चार धामों में से एक ओडिशा के पुरी स्थित 862 साल पुराने जगन्नाथ मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में हुआ था। कलिंग वास्तुकला के आधार पर निर्मित इस मंदिर में एक खजाना है जिसे रत्न भंडार कहा जाता है। रत्न भंडार को लेकर कई रहस्य हैं जिसे ओड़िशा के लोग जानना चाहते है। यह वही सुरक्षित स्थान है जहां मंदिर के तीनों देवताओं जगन्नाथ, बालभद्र और सुभद्रा के बेशकिमती गहने रखे गए हैं।