दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा पूरी दुनिया पर मंडरा रहा है। माना जा रहा है कि ये वैरिएंट डेल्टा वैरिएंट से ज्यादा घातक है। संक्रमण की गति भी बहुत तेज है। बीते एक हफ्ते में ही यह दक्षिण अफ्रीका से लेकर 24 देशों में पहुंच चुका है। बुधवार देर रात अमेरिका में भी इसके एक केस की पुष्टि हुई है। अब तक कुल 30 से ज्यादा देशों ने इस वैरिएंट को रोकने के लिए ट्रैवल बैन सहित अपने बॉर्डर तक सील कर दिए हैं।
ओमिक्रॉन अब तक ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बोत्सवाना, कनाडा, चेक गणराज्य, डेनमार्क, जर्मनी, हॉन्गकॉन्ग, इजराइल, इटली, जापान, नीदरलैंड, नाइजीरिया, पुर्तगाल, रीयूनियन, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया और अमेरिका तक पहुंच गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक ट्रेडोस एडनॉम घेबियस ने भी चेतावनी देते हुए कहा है कि 23 देशों में कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रोन वैरिएंट पर दुनियाभर के देशों की नजर है। डब्ल्यूएचओ के 5-6 क्षेत्रों में से कम से कम 23 देशों में ओमिक्रोन के मामले पाए जा चुके हैं। इसके आंकड़े अभी और बढ़ेंगे। संगठन इसे काफी गंभीरता से ले रहा है।
उन्होंने कहा कि बाकी सभी देशों को भी इसे बेहद गंभीरता से लेना चाहिए। लेकिन ये वायरस हमें आश्चर्यचकित न कर दे। यही वायरस करता है और यह वही है जो यह वायरस करता रहेगा, जब तक हम इसे फैलते रहने देते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ट्रेडोस ने कहा कि संगठन लगातार ओमिक्रोन के बारे में मालूम कर रहा है। लेकिन ट्रांसमिशन पर इसके असर, इसकी गंभीरता और टेस्ट, वैक्सीन्स के इस पर असर के बारे में पता लगाना बाकी है।
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने अब अमेरिका में भी दस्तक दे दी है। दक्षिण अफ्रीका से लौटे एक व्यक्ति में ओमिक्रॉन के लक्षण दिखे हैं। अमेरिका में ओमिक्रॉन का यह पहला मामला है। अमेरिका के शीर्ष संक्रमण रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फाउची (Dr. Anthony Fauci) ने व्हाइट हाउस में कहा कि यह अमेरिका में कोविड-19 के ‘ओमीक्रोन’ वेरिएंट से संक्रमित होने का पहला मामला है। उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति 22 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका (South Africa) से लौटा था और 29 नवंबर को वह जांच में संक्रमित पाया गया था। फाउची ने कहा कि व्यक्ति का वैक्सीनेशन हुआ है लेकिन उसने वैक्सीन की बूस्टर खुराक नहीं ली है और उसमें मामूली लक्षण हैं. रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र विदेशी यात्रियों की जांच करने वाले अमेरिकी नियमों को कड़ा करने के लिए कदम उठा रहा है।