जम्मू कश्मीर में बीते कुछ दिनों से आतंक का दौर जारी है। आम लोगों को निशाना बना रहे आतंकियों ने आज एक बार फिर बिहार और यूपी के दो मजदूरों को गोली मार दी है. दो अलग-अलग घटनाओं में आतंकियों ने श्रीनगर के ईदगाह पार्क में बिहार के एक मजदूर अरविंद कुमार साह के सिर में गोली मार दी है। वहीं एक और घटना में पुलवामा में यूपी के सागिर अहमद को भी गोली मारी है। सागिर अहमद की हालत गंभीर बताई जा रही है।
बिहार के एक 30 वर्षीय रेहड़ीवाले को श्रीनगर के SMHS अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वह बिहार के बांका जिले का रहने वाला है।
बता दें कि श्रीनगर में लगातार गैर मुस्लिम व बाहरी लोगों पर हमले हो रहे हैं, जिसके कारण लोगों में दहशत का माहौल देखने को मिल रही है। बता दें कि खबरों के मुताबिक आतंकियों ने एक बार फिर से पहचान पत्र देखकर गोली मारी है।
घाटी में आम लोगों को निशाना बनाने को लेकर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने निंदा की है। उन्होंने कहा, “श्रीनगर में आज हुए आतंकी हमले में रेहड़ी-पटरी बेचने वाले अरविंद कुमार के मारे जाने की कड़ी निंदा करता हूं। एक नागरिक को इस तरह निशाना बनाए जाने का यह एक और मामला है। अरविंद कुमार केवल कमाई के अवसरों की तलाश में श्रीनगर आए थे और यह निंदनीय है कि उनकी हत्या कर दी गई थी”।
इसी महीने 7 अक्टूबर को भी आतंकियों ने स्कूल टीचर और प्रिंसिपल की हत्या कर दी थी। श्रीनगर में एक स्कूल में घुसकर इस घटना को अंजाम दिया गया था। प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और शिक्षक दीपक चांद की आईडी कार्ड देखने के बाद आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी थी। सुपिंदर सिख समुदाय से और दीपक चांद कश्मीरी पंडित थे।
वहीं 5 अक्टूबर को भी जाने माने फार्मासिस्ट माखनलाल बिंद्रू को आतंकियों ने उनके मेडिकल स्टोर में घुसकर गोली मार दी थी। को गोली मारी। श्रीनगर के इकबाल पार्क क्षेत्र में उनके दुकान पर ही आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी थी। 68 साल के बिंद्रू ने हिम्मत दिखाते हुए 90 के दशक में भी कश्मीर नहीं छोड़ा था। उसी दिन (5 अक्टूबर) बिहार के रेहड़ीवाले को भी गोली मारी गई थी। बिंद्रू को मारने के महज़ एक घंटे के भीतर अवंतीपोरा के हवला इलाके में आतंकियों ने गोलगप्पे बेचने वाले बिहार के वीरेंद्र पासवान को मार डाला था। फिर कुछ मिनट बाद ही बांदीपोरा के मो. शफी लोन की गोली मारकर हत्या कर दी गई।