1- दिल्ली के सबसे सुरक्षित इलाके में हाई अलर्ट के बीच कल शाम, 29 जनवरी को 5 बजे के करीब बम धमाका हुआ। तुगलक रोड थाने से कुछ दूरी पर स्थित इजराइली दूतावास के पास हुए इस धमाके में कई किसी के हताहत होने की खबर तो नहीं है, लेकिन पास खड़ी कई कारों को नुकसान पहुंचा है, धमाके के चलते खड़ी हुई तीन कारों के शीशे टूट गए हैं। बताया जा रहा है कि ये ब्लास्ट उस वक्त हुआ जब यहां बीटिंग रिट्रीट का आयोजन हो रहा था, बीटिंग रिट्रीट से करीब डेढ़ किल मीटर की दूरी पर ये ब्लास्ट फुटपाथ के पास हुआ। इस धमाके के बाद से सुरक्षा एंजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं। हालांकि दिल्ली पुलिस ने इस धमाके को सिर्फ सनसनी फैलाने का प्रयास बताया है लेकिन इस्राइली दूतावास के करीब हुए इस बम धमाके ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच में जुटी सुरक्षा एजेंसियां ईरान और इस्राइल के बीच चल रही तनातनी के एंगल की भी अनदेखी नहीं करना चाहतीं। फिलहाल पूरे इलाके को सील कर दिया गया है, और छानबीन की जा रही है।
2- दिल्ली में इजराइली दूतावास के पास हुए धमाके के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने अपना दो दिन का पश्चिम बंगाल दौरा रद्द कर दिया है। इसकी जानकारी देते हुए बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ”शाह आज या शनिवार को नहीं आ रहे हैं। उनकी यात्रा स्थगित कर दी गई है। अगली तारीखों के बारे में बाद में जानकारी दी जाएगी।” पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव हैं और चुनाव से पहले राज्य में अमित शाह का दौरा काफी खास माना जा रहा था क्योंकि इससे पहले जब पिछले महीने अमित शाह बंगाल दौरे पर गए थे तो उस दौरान शुभेंदु अधिकारी समेत टीएमसी के कई बड़े नेता बीजेपी में शामिल हो गए थे ऐसे में इस बार भी कयास लगाए जा रहे थे कि शाह के बंगाल दौरे के दौरान टीएमसी के कुछ नेता टीएमसी का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम सकते हैं, लेकिन कल शाम हुए विस्फोट के बाद जहां राजधानी दिल्ली में हाई अलर्ट जारी कर सुरक्षा इंतजाम बढ़ाए गए वहीं इसी के मद्देनजर शाह का बंगाल दौरा भी रद्द हुआ। अमित शाह शुक्रवार देर रात 11 बजे बंगाल की राजधानी कोलकाता पहुंचने वाले थे जहां आज और कल उन्हें दो रैलियों को संबोधित करना था लेकिन इस धमाके के बाद अमित शाह कि ये यात्रा टाल दी गई है।
3- दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसान आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर सद्भावना दिवस मनाएंगे और दिनभर उपवास रखेंगे। 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद पुलिस की ओर से आंदोलन को हटाने की कोशिशें की जा रही हैं, हालांकि 28 तारीख को गाजीपुर धरने को खत्म कराने पहुंची पुलिस सफल नहीं हो सकी, लेकिन कल 29 जनवरी को सिंघु बॉर्डर पर भी हालात खराब होते दिखे जब स्थानीय लोगों द्वारा आंदोलन खत्म कराए जाने की मांग को लेकर पत्थबाजी की गई, जिसमें एसएचओ के घायल होने की खबर है, इस हिंसा के बाद 40 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है। किसानों का कहना है कि आंदोलन में इस तरह का उत्पात मचाना एक षडयंत्र है क्योंकि आंदोलन की शांति भंग कर इसे बदनाम करने की कोशिशें की जा रही हैं। संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भाजपा सरकार अब चल रहे शांतिपूर्ण किसान आंदोलन को सांप्रदायिक रंग दे रही है लेकिन किसान शांतिपूर्ण ढंग से अपना आंदोलन तब तक जारी रखेंगे जब तक कि तीनों कृषि कानून वापस नहीं हो जाते औऱ इसी कड़ी में आज सभी धरना स्थलों पर बैठे किसान सद्भावना दिवस मनाएंगे। सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं द्वारा की गई प्रेस कॉन्फेंस में किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने कहा कि हमारी बातें लोगों तक न पहुंच सकें इसके लिए इंटरनेट सेवाएं पबंद की गई हैं, हम सरकार से मांग करते हैं कि जहां आंदोलन चल रहा है उन इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बहाल की जाएं। आपको बता दें कि आज हरियाणा के कुछ इलाकों में भी दिनभर इंटरनेट सेवाएं इसी कारण से बंद की गई हैं।
4- दो महीने से भी ज्यादा वक्त से शांतिपूर्ण ढंग से चल रहे किसान आंदोलन में 26 जनवरी के बाद से मच रहे वबाल के बीच पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केन्द्र को आगाह करते हुए कहा है कि पाकिस्तान को अशांत पंजाब सूट करता है, वो पंजाब में गड़बड़ी फैलाने कि फिराक में है, किसान आंदोलन शुरु होने के बाद पाकिस्तान से पंजाब आने वाले अवैध हथियारों की संख्या बढ़ी है। एएनआई को दिए इंटरव्यू में अमरिंदर सिंह ने केन्द्र सरकार को अलर्ट करते हुए कहा है कि पाकिस्तान सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशें कर रहा है और पंजाब में हथियारों के अलावा हेरोइन और पैसे भी भेज रहा है। यहां उनके स्लीपर सेल्स हैं जिन्हें वो कभी भी ऐक्टिव कर सकता है, इसलिए सरकार को सतर्क रहने की जरूरत है।
5- शुक्रवार 29 जनवरी को प्रेस कॉन्फेंस में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में 9वीं और 11वीं कक्षा के लिए 5 फरवरी से स्कूल खोल दिए जाएंगे साथ ही डिग्री, डिप्लोमा देने वाले शैक्षणिक संथानों को भी 5 फरवरी से खोलने की अनुमति दे दी गई है। उन्होंने कहा कि माध्यमिक व हायर एजुकेशन वाले संस्थान प्रोजेक्ट वर्क और काउंसलिंग के लिए 5 फरवरी से स्टूडेंट्स को बुला सकेंगे। आपको बता दें कि दिल्ली में 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए पहले ही स्कूल खोले जा चुके हैं, शिक्षा मंत्री ने बताया कि 10वीं-12वीं के जिन स्टूडेंट्स को स्कूल जाकर क्लासेज अटेंड करने की परमिशन मिली है उनमें से 80 फीसदी बच्चे रोजाना स्कूल पहुंच रहे हैं। मनीष सिसोदिया ने कहा कि जिस तरह से 10वीं, 12वीं के लिए स्कूल खोले गए हैं उसी प्रकार से 9वीं और 11वीं के छात्रों के लिए भी स्कूल खोले जाएंगे और कोरोना गाइडलाइन्स का उसी प्रकार पालन किया जाएगा जैसे 10वीं ,12वीं के छात्रों को पालन कराया जा रहा है।