1- कोरोना की दूसरी लहर से त्रस्त भारत में कल 24 घंटे में 3 लाख 54 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, जबकि 24 घंटे में 2 हजार 806 लोगों ने कोविड संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई है। स्थिति इतनी बेकाबू हो रही है कि अब देश के अधिकतर राज्यों से रोजाना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। महाराष्ट्र के बाद यूपी और कर्नाटक में भी कल 34 हजार से ज्यादा नए केस आए हैं वहीं कोरोना से कराह रही दिल्ली में कल भी 22 हजार से ज्यादा नए संक्रमितों की पुष्टि हुई है।देश में सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित राज्य है महाराष्ट्र। जहां लॉकडाउन के बाद भी स्थिति काबू के बाहर है, राज्य में रोजाना 60 हजार के पार नए संक्रमितों का आकड़ा लगातार जारी है, वहीं रविवार को राज्य में संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा भी 800 के पार हो गया। महाराष्ट्र में 24 घंटे में जहां 66 हजार 191 नए मामले सामने आए तो वहीं 832 लोगों की जान गई। हालांकि राजधानी मुंबई में हालात फिर भी थोड़े संभले हैं, जहां शनिवार के बाद रविवार को भी नए मामलो में कमी आई है।रविवार को मुंबई में 5 हजार 542 नए मामलों की पुष्टि हुई है जबकि 64 लोगों की मौत हुई है। भारत में कोरोना से बेकाबू होते हालात को देखते हुए फ्रांस, रूस और ब्रिटेन के बाद अब अमेरिका ने भी इस मुश्किल वक्त में भारत की मदद की बात कही है। अमेरिका ने कच्चे माल पर लगी रोक को हटाते हुए कच्चा माल सप्लाई करने का फैसला लिया है।
2- महाराष्ट्र के बाद चुनावी राज्य बंगाल में भी कोरोना विस्फोट देखने को मिल रहा है। हालांकि इसी बीच आज यहां सातवें चरण का मतदान हो रहा है जिसमें 5 जिलों की कुल 36 सीटों के लिए कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच वोटिंग जारी है, लेकिन चिंता की बात ये है कि बंगाल में इसी महीने में पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से बढ़कर 24 फीसद तक पहुंच गया है। सूत्रों की मानें तो राज्य की राजधानी कोलकाता और उसके आसपास के इलाकों में पॉजिटिविटी रेट 45 से 55 फीसदी तक पहुंच चुका है। बताय जा रहा है कि कोलकाता में RT-PCR टेस्ट कराने वाला हर दूसरा व्यक्ति कोविड पॉजिटिव मिल रहा है और वहीं पूरे राज्य की बात करें तो हर 4 में से एक व्यक्ति के कोविड पॉजिटिव होने की पुष्टि हो रही है इस तरह बंगाल के अन्य हिस्सों में भी पॉजिटिविटी रेट 24 फीसदी के करीब जा पहुंचा है, जो पहले सिर्फ 5 प्रतिशत था। बात अगर इसी महीने की 1 तारीख की करेंतो 24 घंटे में 1 अप्रैल को 25 हजार 766 में से 1274 लोग कोविड पॉजिटिव आए थे जो अब पांच गुना तक बढ़ चुके हैं। अब राज्य में 24 घंटे में 14 हजार से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं, डॉक्टर्स का कहना है कि वायरस के नए म्यूटेंट की वजह से संक्रमण तेजी से फैल रहा है। डॉक्टर्स का कहना है कि लक्षण न होने की वजह से या कम लक्षणों की वजह से लोग टेस्ट नहीं करा रहे, टेस्टिंग बढ़ें तो संक्रमण की दर और ज्यादा भी हो सकती है। कल 24 घंटे में बंगाल में 15 हजार 889 नए मामले सामने आए हैं।
3- दिल्ली में हर दिन बढ़ रही संक्रमितों की संख्या के साथ मरीजों के लिए कम पड़ रही ऑक्सीजन ने भी स्वास्थ्य व्यवस्था को हिला दिया है। राजधानी के अलग-अलग अस्पतालों में खत्म होती ऑक्सीजन की वजह से हालात बदतर हो रहे हैं, स्थिति से निपटने और हालात को काबू करने के लिए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पहले जहां राज्यों के मुख्यमंत्रियों से ऑक्सीन मुहैया कराने की मदद की अपील की तो वहीं अब उन्होंने टाटा, अंबानी, बिरला और बजाज जैसे देश के बड़े उद्योगपतियों से मदद की अपील की है। केजरीवाल ने इन उद्योगपतियों को पत्र लिखकर दिल्ली के लिए ऑक्सीजन आपूर्ति कराने की बात कही है। उन्होंने लिखा है, “अगर आपके पास ऑक्सीजन या टैंकर हैं तो प्लीज दिल्ली सरकार की मदद करें। आप जिस तरह भी कर सकते हैं, उस तरह से हमारी मदद करें।” केजरीवाल ने कोविड मामलों में आए उछाल को ऑक्सीजन की कमी की वजह बताते हुए लिखा कि जैसा कि आप जानते हैं कि दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी कमी है। दिल्ली में
