1- आज एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण कोरोना काल का पहला बजट पेश करेंगी। सभी आमोखास की निगाहें आज के आम बजट पर रहने वाली हैं, क्योंकि सभी को इस बजट से काभी उम्मीदें हैं। वैसे भी आज का बजट अभी तक के बजट से थोड़ा अलग होगा, ऐसा इसलिए क्योंकि ये पहली बार होगा जब आम बजट बही खाते की जगह टैबलेट पर पेश किया जाएगा, साथ ही सांसदों को भी बजट की डिजिटल कॉपी प्रोवाइड कराई जाएंगी। वित्त मंत्री (राज्य प्रभार) अनुराग ठाकुर ने कहा है कि ये बजट लोगों की अपेक्षाओं के अनुरुप होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण ऐसे वक्त में बजट पेश करने जा रही हैं जब जीडीपी में ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई है। इस साल जहां अर्थव्यवस्था में 8 फीसदी के करीब की गिरावट के आसार हैं तो वहीं अगले साल इसमें 10 फीसदी से ज्यादा की बढ़त की उम्मीद है। ऐसे में सबका साथ-सबका विकास के मंत्र पर चलने वाली सरकार भारत को आत्मनिर्भरता के पथ पर सफल बनाने के लिए इस बजट के माध्यम से क्या-क्या उपहार देती है, ये आज का बजट तय करेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण बजट पेश करने के लिए मंत्रालय पहुंच चुकी हैं।
2- कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत के साथ ही बंद पड़ी तमाम गतिविधियों के साथ-साथ स्कूल भी खुलने लगे हैं। देश के कई राज्यों में जहां 10वीं और 12वीं के लिए स्कूल पहले ही खोले जाचुके हैं तो वहीं पंजाब और हरियाणा सहित देश के 10 राज्यों में आज 1 फरवरी से राज्य सरकारों ने विभिन्न कक्षाओं के लिए स्कूल खोलने का फैसला लिया है। गुजरात में 10वी-12वीं के लिए स्कूल पहले ही खुल चुके हैं और आज से 9वीं और 11वीं कक्षा के लिए भी स्कूल खोले जा रहे हैं। वहीं हरियाणा में भी 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खुल चुके हैं और आज एक फरवरी से छठी से आठवीं तक के स्कूल खोले जा रहे हैं। महाराष्ट्र में भी कक्षा 5 से कक्षा 8 तक के स्कूल आज से खुल रहे हैं। जबकि पंजाब में प्री-प्राइमरी और पहली-दूसरी कक्षा के लिए सभी स्कूलों को खोलने की तैयारी है। आंन्ध प्रदेश में पहली से पांचवी तक तेलंगाना में 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खुलने जा रहे हैं। बता दें कि विभिन्न राज्यों में खोले जा रहे सभी स्कूलों में कोरोना के जारी दिशा निर्देशों के तहत की स्लासेज शुरु होंगी और छात्रों के अभिभावकों की स्वीकृति पत्र के साथ ही स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा।
3- पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल में सियासी घमासान चरम पर है। बंगाल के दौरे पर यूं तो इस वीकेंड में गृह मंत्री अमित शाह को जाना था लेकिन अचानक उनका दौरा रद्द होने के बाद यहां चुनाव प्रचार के लिए स्मृति इरानी को भेजा गया। रविवार को केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने बंगाल में हावड़ा के डोमुरजला स्टेडियम में एक रैली को संबोधित करते हुए टीएमसी पर जमकर हमला बोला। इस रैली में गृह मंत्री अमितशाह भी वीडियो कॉन्फेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए, और जन सभा को संबोधित भी किया। साथ ही हाल ही में बीजेपी ज्वाइन करने वाले वो पांचो नेता भी इस रैली में नजर आए, जिन्होंने टीएमसी छोड़ बीजेपी की राह पकड़ी। अपने संबोधन में प्रदेश की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए स्मृति इरानी ने कहा कि दीदी की तृण मूल कॉंग्रेस जाने वाली है और भारतीय जनता पार्टी आने वाली है। कोई भी देशभक्त ऐसी पार्टी में नहीं रह सकता, जिसने जय श्री राम के नारे का अपमान किया हो। दीदी को जय श्री राम से बैर है। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम के खत्म होने के बाद भाजपा की सभा से वापस लौट रहे कार्यकर्ताओं को रोक कर लाठी-डंडों से उनकी पिटाई की गई। जिसमें बीजेपी के कई कार्यकर्ता घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि इस हमले में घायल हुए दो कार्यकर्ताओं की हालत गंभीर है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
4- रविवार को मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 26 जनवरी के दिन दिल्ली में तिरंगे का अपमान देख देश बहुत दुखी हुआ , जब लाल किले की प्राचीर पर प्रदर्शनकारी किसानों ने अपने झंडे फहराए औऱ ऐतिहासिक इमारत को भी नुकसान पहुंचाया। प्रधानमंत्री के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि तिरंगा सिर्फ प्रधानमंत्री का है क्या? तिरंगे से सारा देश प्यार करता है, जिसने तिरंगे का अपमान किया है उसे जाकर पड़कें। 26 जनवरी को जो हुआ वो एक साजिश का परिणाम था, जिसकी जांच होनी चाहिए। टिकैत ने कहा कि हम कभी तिरंगे का अपमान नहीं होने देंगे, उसे सदा ऊंचा रखेंगे। शनिवार को हुई सर्वदलीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि सरकार, किसान से सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर है। सरकार से दौबारा बातचीत की शुरुआत पर राकेश टिकैत ने कहा कि बंदूक की नोक पर बातचीत संभव नहीं है। हम सरकार को झुकाना नहीं चाहते लेकिन उन्हें भी किसानों के आत्म-सम्मान की रक्षा करनी चाहिए। हमारे जो साथी जेल में बंद हैं पहले वे रिहा किए जाएं फिर बातचीत होगी। प्रधानमंत्री, सरकार और किसान के बीच कड़ी बने हैं, किसान की पगड़ी का भी सम्मान रहेगा औऱ देश के प्रधानमंत्री का भी। हम दबाव में कुछ भी स्वीकार नहीं करेंगे।
5- जून में होने वाले कांग्रेस कार्यसमिति चुनाव से पहले दिल्ली कांग्रेस ने एक बार फिर राहुल गांधी को तुरंत पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग की है, रविवार को दिल्ली कांग्रेस ने राहुल गांधी को तत्काल प्रभाव से पार्टी अध्यक्ष बनाने के लिए प्रस्ताव पास किया है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने इस प्रस्ताव को लेकर कहा कि सिर्फ राहुल गांधी की कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रेरित कर सकते हैं। अनिल चौधरी ने कहा कि किसान से लेकर जीएसटी की कमियों तक, राहुल गांधी की सभी भविष्यवाणियां सच हो रही हैं उन्होंने अपने नेतृत्व की क्षमता दिखाई है, इसलिए हमने राहुल गांधी को दोबारा पार्टी अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पास किया है। हाल ही में कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने भी कहा था कि कांग्रेस के 99.99 फीसदी लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी फिर से उनका नेतृत्व करें। इससे पहले भी कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में संगठन चुनाव औऱ नए पार्टी अध्यक्ष के चुनाव का मुद्दा उठा था लेकिन पांच राज्यों में होने वाले चुनाव पूरे होने तक संगठन चुनाव को टाला गया है और तब तक सोनिया गांधी ही पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष रहेंगी। आपको बता दें कि राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद पार्टी प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था, तब से सोनिया गांधी ही पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष हैं।