1- देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति धीरे-धीरे भयावह स्तर पर पहुंचती जा रही है, स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कल फिर 24 घंटे में देशभर में 2 लाख 16 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं और लगातार दूसरे दिन संक्रमण के चलते 1 हजार से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई है। देश में सबसे ज्यादा खराब स्थिति वाले राज्य महाराष्ट्र में भी गुरुवार को 61 हजार 695 नए मामले आए है और 349 संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। देश की राजधानी दिल्ली में भी बीते 24 घंटे में 16 हजार 699 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और 112 लोगों ने बीमारी के चलते जान गंवाई है। देश में बेकाबू होते हालात को देखते हुए सरकार ने ऐसें विभिन्न शहरों में पाबंदियां, नाइट कर्फ्यू और वीकेंड़ लॉकडाउन लगाया है जहां संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। दिल्ली में जहां वीकेंड कर्फ्यू किया गया है तो वहीं, यूपी के ऐसे शहर जहां 2 हजार से ज्यादा संक्रमित मामले आ रहे हैं वहां रात 8 बजे से सुबह 7 बजे तक के लिए नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, गोरखपुर सहित 10 जनपदों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। इसी तरह दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू शुक्रवार रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक रहेगा। इस दौरान सिनेमा हॉल 30 फीसदी क्षमता के साथ खुले रहेंगे जबकि होलट व रेस्टोरेंट में केवल होम डिलीवरी की इजाजत दी गई है। कोरोना कर्फ्यू के दौरान असेंशियल सर्विसेज से जुड़े लोगों को कर्फ्यू पास जारी किए जाएंगे।
2- देश में बढ़ते कोरोना मामलों के लिए कुंभ मेला भी एक बड़ी भूमिका निभा रहा है, मेले में बढ रही श्रद्धालुओं की भीड़, संक्रमण के खतरों को बढ़ा रही है, मेले में अब तक 2500 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए कुंभ मेले को तय वक्त से दो सप्ताह पहले खत्म करने का फैसला लिया गया है। मेले में बढ़ते मामलों को देखते हुए निरंजनी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी ने 16 दिन पहले ही ऐलान किया है कि कुंभ का मुख्य शाही स्नान पूरा हो गया है, उनके लिए कुंभ मेला खत्म हो चुका है। उन्होंने ये भी कहा है कि उनके अखाड़े के साधु-संतों में कोरोना वायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं। ऐसे में मेले में संक्रमण की स्थिति को देखते हुए निरंजनी अखाड़े के बाद दूसरे अखाड़े भी कुंभ मेले के समापन की घोषणा कर सकते हैं। आपको बता दें कि वैसे हरिद्वार कुंभ मेले का तय समय जनवरी से शुरु होकर 30 अप्रैल तक है, जिसे कोरोना की हालत को देखते हुए 1 अप्रैल से शुरु किया गया लेकिन मेले में संक्रमितों की बढ़ती गिनती ने प्रशासन और अखाड़ा प्रमुखों की चिंता बढ़ा दी है। कुंभ मेले के दौरान शाही स्नान के लिए लाखों की भीड़ कोरोना विस्फोट की वजह बन रही है, बुधवार के शाही स्नान में भी 14 लाख लोग शामिल हुए थे और तीन दिन में 1300 लोग संक्रमित पाए गए हैं। ऐसे में कुंभ में संक्रमण के मामले बढ़ने पर सरकार भी सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है। आपको बता दें कि निर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर कपिल देव का बुधवार को कोरोना संक्रमण से निधन हो गया था, कुंभ में कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वाले ये पहले बड़े संत हैं।
3- देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बढ़ते मरीजों की गिनती ने स्वास्थ्य सुविधाओं पर दबाव बढ़ा दिया है, इंजेक्शन की शॉर्टेज के बाद अब महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, यूपी, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी की खबरें आ रही है। ऑक्सीजन की बढ़ती मांग औऱ इसकी कमी की शिकायतों पर तुरंत एक्शन लेते हुए केन्द्र सरकार ने विदेशों से ऑक्सीजन इंपोर्ट का फैसला लिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में रोजाना ऑक्सीजन के लिए लगभग 7,127 एमटी की उत्पादन क्षमता है, मेडिकल ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को देखते हुए 50 हजार मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन के आयात के लिए टेंडर जारी किया जाएगा। जिसके लिए विदेश मंत्रालय संभावित स्त्रोतों की पहचान करेगा। देश में मेडिकल ऑक्सीजन की ज्यादातक खपत महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली जैसे राज्यों और इसके बाद छत्तीसगढ़, पंजाब, राजस्थान का स्थान आता है। इनमें से कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी की खबरों के बीच केंद्र सरकार ने गुरुवार को
राज्यों से कहा है कि वे मेडिकल ऑक्सीजन का सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करें और ये भी ध्यान रखें कि ऑक्सीजन की बर्बादी न हो। केन्द्र ने कहा कि संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मेडिकल ऑक्सीजन की खपत को राज्यों की जरूरत के साथ तालमेल रखना होगा।
4- देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति हर रोज बद से बदतर होती जा रही है, स्थिति को नियंत्रित किया जा सके और संक्रमण की चेन को बढ़ने से रोका जा सके, इशके लिए सरकार ने विभिन्न जगहों पर पाबंदियां लगानी शुरु कर दी हैं। इसी कड़ी में संस्कृति मंत्रालय ने ASI आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया / भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के जरिए संरक्षित सभी स्मारकों को 15 मई तक बंद रखने का फैसला किया है। केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने गुरुवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। कोरोना के बढ़ते मामलों मद्देनजर ही सरकार ने 10वीं की बोर्ट परीक्षाओं के बाद 18 अप्रैल को होने वाले नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट को भी टाल दिया है। बोर्ड ने हाल ही में इसके एडमिट कार्ड जारी किए थे लेकिन CBSE की बोर्ड परीक्षा पर हुए फैसले के बाद से ही NEET- PG के कैंडिडेट्स सोशल मीडिया पर ‘हैशटैग पोस्टपोन नीट पीजी’ कैंपेन चला रहे थे। जिसके बाद फिलहाल एग्जाम को टाल दिया गया है, इसकी अलगी तारीख अभी तय नहीं की गई है।
5- अमेरिकी बैंक, सिटी बैंक के कंज्यूमर बैंकिंग से निकलने के ऐलान के बाद इससे जुड़े 4 हजार कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा मंडराने लगा है। दरअसल सिटी ग्रुप ने घोषणा करते हुए कहा है कि ये ग्रुप अब इंडिया समेत 13 इंटरनेशनल कंज्यूमर बैंकिंग मार्केट से बाहर निकलने की तैयारी कर रहा है क्योंकि ये ग्रुप अब वेल्थ मैनेजमेंट कारोबार पर फोकस करेगा। आपको बता दें कि भारत में लखनऊ, अहमदाबाद, औरंगाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, फरीदाबाद, गुरुग्राम, जयपुर, कोच्चि, कोलकाता, मुंबई, नागपुर, नासिक, नई दिल्ली, पुणे, हैदराबाद और सूरत जैसे शहरों में सिटी बैंक की करीब 35 ब्रांच हैं। जिनमें 4 हजार के करीब लोग काम करते हैं और देश में इस बैंक के तकरीबन 25 लाख ग्राहक हैं। भारत से सिटी ग्रुप के कारोबार समेटने के पीछे भारत में लागू बैंकिंग नियम बताए जा रहे हैं क्योंकि इंडियन बैंकिंग रेगुलेटर की तरफ से विदेशी बैंकों को देश में ब्रांच बढ़ाने या अधिग्रहण की छूट नहीं है। ऐसे में विदेशी बैंक के लिए भारत में कारोबारी विस्तार करना मुश्किल होता है, जिसे देखते हुए ग्रुप ने ये कदम उठाया है। आपको बता दें कि भारत में सिटीग्रुप की एंट्री 1902 में हुई थी और इसने देश में कंज्यूमर बैंकिंग कारोबार की शुरुआत साल 1985 में की थी।