स्मिथा सिंह, नई दिल्ली
जिन्दगी के 67 बसंत पूरे कर चुकी बॉलीवुड एक्ट्रेस रेखा की खूबसूती आज भी नई पीढ़ी की अदाकाराओं पर भारी पड़ती है। आज भी उनको लेकर दर्शकों की दीवानगी बरकरार है। रेखा के 67वें जन्मदिन के मौके पर पढ़िए रेखा की लाइफ के कुछ इंटरस्टिंग किस्से।
पिता से नहीं था प्यार
10 अक्टूबर 1954 को मद्रास में जन्मी रेखा का वास्तविक नाम भानुरेखा गणेशन है, रेखा, तमिल की जानीमानी एक्ट्रेस पुष्पवल्ली और एक्टर जेमिनी गणेशन की बेटी हैं, लेकिन कम ही लोग शायद ये बात जानते होंगे कि रेखा के जन्म के बाद उन्हें नाजायज कहा गया क्योंकि उनके पिता ने कभी रेखा की मां से शादी ही नहीं की थी, इसलिए रेखा को अपने पिता से शुरुआत से ही कोई लगाव नहीं था। एक इंटरव्यू के दौरान रेखा ने कहा था कि, मेरे लिए फादर शब्द का कोई अर्थ नहीं है मेरे लिए फादर का मतलब चर्च का फादर है।
सांवला रंग होने से नहीं मिली नौकरी
रेखा बड़ी होकर एयर होस्टेस बनना चाहती थीं, लेकिन उनका रंग सांवला होने की वजह से रेखा को कोर्स में एडमिशन नहीं मिला, इतना ही नहीं फिल्म इंडस्ट्री में भी अपने सांवले रंग की वजह से ही अपने शुरुआती दौर में उन्होंने काफी स्ट्रगल किया, लेकिन जब रेखा ने फिल्मी दुनिया में अपने कदम जमाए तो उनकी की हुई ज्यादातर फिल्में हिट हुईं और सफलता के दौर में सबसे ज्यादा चर्चे उनकी खूबसूरती के ही हुए हैं।
पारिवारिक दिक्कतों के कारण एक्टर बनीं
रेखा कभी एक्टिंग करना नहीं चाहती थीं, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण उन्हें कम उम्र में ही अभिनय की दुनिया में कदम रखना पड़ा। रेखा ने 13 साल की उम्र से फिल्मों में काम करना शुरु किया, उनकी पहली तेलुगू फिल्म थी 1966 में आई रंगुला रतलाम, जिससे रेखा ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की, इसके बाद उन्होंने साल 1969 में बतौर एक्ट्रेस कन्नड़ फिल्म ऑपरेशन जैकपॉट नल्ली सीआईडी 999 में काम किया। साउथ की फिल्में करने के बाद रेखा ने बॉलीवुड का रुख किया लेकिन सांवला रंग और खराब हिन्दी के चलते उन्हें काफी मुश्किलों से गुजरना पड़ा। कड़ी मशक्कत के बाद रेखा ने साल 1970 में फिल्म सावन भादों से बॉलीवुड में कदम रखा।
रेखा अपने उम्दा अभिनय को लेकर 90 के दशक में जितनी चर्चाओं में रही हैं उतनी की चर्चाएं उनके हुस्न और अफेयर्स की भी रही हैं। रेखा और बिग बी का अफेयर भी खूब चर्चाओं में रहा।
पति मुकेश ने की थी आत्महत्या
