1- कोरोना संक्रमण के नए मामलों ने एक बार फिर रिकॉर्ड बनाया है, और संक्रमितों की संख्या तीसरी बार चार लाख के पार गई। कल 24 घंटे में देशभर में नए कोविड संक्रमितों की संख्या 4 लाख 14 हजार 182 रही, जबकि 24 घंटे में 3 हजार 920 लोगों की मौत हुई। राहत की बात ये है कि इस दौरान 3 लाख 28 हजार से ज्यादा मरीजों ने रिकवर किया है। वहीं महाराष्ट्र में कल एक बार फिर नए संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ और 24 घंटे में 62 हजार 194 नए मामले सामने आए इस बीच 853 लोगों की मौत हुई। महाराष्ट्र के बाद केरल और कर्नाटक में संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। केरल में जहां 24 घंटे में 39 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए तो वहीं कर्नाटक में नए संक्रिमतों की संख्या 42 हजार के पार रही। दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में नए संक्रमितों की संख्या जरूर थोड़ी घटी है, लेकिन संक्रमण के चलते हो रही मौतों की संख्या अभी भी ज्यादा है, उत्तर प्रदेश में जहा कल 26 हजार 662 नए मामले मिले तो वहीं दिल्ली में 19 हजार 130 नए मामलों की पुष्टि हुई। इस दौरान यूपी में संक्रमण के चलते 350 लोगों की मौत हुई और दिल्ली में 355 लोगों ने जान गंवाई। इसके अलावा राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी नए संक्रमितों की संख्या 10 हजार के पार है। देश में कोरोना की तीसरी लहर के चलते बढ़ रही संक्रमितों की संख्या के बीच करीब-करीब पूरे भारत में राज्यवार लॉकडाउन है। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड, मिजोरम, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार, यूपी और दिल्ली समेत देश के 25 राज्यों में कोरोना नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन जैसी सख्तियां हैं, लेकिन घटती अर्थव्यवस्था के डर से केन्द्र ने पूरे भारत में संपूर्ण लॉकडाउन नहीं किया है।
2- कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते पैदा हुए हालात से निपटने के लिए दिल्ली-हरियाणा, महाराष्ट्र, पंजाब समेत कई राज्यों ने अपने-अपने स्तर पर लॉकड़ाउन किया है, जिसका असर रेलवे पर भी साफ देखा जा सकता है। संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के चलते ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों ने दूरी बना ली है। जिसके चलते अधिकतर जन शताब्दी एक्सप्रेस में 50 फीसदी बुकिंग भी नहीं हो पा रही। इसी को देखते हुए रेलवे ने लंबी दूरी की 28 जोड़ी ट्रेनों को 9 मई से अगले आदेश तक के लिए निरस्त कर दिया है। रेलवे द्वारा रद्द की गई इन ट्रेनों में शताब्दी, जनशताब्दी, राजधानी, दुरंतो और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं, इनमें कुछ स्पेशल ट्रेने ऐसी हैं जो 10,11 और 12 मई से अगले आदेश तक के लिए निरस्त की गई हैं। जैसे निजामुद्दीन-पुणे दुरंतो स्पेशल 10 मई से, नई दिल्ली-बिलासपुर राजधानी स्पेशल 11 मई से और निजामुद्दीन-चेन्नई राजधानी स्पेशल 12 मई से अगले आदेश तक रद्द रहेंगी। उत्तर रेलवे ने कल एक बयान में यह जानकारी दी। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते यात्रियों की कमी और लगातार बढ़ रहे संक्रमण व मौतों के आंकड़ों को देखते हुए रेलवे ने इन ट्रेनों को 9 मई से अगले आदेश तक कैंसल कर दिया है। वहीं मध्य रेलवे ने 23 यात्री ट्रेनों को रद किया है। इनमें नागपुर-कोल्हापुर स्पेशल, सीएसएमटी-कोल्हापुर स्पेशल और सीएसएमटी-पुणे स्पेशल ट्रेन शामिल हैं। आपको बता दें कि रेलवे ने इस ट्रेनों को ऑक्सीजन एक्सप्रेस और मालगाड़ी के रूप में इस्तेमाल करने का फैसला लिया है।
3- रुस ने स्पुतनिक फैमिली की नई वैक्सीन तैयार की है जो सिंगल शॉट लाइट वैक्सीन है जो असरदार होने के साथ-साथ कीमत में 10 डॉलर यानि 730 रुपये से भी कम है। स्पूतनिक के इस लाइट वर्जन वैक्सीन को रूसी सरकार की मंजूरी भी मिल गई है। मॉस्को के गमलेया रिसर्च
