Sweta Ranjan, New Delhi
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में माझी लाडकी बहीण योजना चर्चा का प्रमुख विषय बन गई। महिलाओं को आर्थिक सहायता देने वाली इस योजना को सत्ताधारी महायुति ने अपने प्रचार अभियान में एक प्रभावशाली मुद्दा बनाया, जो चुनावी नतीजों में भी दिखाई दिया।
क्या है माझी लाडकी बहीण योजना?
इस योजना की शुरुआत महाराष्ट्र सरकार ने 28 जून 2024 को की थी। इसके तहत राज्य की 21 से 65 वर्ष की आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को हर महीने ₹1,500 की आर्थिक सहायता सीधे बैंक खातों में दी जा रही है।
पात्रता:
- महाराष्ट्र की निवासी महिलाएं
- विवाहित, विधवा, तलाकशुदा, निराश्रित महिलाएं या परिवार की एक अविवाहित महिला
- वार्षिक पारिवारिक आय ₹2.50 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए
सरकार ने अब तक इस योजना के तहत 1.06 करोड़ महिलाओं को लाभ पहुंचाया है, जबकि 2.34 करोड़ महिलाओं को कवर करने का लक्ष्य है।
कैसे बनी चुनावी मुद्दा?
महायुति (बीजेपी-शिंदे-फडणवीस गठबंधन) ने प्रचार के दौरान इस योजना को महिलाओं के लिए आर्थिक सशक्तिकरण का बड़ा कदम बताया। उनके घोषणा पत्र में महिलाओं को हर महीने ₹2,100 देने का वादा किया गया।
दूसरी ओर, महाविकास अघाड़ी (एमवीए) ने अपने घोषणापत्र महाराष्ट्रनामा में महिलाओं को ₹3,000 प्रति माह देने का ऐलान किया।
चुनाव में महिलाओं का बढ़ा रुझान
इस चुनाव में महिला मतदाताओं का प्रतिशत 2019 के मुकाबले 59.26% से बढ़कर 65.21% हो गया। ठाणे और पालघर जैसे जिलों में मतदान में 9-11% की वृद्धि देखी गई। इस वृद्धि में माझी लाडकी बहीण योजना का बड़ा योगदान माना जा रहा है।
क्या कहते हैं सत्ताधारी नेता?
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महिला मतदाताओं की संख्या में वृद्धि को सत्ता समर्थक भावना का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “लाडकी बहीण योजना ने महिलाओं को सशक्त किया है, और इससे हमारे पक्ष में वोटिंग बढ़ी है।”
नतीजों में असर
महायुति गठबंधन शुरुआती रुझानों में मजबूत बढ़त बनाए हुए है, और सत्ताधारी दल इसे लाडकी बहीण योजना का प्रभाव बता रहा है। यह साफ है कि महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण योजनाएं अब चुनावी राजनीति में निर्णायक भूमिका निभा रही हैं।