ऑक्सीजन का उत्पादन नहीं होता है। पिछले कुछ दिनों में कोविड मामलों में तेजी से बढोत्तरी होने की वजह से दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो रही है। मौजूदा समय में जितनी जरूरत है उस हिसाब से दिल्ली में ऑक्सीजन की दैनिक आपूर्ति कम है। केंद्र ऑक्सीजन की आपूर्ति कराने में मदद कर रहा है लेकिन कमी पूरी नहीं हो पा रही। यदि आप हमें इस समय क्रायोजेनिक टैंकरों के साथ-साथ ऑक्सीजन का कोई भी स्टॉक मुहैया कराते हैं, तो मैं इसके लिए आपका आभारी रहूंगा। आपको बता दें कि दिल्ली में कोरोना से गंभीर होती स्थिति को देखते हुए कल, रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में लॉकडाउन को एक सप्ताह और बढ़ाने का फैसला लिया है। हालांकि दिल्ली में 19 अप्रैल की रात से लागू हुआ लॉकडाउन आज खत्म होना था लेकिन इसकी सीमा बढ़ाए जाने के बाद अब सोमवार, 3 मई की सुबह 5 बजे तक दिल्ली में लॉकडाउन लागू रहेगा।
4- ऑक्सीजन की कमी और रेमेडीसिविर जैसी दवा की किल्लत के बीच तमाम अफवाहों ने भी माहौल को काफी बोझिल बना दिया है। ऐसी स्थिति में देश के दिग्गज डॉक्टर्स आम जनता को भ्रम से बाहर आने और स्थिति में संयम बरतने व मानसिक मजबूती की सलाह दे रहे हैं। कल चार बड़े डॉक्टर्स ने देश में कोरोना के हालात पर लाइव चर्चा की और लोगों को ये समझाने की कोशिश की कि कोविड एक सामान्य संक्रमण होता है जिसमें सिर्फ 10-15 फीसद लोगों में ही इसके गंभीर होने की आशंका रहती है, जिन्हें अस्पताल ले जाने की जरूरत पड़ती है। इस चर्चा में दिल्ली एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया, मेदांता अस्पताल के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहान, एम्स के मेडिसिन विभाग के HoD डॉ. नवीत विग और हेल्थ सर्विस के महानिदेशक डॉ. सुनील कुमार शामिल रहे। एम्स डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि 90 फीसदी लोगों में इस संक्रमण से आम बुखार, जुकाम, नजला, गले में खराश, बदन दर्द जैसे लक्षण होते हैं, इन्हें न तो ऑक्सीजन की जरूरत है न रेमेडिसिविर की और ना ही ज्यादा दवाइयों की। ऐसे लक्षणों में घरेलू नुस्खे अपनाकर ठीक हो सकते हैं। बुखार, जुकाम आदि की दवाई लें, भाप लें, योग करें तो आप आराम से हफ्ते-10 दिन में ठीक हो जाएंगे। वहीं डॉ. नरेश त्रेहन ने कहा कि कोविड टेस्ट पॉजिटिव आने पर लोकल डॉक्टर से कॉन्टेक्ट करें, 90 फीसद लोग घर में ही ठीकहो जाएंगे। उन्होंने कहा अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें इससे लंबी सांस लेकर रोकने से फेफड़े में ऑक्सिजन की ज्यादा मात्रा पहुंचती है, और फेंफड़े मजबूत होते हैं। साथ ही इन एक्सपर्ट्स ने लोगों को सोशल मीडिया और वॉट्सऐप आदि के जरिए फैलाई जा रही अफवाहों से दूर रहने की सलाह दी, और मेंटल फिटनेस के लिए इंस्पायरिंग बुक्स पढ़ने की सलाह दी। वैक्सीन पर बोलते हुए डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि देश में वैक्सीन को लेकर अफवाहें फैल रही हैं, साइड इफेक्ट की बातें हो रही हैं। अब तक इसमें कोई गंभीर साइड इफेक्ट सामने नहीं आए हैं। वैक्सीन ही वायरस की चेन को ब्रेक करेगी। इसके बारे में पॉजिटिव रहिए। वहीं डॉ. नवीत विग ने कहा कि बीमारी को हराने के लिए हेल्थ केयर वर्कर्स को बचाना होगा, ये बचेंगे तो ही मरीज बचेंगे और तभी देश की इकोनॉमी बचेगी। ये सभी की जिम्मेदारी है। जिले के अधिकारियों को पाबंदियां लगाकर पॉजिटिविटी रेट 1 से 5 फीसद के नीचे रखना होगा। उन्होंने वैक्सीन को लेकर कहा कि वैक्सीन बेझिझक होकर लगवाएं। किसी को कुछ नहीं होगा। इसमें एक परसेंट भी झिझक न करें।
5- कोरोना की दूसरी लहर के चलते देश में खराब हुए हालात को लेकर बीते कुछ समय से सोशल मीडिया पर कोरोना संबंधी खबरों के बीच कई तरह की फेक न्यूज भी फैलाई जा रही हैं, सरकार ने कोविड से जुड़ी ऐसी फेक न्यूज पर ऐक्शन लेते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से ऐसी 100 न्यूज और URL हटाने के निर्देश दिए, जिसके बाद ट्विटर ने ऐसे कई ट्वीट्स डिलीट किए जिनके जरिए भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही थीं। ट्विटर के प्रवक्ता ने रविवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अकाउंट्स डिलीट नहीं किए गए. सिर्फ ट्वीट्स हटाए गए हैं और जिनके अकाउंट्स से ट्वीट हटाए गए हैं उन्हें ईमेल के जरिए इस कार्रावाई की जानकारी दी गईहै। ट्विटर के ऐक्शन पर सरकार ने कहा कि फेक न्यूज फैलाने को लेकर ये कार्रवाई की गई है, ना कि इसलिए कि सरकार की आलोचना की जा रही थी। इस कार्रवाई को लेकर ट्विटर ने कहा कि गलत जानकारियों को रोकना हमारी प्राथमिकता है और हमारी कोशिश आगे भी जारी रहेगी।