इंस्टीट्यूट की बनाई इस नई वैक्सीन स्पुतनिक लाइट की एक ही डोज 80 फीसद तक असरदार है। स्पुतनिक लाइट को लेकर कंपनी ने गुरुवार को कहा कि ये वैक्सीन स्पुतनिक V का ही लाइट वर्जन है, जो कि सिंगल डोज में ही इतना असरदार है कि ये वैक्सीन लेने के 10 दिन बाद ही एंटीबॉडीज 40 गुना तक बढ़ जाती हैं। कंपनी ने इस बात का दावा किया है कि इस वैक्सीन की एक ही डोज, दूसरी डबल डोज वैक्सीन से ज्यादा प्रभावी है। इस वैक्सीन के फेज 3 ट्रायल के नतीजों में पाया गया है कि स्पुतनिक लाइट वैक्सीन वायरस के सभी नए स्ट्रेन पर असरदार है। जिन लोगों को पहले कोरोना संक्रमण हो चुका है, ये वैक्सीन उन पर भी असरदार है। साथ ही ये वैक्सीन लगवाने के बाद कोरोना के गंभीर असर का खतरा कम हो जाता है। आपको बता दें कि रुस की वैक्सीन स्पुतनिक V को भारत सरकार ने भी मंजूरी देदी है और इस वैक्सीन की पहली खेप यानि करीब 1.5 लाख वैक्सीन 1 मई को भारत आ चुकी हैं। जो टीकाकरण अभियान में शामिल होंगी। ऐसे में उम्मीद है कि इसकी नई सिंगल शॉट लाइट वैक्सीन यानि स्पुतनिक लाइट को भी आने वाले वक्त में भारत में मंजूरी मिल सकती है।
4- केन्द्र और दिल्ली सरकार के बीच बीते कई दिनों से जारी ऑक्सीजन की जंग गुरुवार को कुछ थमती नजर आई, बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से केन्द्र को फटकार मिली और दिल्ली को पहली बार 730 टन ऑक्सीजन। जिसके बाद गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चिट्ठी लिखकर उन्हे धन्यवाद कहा। केजरीवाल ने पीएम को लिखा, केंद्र सरकार की तरफ से पहली बार दिल्ली को 730 टन ऑक्सीजन भेजी गई है। दिल्ली के लोगों की तरफ से मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं। राज्य की खपत 700 टन ऑक्सीजन प्रतिदिन की है। आपसे निवेदन है कि कम से कम इतनी ऑक्सीजन दिल्ली को रोजाना जरूर दिलवाई जाए, इसमें कोई कटौती ना की जाए। पूरी दिल्ली इसके लिए आपकी आभारी रहेगी। दिल्ली में ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ने के बाद अब अस्पतालों में बेड्स की संख्या बढ़ाई जा सकती है। केजरीवाल ने कहा अगर हमें 700 टन ऑक्सीजन रोजाना मिलती रही तो हम 9 हजार बेड और बढ़ा सकते हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि इसके बाद दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं होगी, साथ ही अस्पतालों से भी गुजारिश की कि वे अपने यहां बेड्स की संख्या बढ़ाएं। वहीं वैक्सीन के मुद्दे पर केजरीवाल ने कहा कि यदि पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन मिलें जो 3 महीने में पूरी दिल्ली को वैक्सीन लगाई जा सकती है।
5- देश में तेजी से पैर पसारता कोरोना संक्रमण सबसे ज्यादा प्रभावित कर रहा है महाराष्ट्र को, जहां कोरोना की दूसरी लहर अपने चरम पर है और संक्रमण के नए मामले अभी भी रोजाना 50 हजार के पार आ रहे हैं। इसी बीच चिंता की बात ये है कि राज्य में अब मासूम भी कोरोना की चपेट में हैं। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि राज्य में रोजाना औसतन 500 बच्चे कोविड संक्रमित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पूरे राज्य में एक से 10 साल की उम्र के 1 लाख 47 हजार 420 बच्चे अब तक कोविड संक्रमित हो चुके हैं। बच्चों में संक्रमण के मामलों में उछाल मार्च और अप्रैल के महीने में ही दिखाई दिया है। राज्य में 11 से 20 साल के 3 लाख 33 हजार 926 बच्चे और युवा अब तक संक्रमि हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि पहली लहर की तुलना में इस समय दूसरी लहर के दौरान अस्पताल में भर्ती होने वाले बच्चों की संख्या 1.5 से 2 गुना ज्यादा है। बच्चों में फैले संक्रमण को लेकर BMC की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि बीते साल की तुलना में इस साल बच्चे, घरों से बाहर ज्यादा खेले, इसलिए वे ज्यादा संक्रमित हुए।
6- चुनावों के दौरान तेजी से बढ़े कोरोना के कहर ने कोहराम मचाया हुआ है और इसी बीच यूपी में हुए पंचायत चुनाव को लेकर भी एक चौंकाने वाली खबर निकल कर आई है कि 15 अप्रैल से 5 मई के बीच राज्य मे हुए पंचायत चुनावों में ड्यूटी पर गए कर्मचारियों में 2 हजार से ज्यादा की मौत कोविड संक्रमण के चलते हुई है, बताया जा रहा है कि मरने वालों में विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के साथ-साथ करीब एक हजार टीचर भी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 10 पन्नों की चिट्ठी लिखकर ये जानकारी दी है और चिट्ठी के साथ उन शिक्षकों के नामों की लिस्ट भी भेजी है, जिनकी पंचायत चुनाव में लगी ड्यूटी में संक्रमण के चलते मौत हुई है। संघ ने सीएम को लिखी इस चिट्ठी में मृतक शिक्षकों के परिवारों को 50 लाख रुपए का मुआवजा दिलाने की मांग की है।