऑन स्क्रीन हस्बैंड की भूमिका में हैं आर्मी मैन के रोल में प्रियांशु पेन्युली। प्रियांशु की एक्टिंग भी देखने लायक है।