1- केन्द्र सरकार ने विवादित कानून Retrospective Tax Act को खत्म करने का फैसला लिया है। जिसके लिए गुरुवार को केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने संसद में टैक्सेशन लॉज (अमेंडमेंट) बिल, 2021 पेश किया। जिसके पारित होते ही ये कानून खत्म हो जाएगा। वित्त अधिनियम 2012 के इसी विवादित कानून के बूते वोडाफोन और केयर्न एनर्जी जैसी कंपनियों ने भारत के खिलाफ मुकदमा दायर किया था, दोनों कं नियों ने रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स की मांग के खिलाफ विदेशी मध्यस्थता अदालतों में मुकदमा दायर किया था और जीत हासिल की थी। इस कानून के तहत कंपनियों से पहले के सौदों पर भी टैक्स वसूला जा रहा था, लेकिन संशोधन बिल पास होने पर किसी भी कंपनी से रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स की डिमांड नहीं की जाएगी। बता दें कि इस कानून को साल 2012 में तत्कालीन वित्तमंत्री प्रणव मुखर्जी ने अमली जामा पहनाया था, इस कानून पर कई टैक्स एक्सपर्ट्स ने सवाल उठाए थे, साथ ही विदेशी निवेश भी प्रभावित हुआ था, जिसमें अब सुधार की उम्मीद बढ़ेगी, इसी को ध्यान में रखते हुए 9 साल बाद सरकार इस कानून को न सिर्फ खत्म करने जा रही है बल्कि सरकार ने ये प्रस्ताव भी रखा है कि इन मामलों में जो टैक्स लिया गया है उसे ब्याज सहित वापस किया जाएगा।
2- पेगासस और महंगाई-बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर यूथ कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं ने कल संसद के बाहर प्रदर्शन किया, दोनों मुद्दों के खिलाफ आवाज उठा रहे कार्यकर्ता, देशभर से इकट्ठा होकर संसद का घेराव करने दिल्ली पहुंचे, इस विरोध प्रदर्शन में उनके साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी थे। प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने रायसीना रोड पर वॉटर कैनन चलाया। राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा, और यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने यूथ की आवाज को दबाने के लिए पेगासस जासूसी स्पाईवेयर के आइडिया को हर युवा के मोबाइल में डाल दिया है, वे रोजगार के मुद्दे पर कुछ नहीं बोलते, देश में बीते 7 साल से करोडों युवा नौकरी के लिए भटक रहे हैं। उन्होंने करोड़ो युवाओं की नौकरी छीन ली। एक तरफ सड़क पर विरोध प्रदर्शन और दूसरी तरफ संसद के मानसून सत्र के दौरान भी ऐसे ही मुद्दों पर विपक्ष का शोरगुल जारी है। कल भी सदन में पेगासस और तीन नए कृषि कानून को लेकर हंगामा हुआ, जिसके चलते सदन की कार्रवाई को 2-3 बार स्थगित करना पड़ा। केन्द्र का कहना है कि सरकार हर मुद्दे पर बहस-बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन हंगामे और शोर-शराबे के बिना।
3- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तानी पंजाब में कट्टरपंथियों द्वारा गणेश मंदिर पर किए हमले और मूर्तियों की तोड़फोड़ को लेकर एक दिन बाद चुप्पी तोड़ी, और ट्वीट कर, गणेश मंदिर पर हुए हमले की निंदा की। साथ ही ये वादा भी किया कि इमरान सरकार गणेश मंदिर में हुई तोड़फोड़ की मरम्मत भी कराएगी। बता दें कि 4 अगस्त को देर रात कट्टरपंथियों की भीड़ ने पाकिस्तान के पंजाब के रहीम यार खान जिले के भोंग शहर में हिन्दु मंदिर पर हमला कर तोड़फोड़ मचाई, स्थिति इतनी खराब थी कि पुलिस भी मूक दर्शक बनी रही, और हालात पर काबू पाने के लिए रेंजर्स को बुलाना पड़ा। बताया जा रहा है कि 9 साल का एक