महाकुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में समीक्षा बैठक की और महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों और विभागों को सुरक्षा और सुविधाओं के मानकों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आदेश दिया।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ से पहले प्रयागराज में टैक्सी, ऑटो, और ई-रिक्शा चालकों का पुलिस सत्यापन कराने का निर्देश दिया। साथ ही, सुरक्षा बलों की तैनाती में इंटेलिजेंस को और मजबूत बनाने और भारत सरकार की सुरक्षा एजेंसियों के साथ बेहतर तालमेल बनाए रखने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल के समय में प्रयागराज और इसके आसपास माफियाओं पर बड़ी कार्रवाई हुई है। यह सुनिश्चित किया जाए कि महाकुंभ से पहले उनके गुर्गों पर भी कार्रवाई तेज की जाए। उन्होंने फायर सेफ्टी, घाट सुरक्षा, और चिकित्सा सहायता को पुख्ता बनाने के निर्देश दिए। सुरक्षा के दृष्टिगत एंटी ड्रोन सिस्टम को भी सक्रिय करने का आदेश दिया गया।
यातायात और अव्यवस्था पर जोर
प्रयागराज नगर में यातायात की समस्या को हल करने के लिए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मार्गों को अतिक्रमण मुक्त बनाया जाए। उन्होंने 5 जनवरी तक सड़कों के नवनिर्माण और सुदृढ़ीकरण का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। फुट पेट्रोलिंग बढ़ाने और जाम की समस्या के समाधान के लिए बेहतर कार्ययोजना तैयार करने पर भी जोर दिया।
सुगम आवागमन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर
मुख्यमंत्री ने सूबेदारगंज सेतु के एक हिस्से को खोलने के कार्य की प्रशंसा की और कहा कि पुल का शेष कार्य भी तय समय से पहले पूरा किया जाए। सुबेदारगंज पुल के निर्माण में 350 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सेतु प्रयागराज को स्मार्ट और सुगम आवागमन की नई पहचान देगा।
पारंपरिक संस्थाओं और साधु-संतों को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने अखाड़ों, धार्मिक संस्थाओं और साधु-संतों को भूमि आवंटन की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिया कि परंपरागत संस्थाओं को प्राथमिकता दी जाए और नए आवेदकों का सत्यापन जरूर कराया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अन्य राज्यों से शिविर स्थापित करने के अनुरोधों पर तत्काल निर्णय लिए जाएं।
सुविधाओं का विस्तार
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेला क्षेत्र में 24×7 शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इसके लिए पाइपलाइन बिछाने का कार्य 30 दिसंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि 22 पांटून पुल पहले ही क्रियाशील हो चुके हैं और बाकी पुलों को एक सप्ताह के भीतर तैयार किया जाएगा।
महाकुंभ में आने वाले कल्पवासियों, स्नानार्थियों और पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के लिए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि पुलिस का व्यवहार सहयोगात्मक हो। साथ ही, मेला क्षेत्र में निराश्रित पशुओं के आवागमन को रोका जाए।
स्वच्छता और परिवहन
मुख्यमंत्री ने ‘स्वच्छ महाकुंभ’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए सफाई पर विशेष जोर दिया। उन्होंने 10,000 सफाई कर्मचारियों की तैनाती और डेढ़ लाख से अधिक शौचालय स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 7,000 से अधिक बसों का प्रबंधन किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
विश्व स्तरीय आयोजन का संकल्प
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ 2025 भारत की सनातन संस्कृति को विश्व पटल पर प्रदर्शित करने का अवसर है। इसे स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधा के मानकों के अनुरूप आयोजित किया जाएगा। उन्होंने सभी विभागों को तय समय-सीमा के भीतर कार्य पूरा करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के अनुसार “सुरक्षित महाकुंभ” सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।