Sweta Ranjan, Noida
अगर आप भी नोएडा के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ने का इंतजार कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए खुशखबरी लेकर आई है। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) की तुलना में जेवर एयरपोर्ट का किराया सस्ता हो सकता है।
उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने राज्य में एविएशन सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए विमानन ईंधन पर वैट (VAT) को घटाकर मात्र 1% कर दिया है। इसकी तुलना में दिल्ली में यह दर 25% है। जानकारों का कहना है कि इस फैसले से न केवल विमानन कंपनियों को फायदा होगा, बल्कि यात्रियों को भी सस्ता किराया मिलने की संभावना है।
एयरलाइंस और यात्रियों को लाभ
विमानन ईंधन की लागत एयरलाइंस के कुल खर्च का एक बड़ा हिस्सा होती है। वैट कम होने से ऑपरेशनल कॉस्ट में कमी आएगी, जिससे यात्रियों के लिए टिकट सस्ते हो सकते हैं। साथ ही, यह कदम जेवर एयरपोर्ट को एक प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त देगा, जिससे यह दिल्ली-एनसीआर के यात्रियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन सकता है।
जेवर एयरपोर्ट की खासियतें
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिसे जेवर एयरपोर्ट भी कहा जाता है, 2025 के अप्रैल में शुरू होने वाला है। यह उत्तर भारत का सबसे बड़ा और आधुनिक एयरपोर्ट होगा। भीड़भाड़ से जूझ रहे IGI एयरपोर्ट का यह एक सस्ता और सुविधाजनक विकल्प बनने की उम्मीद है। एयरपोर्ट से न केवल घरेलू, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के संचालन की भी योजना है।
एईआरए करेगा किराया तय
भारतीय विमानपत्तन आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (AERA) जल्द ही नोएडा एयरपोर्ट के किराए की संरचना और दिशा-निर्देशों पर मंथन करेगा। यह तय करेगा कि यात्रियों को किस दर पर सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
विकास और रोजगार के नए अवसर
जेवर एयरपोर्ट परियोजना से क्षेत्र में रोजगार और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की संभावनाएं भी बढ़ी हैं। एयरपोर्ट के शुरू होने से नोएडा और ग्रेटर नोएडा को वैश्विक मानचित्र पर एक नई पहचान मिलने की उम्मीद है।