1- आज 23 मार्च को बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत का जन्मदिन है, उनके बर्थडे से ठीक पहले यानि कल कंगना को नेशनल अवॉर्ड के रूप में शानदार बर्थडे गिफ्ट मिला है। कल सोमवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत आने वाले फिल्मोत्वस निदेशालय द्वारा दिए जाने वाले राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा की गई, आपको बता दें कि कोरोना महामारी के चलते इन पुरस्कारों की घोषणा में एक साल की देरी से हुई है। सोमवार को घोषित हुए 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में कंगना रनौत को फिल्म मणिकर्णिका और पंगा के लिए बेस्ट एक्ट्रेस के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है, जो कि कंगना का चौथा नेशनल अवॉर्ड है, इससे पहले फिल्म तनु वेड्स मनु रिटर्न्स और फिल्म क्वीन के लिए बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड और
फिल्म फैशन के लिए कंगना को बेस्ट को-एक्ट्रेस अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है। इसके अलावा मनोज वाजपेयी को फिल्म भोंसले और धनुष फिल्म असुरन के लिए बेस्ट एक्टर अवॉर्ड से नवाजा गया है। बेस्ट फीचर फिल्म का अवॉर्ड मिला है निर्देशक प्रियदर्शन की मलयालम फिल्म मरक्कर: अरबिकाडालिन्ते सिंहम को और बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला है संजय पूरन सिंह चौहान को फिल्म बहत्तर हूरें के लिए। वहीं नितेश तिवारी के डायरेक्शन में बनी, सुशांत सिंह राजपूत स्टारर फिल्म छिछोरे को साल 2019 की बेस्ट हिन्दी फिल्म के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
2- यूपी, असम और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के बाद अब दिल्ली में भी शराब पीने की न्यूनतम कानूनी उम्र 21 साल कर दी गई है। सोमवार को दिल्ली सरकार ने नई एक्साइज पॉलिसी यानि आबकारी नीति पर मुहर लगाते हुए दिल्ली में शराब पीने की उम्र सीमा 25 साल से घटाकर अब 21 साल कर दी है, नई आबकारी नीति अगले तीन महीने में लागू कर दी जाएगी। इस बारे में बताते हुए दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि कम उम्र के बच्चों की आईडी जांच के बाद ही उन्हें शराब शरीदने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि नई एक्साइज पॉलिसी के तहत दिल्ली में कोई नई शराब की दुकान नहीं खुलेगी बल्कि सभी सरकारी शराब की दुकाने भी बंद की जाएगी और सरकारी दुकानों की 60 फीसदी हिस्सेदारी की जगह अब प्राइवेट दुकानें लेंगी। आपको बता दें कि केजरीवाल सरकार ने शराब माफिया पर शिकंजा कसने के मकसद से नई आबकारी नीति को मंजूरी दी है, साथ ही इस कदम से दिल्ली सरकार के सालाना रेवेन्यू में 20 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी की भी उम्मीद है।
3- कल, सोमवार को नए कोरोना संक्रमितों की गिनती एक हफ्ते में पहली बार थोड़ी घटी है, लेकिन स्थिति अभी भी चिंताजनक है, कल देश में नए संक्रमितों के 40 हजार 611 मामले सामने आए हैं। देश के 5-7 राज्यों महाराष्ट्र, पंजाब, केरल, कर्नाटक, गुजरात और मध्य प्रदेश में तेजी से बढ़ रही नए मरीजों की गिनती के बाद एक्टिव केस बढ़ गए हैं, 80 फीसदी से ज्यादा मामले इन्ही राज्यों से हैं। आपको बता दें कि एक महीने में ही कोविड 19 का इलाज करा रहे मरीजों में 2 लाख की बढ़ोत्तरी हुई है, और आज ये आंकड़ा 3.50 लाख के पार जाने की आशंका है। आपको बता दें कि अभी देश में 3 लाख 42 हजार से ज्यादा मरीजों का इलाज चल रहा है, नए मामले सामने आने के बाद ये संख्या आज 3.50 लाख के पार हो सकती है। तेजी से फैल रहे संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकारें काफी सख्त कदम उठा रही हैं, बावजूद इसके, मरीजों की बढ़ती गिनती चिंता का विषय बनी हुई है क्योंकि मामले बढ़ने के साथ ही रिकवरी रेट में भी गिरावट आई है। 17 फरवरी को मरीजों के ठीक होने की दर 97.33 फीसदी पर पहुंच गई थी, जो अब गिरकर 95.75 फीसदी पर आ गई है। ऐसे में जरूरी है कि महामारी को हल्के में लेने वाले, सावधानी व सतर्कता बरतें और तेजी से फैल रहे संक्रमण को कोरने में अपना योगदान दें।
4- एक तरफ जहां कोरोना वैक्सीन एस्ट्रजेनेका को साइड इफैक्टस के चलते कई देशों में बैन कर दिया गया है तो वहीं दूसरी तरफ संयुक्त राज्य अमेरिका व दक्षिण अमेरिका में हुए ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के कोविड-19 टीके के परीक्षण मे ये दावा किया गया है कि ये वैक्सीन कोविड 19 के गंभीर संक्रमितों पर ज्यादा असरदार है। इस परीक्षण में कहा गया है कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका का टीका कोविड-19 को रोकने में 79 प्रतिशत तक कारगर है। खासतौर से 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों पर ये टीका 80 प्रतिशत तक प्रभावी पाया गया। इस वैक्सीन को बना रही बायोटेक कंपनी ने सोमवार को इस परीक्षण के परिणामों के आधार पर दावा किया कि इस टीके के बाद किसी भी व्यक्ति में बीमारी गंभीर स्थिति में नहीं पहुंची, न ही आफ्टर इफेक्ट्स के चलते किसी को अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आई। उम्मीद है कि इस दावे के बाद एस्ट्रजेनेका वैक्सीन के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलेगा।
5- भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी सिंधु आयोग की बैठक आज लंबे वक्त के बाद शुरु होने जा रही है। आपको बता दें कि पुलवामा हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच कई मुद्दों पर बातचीत एकदम बंद हो गई थी, लेकिन कल दोनों पक्षों की ओर से इस बैठक की जानकारी दी गई। पीआईसी की पिछली बैठक 29-30 अगस्त, 2018 को लाहौर में आयोजित की गई थी। जो ढाई साल के लंबे वक्त बाद फिर से होने जा रही है। पाकिस्तान के सिंधु आयुक्त सैयद मुहम्मद मेहर अली शाह के नेतृत्व में सात सदस्यीय पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल सोमवार को यहां स्थायी सिंधु आयोग की वार्षिक बैठक के लिए पहुंचा है। इस बैठक के दौरान गृमंत्री अमित शाह अपने भारतीय समकक्ष के साथ बाचतीच करेंगे और दोनों देशों के सिंधु आयुक्त आज औऱ कल यानि 23-24 मार्च को वार्षिक वार्ता करेंगे।