बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता इरफान खान ने 29 अप्रैल 2020 में हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। एक सशक्त कलाकार के रूप में, सिनेमा के चाणक्य बन गये थे इरफान। उनका बेबाक अंदाज और शानदार अभिनय उनके चाहने वालों के जहन में हमेशा जीवंत रहेगा। दो साल न्यूरोएंडोक्राइम ट्यूमर बीमारी लड़ने के बाद उन्होंने आखिरी सांस बीते साल आज ही के दिन ली थी। महज 54 वर्ष की उम्र लेकिन बेजोड़ किरदार और बेमिसाल अभिनय कला अमिट रहेगी। उनकी फिल्में, उनके डायलॉग्स सबकुछ जैसे एक अमर, अमिट कहानी की तरह हो। आज इस मौके पर आइये उनकी मशहूर भूमिकाएं और डायलॉग्स को याद करते हैं:
‘पान सिंह तोमर’
साल 2015 में आई फिल्म पान सिंह तोमर इसफान की बेहतरीन फिल्मों में से एक है। उनका डायलॉग ‘बीहड़ में बागी होते हैं, डकैत मिलते हैं पार्लियामेंट में’ यह सुपर हिट माना गया। ‘पान सिंह तोमर’ में इरफान एक आर्मी मैन के किरदार में दिखे जो सेवानिवृत होने के बाद बागी हो जाता है और हथियार उठा लेता है।
‘गुंडे’
फिल्म गुंडे भले ही बहुत सुर्खियां नहीं बटोर पाई हो लेकिन इस फिल्म में इरफान के डायलॉग की बहुत चर्चा हुई। रणवीर सिंह और अर्जुन कपूर द्वारा अभिनीत फिल्म गुंडे में इरफान एक पुलिस आधिकारी की भूमिका में दिखे। फिल्म में उनके डायलॉग ‘पिस्तौल की गोली और लौंडिया की बोली जब चलती है, तो जान दोनों में ही खतरे हैं होती है’ को खूब पसंद किया गया।
‘हिन्दी मीडियम’
इरफान खान की बेहतरीन फिल्मों में से एक रही हिंगी मीडियम। फिल्म में उनका डायलॉग ‘एक फ्रांस बंदा, जर्मन बंदा स्पीक रॉन्ग इंग्लिश, वी नो प्रॉब्लम, एक इंडियन बंदा ये रॉन्ग इंग्लिश, बंदा ही बेकार हो जाता है जी’ सुपरहिट रहा।
‘मदारी’
इरफान की हर फिल्म उनके अंदाज़ से खास हो जाया करती थी। सिस्टम और सरकार की पोल खोलती फिल्म ‘मदारी’ लोगों को खूब पसंद आई और उससे भी ज्यादा यादगार बना ये डायलॉग ‘तुम मेरी दुनिया छीनोगें, मैं तुम्हारी दुनिया में घुस जाऊंगा।’
‘तलवार’
आरुषि तलवार की मौत पर आधारित फिल्म तलवार का ये डायलॉग ‘किसी भी बेगुनाह को सजा मिलने से अच्छा है दस गुनहगार छूट जाए’ खूब पसंद किया गया।