हिन्दू लड़का, जिस पर स्थानीय मदरसे में पेशाब करने का आरोप था, उसे जमानत मिल जाने पर कट्टरपंथियों ने ये तोड़फोड़ मचाई। भारत में इस घटना का कड़ा विरोध हुआ, सोशल मीडिया के जरिए लोगों ने इमरान सरकार को आड़े हाथों लिया, इतना ही नहीं भारत सरकार ने मंदिर में हुई तोड़फोड़ के प्रति विरोध दर्ज कराते हुए दिल्ली में पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक को तलब किया। पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने भी मामले पर संज्ञान लेते हुए पाकिस्तानी पंजाब के मुख्य सचिव और इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस से 24 घंटे के भीतर पेश होने को कहा है। कोर्ट ने इस घटना पर दुख और चिंता जाहिर की है।
4- केन्द्र सरकार की वैक्सीन पॉलिसी पर पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर सवालिया निशान लगाए। कोविड-19 की तीसरी लहर पर चर्चा के लिए आयोजित की गई, ग्लोबल एडवाइजरी बोर्ड की बैठक में वैक्सीन पॉलीसी को लेकर केन्द्र पर दूसरी बार निशाना साधते हुए ममता ने कहा कि गुजरात, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक को बंगाल के मुकाबले ज्यादा वैक्सीन दी जा रही है, बंगाल को जनसंख्या के हिसाब से वैक्सीन नहीं मिल रही, मैं पीए और केन्द्र से अपील करती हूं कि वे राज्यों में भेदभाव न करें। बता दें कि वैक्सीनेशन पॉलिसी पर ममता बनर्जी पहले भी पीएम को खत लिख चुकी हैं। ममता ने कहा, केंद्र दूसरे राज्यों को ज्यादा वैक्सीन दे रहा है, इससे हमें कोई परेशानी नहीं है लेकिन हमें जरूरत के मुताबिक वैक्सीन डोज सप्लाई करे। इस बैठक में शामिल हुए, नोबेल प्राइज विनर अभिजीत बनर्जी ने भी वैक्सीन सप्लाई को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई ग्लोबल एडवाइजरी बैठक के दौरान अभिजीत बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार देश को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की सप्लाई देने में पूरी तरह नाकाम रही है। उन्होंने कहा, सबसे बड़ी समस्या यह है कि केंद्र देश को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध कराने के काबिल ही नहीं है। अगर पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन होती तो इस तरह की बातें सामने नहीं आतीं। हमें देश से किए गए वादे के मुताबिक टीके नहीं मिले।
5- भारत की मेन्स हॉकी टीम ने 41 साल के लंबे इंतजार को खत्म कर टोक्यो ओलंपिक में पदक हासिल किया। भारतीय हॉकी टीम ने जर्मनी पर 5-4 की रोमांचक जीत दर्ज कर ये ब्रांज मेडल जीता है। खेलों के महाकंभु कहे जाने वाले ओलंपिक में, 1980 के मास्को ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के 41 साल बाद टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत ने ये कांस्य पदक हासिल किया है। ये जीत वाकई खास इसलिए थी क्योंकि 4 दशक से भारत सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुंच रहा था, इस दौरान 9 ओलंपिक हुए लेकिन भारत ने हॉकी में कोई मेडल नहीं जीता लेकिन बॉन्ज ही सही, इस मेडल ने 41 साल के उस सूखे को खत्म किया, हॉकी में टीम इंडिया की ये जीत इस खेल की पॉपुलेरिटी को फिर से नए आयाम देगी। टोक्यो ओलंपिक में जीत की गूंज पूरे भारत मे सुनाई दी, प्लेयर्स ही नहीं देशभर की आवाम की आंखें इस मेडल की जीत में नम हो गई। इस जीत के साथ ही देशभर में जश्न और बधाईयों का दौर शुरु हुआ। पीएम मोदी ने भी हॉकी टीम को फोन पर जीत की शुभकामनाएं दीं।