प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के प्रचार के आखिरी दिन राज्य की जनता के नाम एक खत लिखा है। पीएम मोदी ने राज्य के लोगों से अपील करते हुए कहा, ‘मुझे बिहार में नीतीश जी की सरकार की जरूरत है’। अपने चार पन्नों के पत्र में उन्होंने लिखा, मुझे विश्वास है डबल इंजन की ताकत, इस दशक में बिहार को विकास की नई ऊचाई पर पहुंचाएगी।
बिहार के भाइयों और बहनों के नाम मेरा पत्र… pic.twitter.com/QZ2qOlF8XD
— Narendra Modi (@narendramodi) November 5, 2020
बड़ी तादाद में मतदान के लिए लोगों को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि युवा-बुजुर्ग, गरीब, किसान सभी ने जिस तरह से वोट देने के लिए आगे आए हैं, वह आधुनिक और नए बिहार की तस्वीर दर्शाता है. बिहार में लोकतंत्र के महापर्व के दौरान मतदाताओं के जोश ने हम सबको और अधिक उत्साह के साथ काम करने को प्रेरित किया है। पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार बिहार के गौरवशाली अतीत को फिर से स्थापित करने के कटिबद्ध है, प्रतिबद्ध है।
चिट्ठी के माध्यम से पीएम मोदी ने लिखा कि बिहार चुनाव का पूरा फोकस विकास पर केंद्रित रहा। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार पिछले वर्षों के अपने कार्य का न केवल रिपोर्ट कार्ड पेश किया, बल्कि जनता के सामने आगे का विजन भी रखा। लोगों को भरोसा है कि बिहार का विकास एनडीए सरकार ही करती है। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और कानून का राज एनडीए सरकार ही करती है। ये सामाजिक और आर्थिक संपन्नता के लिए अनिवार्य है। वर्ष 2005 के बाद से ही बिहार में माहौल बदला है और नये बिहार का निर्माण आरंभ हुआ है।
एनडीए सरकार के दौरान बिहार में बिजली, सड़क-पानी, शिक्षा-स्वास्थ्य समेत सभी क्षेत्रों में बहुत काम हुए हैं। अभाव से आकांक्षा की ओर प्रदेश को ले जाना एनडीए सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि है। शौचालय, घर-घर गैस, जलापूर्ति, गरीब को बैंक से जोड़ने तक सब कुछ बिहारवासियों के वोट की ताकत से ही संभव हुआ है। प्रधानमंत्री आवास योजना से घर मिला तो मुद्रा योजना से गरीब जरूरतमंदों को कर्ज मिला। वृद्धावस्था में पेंशन से लेकर बीमा की सुरक्षा दी गई है। बिहार की जनता स्वामित्व योजना की भी आस लगाए हैं।
पीएम मोदी ने यह भी लिखा कि एनडीए सरकार ने बिहार में सड़क मार्ग के साथ ही जलमार्ग और हवाई मार्ग की कनेक्टिविटी भी बढ़ाई है। कनेक्टिविटी जितना बढ़ेगी, उतना ही गरीब-किसान, नौजवान और मध्यम वर्ग के जीवनस्तर में सुधार होगा। बिहार प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना का बड़ा हिस्सेदार है। बिहार गैस आधारित अर्थव्यवस्था में भी बड़ा भागीदार है। गंगा जी पर विकसित हो रहे जलमार्ग पर से भी बिहार को काफी लाभ मिला है। आज बिहार में दुकान या फैक्ट्री चलाने वाले से लेकर रेहड़ी-पटरी वाले बिना किसी भय के काम कर रहे हैं। यहां के लोग आत्मनिर्भर बिहार के संकल्प को साकार करने में जुटे हैं। मातृभाषा में शिक्षा के बिहार सरकार के निर्णय से भी अवसरों के नए द्वार खुले हैं।
ख़त के आखिर में प्रधानमंत्री ने लिखा
“साथियों…
बिहार में वोट पड़ रहा है
जात-पात पर नहीं विकास पर
झूठे वादों पर नहीं, पक्के इरादों पर
कुशासन पर नहीं, सुशासन पर
भ्रष्टाचार नहीं, ईमानदारी पर
अवसरवादिता पर नहीं, आत्मनिर्भरता के विजन पर”