यूं तो बॉलीवुड में रेखा की खूबसूरती पर फिदा अभिनेताओं में कई नाम हैं जिनमें बिग बी के अलावा नवीन निश्चल, विश्वजीत, शत्रुघ्न सिन्हा, विनोद मेहरा, शेखर सुमन और जितेन्द्र भी शामिल हैं लेकिन रेखा ने 90ज में दिल्ली के बिजनेस मैन मुकेश अग्रवाल से शादी की थी, कहा जाता है कि जिस दिन मुकेश ने रेखा को प्रपोज किया उसी दिन दोनों ने शादी कर ली थी, लेकिन शादी के कुछ वक्त बाद रेखा को ये मालूम हुआ कि उनके पति मुकेश डिप्रेशन में हैं, वहीं काम में बिजी रेखा उन्हें ज्यादा समय नहीं दे पाती थीं, जिसे लेकर मुकेश और रेखा के बीच तनाव रहता था, इसी के चलते रेखा दिल्ली छोड़ मुबंई शिफ्ट हो गई। मुकेश ने उन्हें मनाने की बहुत कोशिश की लेकिन वे नहीं आईं और जब वे वापस लौटीं तो उसी दौरान मुकेश ने रेखा के ही दुप्पटे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पति की मौत के बाद रेखा की इमेज को एक बड़ा दाग लगा, जिसे हटाने में उन्हें भी जमाना लग गया।
सिंदूर एक रहस्य
रेखा की मांग में लगा सिंदूर एक रहस्य ही है, पति की मौत के बाद उन्होंने कभी शादी तो नहीं की लेकिन मांग भरना नहीं छोड़ा, हालांकि उनके सिंदूर को लेकर ऐसी भी अफवाहें हैं कि रेखा, अमिताभ बच्चन के नाम का सिंदूर लगाती हैं। हालांकि ऐसी भी खबरें उड़ी थीं कि रेखा ने एक्टर विनोद मेहरा से शादी की थी, लेकिन एक इंटरव्यू के दौरान रेखा ने विनोद से शादी की बात को गलत बताते हुए कहा था कि कोई कुछ भी कह सकता है।
मंदाकिनी सबसे अच्छी दोस्त
बॉलीवुड में रेखा की सबसे अच्छी दोस्त कही जाती हैं मंदाकिनी, दोनों ने साल 1989 में आई फिल्म लड़ाई में एक साथ काम किया था। हालांकि रेखा और जया के बीच की तकरार किसी से छिपी नहीं है, लेकिन कम ही लोगों को पता होगा कि रेखा जब मुंबई आईं तो जया बच्चन उनकी फ्लैटमेट हुआ करती थीं और जया को रेखा दीदी कहकर बुलाती थीं. लेकिन जया ने रेखा को अपनी शादी में नहीं बुलाया था। अमिताभ बच्चन की वजह से रेखा और जया के रिश्ते कभी अच्छे नहीं रहे, फिर भी ये तिकड़ी स्क्रीन पर फिल्म सिलसिला में साथ नजर आई थी, कहा जाता है कि ये फिल्म इन्हीं तीनों की वास्तविक जिंदगी पर आधारित थी।
रेखा-बिग बी की आखिरी फिल्म थी सिलसिला
बिग बी और रेखा ने एक साथ कई फिल्में की हैं, दोनों ईमान धरम, गंगा की सौगंध, मुकद्दर का सिकंदर, और सुहाग जैसी फिल्मों में साथ नजर आए हैं लेकिन फिल्म सिलसिला में रेखा और बिग बी की जोड़ी आखिरी बार साथ दिखाई दी थी।
हिन्दी सिनेमा में रेखा की गिनती बेहतरीन एक्ट्रेस में होती है। 4 दशक से ज्यादा के अभिनय के सफर में 175 से ज्यादा फिल्में कर चुकी रेखा ने अपने अभिनय के दम पर कई पुरस्कार अपने नाम किए हैं। खूबसूरत, खून भरी मांग, उमराव जान, धर्मात्मा, बीवी हो तो ऐसी, फूल बने अंगारे जैसी फिल्म रेखा के अभिनय के बल पर ही सफल हुई। हिन्दी के अलावा तमिल, तेलुगु और कन्नड फिल्मों में भी उन्होंने अपन प्रतिभा का परिचय दिया है, उनकी अदाएं और खूबसूरती आज की नई अदाकाराओं पर भारी है।