द वायर सहित 16 मीडिया संस्थानों की पड़ताल में यह जानकारी सामने आई है कि इजरायली स्पाईवेयर Pegasus के इस्तेमाल से पत्रकारों, लीगल कम्यूनिटी मेंबर्स, बिजनेसमैन, सरकारी अधिकारी, वैज्ञानिक, कार्यकर्ताओं और अन्य कई लोगों के फोन की जासूसी की गई है। जारी लिस्ट में 300 से ज्यादा भारतीय मोबाइल नंबर हैं। करीब 40 पत्रकारों जो कि हिंदुस्तान टाइम्स, इंडिया टुडे, नेटवर्क 18, द हिंदू और इंडियन एक्सप्रेस सहित बड़े मीडिया संस्थानों से ताल्लुक रखते हैं उन्हें भी निशाना बनाया गया है।
इस मसले पर सरकार की सफाई से असंतुष्ट एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर सरकार से सवाल पूछा कि, फोन हैकिंक के लिए पेगासस सॉफ्टवेयर हैकिंग है, टैपिंग नहीं। ओवैसी ने कहा कि हैकिंग एक अपराध है फिर चाहे ये किसी शख्स ने किया हो या किसी सरकार ने। उन्होंने सरकार से दो टूक शब्दों में कहा कि, सरकार को दो बातें जरूर बतानी होंगी। पहली ये कि क्या उसने एनएसओ स्पाईवेयर का उपयोग किया? क्या सरकार ने न्यूज रिपोर्ट्स में लिए नामों को दायरे में लिया था कि नहीं?
NSO, which owns #Pegasus has repeatedly clarified that it sells its services to “vetted governments” alone. This is why, GOI has to disclose if it availed these services & the people who were targeted 2/2
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 18, 2021
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मामले पर ट्वीट कर सरकार पर सीधा पर सीधा निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, “हमें पता है वो हमारे फोन में क्या पढ़ रहे हैं”।
We know what he’s been reading- everything on your phone!#Pegasus https://t.co/d6spyji5NA
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 19, 2021
वहीं रिटायर्ड आइएएस सूर्य प्रताप सिंह ने भी तंज कसते हुए ट्वीट किया, अच्छे-अच्छे फंसे थे जासूसी के जाल में- पत्रकार, विपक्ष के नेता, सुप्रीम कोर्ट के जज तक को नहीं छोड़ा। आखिर इन सबकी फोन टैपिंग क्यूं कराई जा रही थी? क्या खतरा था? वाणी पर पहरे लगा दिए। लोकतंत्र की गर्दन मरोड़ कर रख दी।
अच्छे अच्छे फंसे थे जासूसी के जाल में- बड़े बड़े पत्रकार, विपक्ष के नेता, उघोगपति, सुप्रीम कोर्ट के जज तक को नहीं बख्शा।
आखिर इन सबकी फोन टैपिंग क्यों कराई जा रही थी? क्या खतरा था?
वाणी पर पहरे लगा दिए। लोकतंत्र की गर्दन मरोड़ कर रख दी, परखच्चे उड़ा दिए, साहब।#Pegasus
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 18, 2021