1- कल, सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में मुलाकात की जिसमें बाइलेट्रल ट्रेड और इन्वेस्टमेंट को बढ़ाने पर फोकस रहा। 6 घंटे दिल्ली में रुकने के बाद व्लादिमिर पुतिन, मॉस्को के लिए रवाना हो गए लेकिन दोनों की ये मुलाकात काफी खास मानी जा रही है क्योंकि इससे दोनों देशों के बीच रिश्ते और मजबूत तो होंगी ही साथ ही दोनों देशों की इकोनॉमी को भी अरबों डॉलर का बूस्टर डोज मिलेगा। दोनों ही देशों ने अपने निवेश को साल 2025 तक एक नए मुकाम पर ले जाने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए पुतिन की इस भारत मुलाकात में 28 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिनमें व्यापार, ऊर्जा, बौद्धिक संपदा, बैंकिंग, अकाउंटेंसी जैसे क्षेत्र शामिल हैं। । ये बात सभी जानते हैं कि भारत और रूस की दोस्ती बरसों पुरानी है विभिन्न क्षेत्रों के विकास में रूस की अहम भागीदारी रही है, वहीं भारत की रक्षा जरूरत को पूरा करने वाला सबसे बड़ा सहयोगी भी रूस ही रहा है और दोनों की देशों के बीच एक दूसरे को समर्थन देने के लिए कई समझौते भी हुए हैं, पेट्रोलियम, फार्मा और न्यूक्लियर एनर्जी जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच ट्रेड में भी तेजी आई है और दोनों देशों के बीच दो-तरफा निवेश का 30 अरब डॉलर का टारगेट पहले ही पूरा हो चुका है जिसे अब 2025 तक 50 अरब डॉलर के पार ले जाने का लक्ष्य है। भरोसेमंद सहयोगी रहने के बाद भी रूस और भारत के बीच बाइलेट्रल ट्रेड करीब 10 अरब डॉलर के आसपास ही है जिसे 2025 तक 30 अरब डॉलर के पार पहुंचाने का लक्ष्य है।
2- कोरोना महामारी के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने सभी के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ा दी हैं, क्योंकि भारत में संक्रमण की तीसरी लहर के लिए ये वैरिंट जिम्मेदार बन सकता है। विश्व अभी कोरोना के कहर से संभल नहीं पा रहा है कि अब ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीनोलॉजी की प्रोफेसर डेम सारा गिल्बर्ट ने भविष्य में आने वाली महामारियों के कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक होने सी आशंका जाहिर की है। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान हमनें जो भी गलतियां की हैं, उनसे हम सभी को सबक लेकर भविष्य में ऐसी महामारियों से लड़ने के लिए और बेहतर तैयारियों के साथ अभी से तैयार रहना होगा। विश्व की आवाम को ये सुनिश्चित करना होगा कि कोरोना के दौरान लिए हर सबक को बेकार न जाने दें और अगले वायरस के लिए और बेहतर तरीके से तैयार हो। ओमिक्रॉन वैरिएंट पर वैक्सीन के असर को लेकर प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने कहा कि ओमिक्रॉन पर वैक्सीन का प्रभाव कम हो सकता है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि संक्रमण बेहद गंभीर या मौत का कारण बन सकता है। वैक्सीन से बनने वाली एंटीबॉडी, ओमिक्रॉन के संक्रमण को रोकने में कम प्रभावी हो सकती हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कि वैक्सीन प्रभावी नहीं है। उन्होंने आगाह किया कि जब तक इस नए वैरिएंट को लेकर और ज्यादा जानकारी ना आ जाए तब तक सावधान रहें और एहतियात बरतें।
3- देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले बढ़कर 24 हो गए हैं, कल सोमवार को भी महाराष्ट्र में दो और लोगों के ओमिक्रॉन संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जिसके बाद महाराष्ट्र में इस वैरिएंट से संक्रमित 10 मरीज हो गए हैं और देश में कुल 24। बता दें कि दक्षिण अफ्रीका से निकला ये वैरिएंट अब थाइलैंड, लातविया और नेपाल में भी पहुंच गया है। ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के देखते हुए पाकिस्तान ने भी 15 देशों पर ट्रैवल बैन किया है जिनमें क्रोएशिया, हंगरी, नीदरलैंड, यूक्रेन, आयरलैंड, स्लोवेनिया, वियतनाम, पोलैंड, दक्षिण अफ्रीका, मोजाम्बिक, लेसोथो, इस्वातिनी, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे और नामीबिया शामिल हैं। बता दें कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के डेल्टा और बीटा की तुलना में और भी ज्यादा संक्रामक होने की आशंका जताई गई है साथ ही ओमिक्रॉन से रीइंफेक्शन होने का खतरा भी ज्यादा है।
4- जातीय जनगणना को लेकर केन्द्र सरकार भले किसी नजीते पर न पहुंच पाई हो लेकिन बिहार सरकार ने फैसला लिया है कि राज्य सरकार अपने खर्च पर जातीय जनगणना कराएगी। कल, सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए इसका ऐलान किया। नीतीश कुमार ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने इस पर सहमति जताई है, बिहार सरकार बिना किसी चूक के पारदर्शी तरीके से जनगणना कराएगी। उन्होनें कहा, डिप्टी सीएम और पार्टी के सभी लोगों से बात कर चुके हैं अब जल्द एक तारीख तय करके इस पर सर्वदलीय बैठक करेंगे और सभी लोगों की राय लेकर तय किया जाएगा कि जातीय जनगणना कैसे हो, ताकि कोई चीज मिस न हो। आपको बता दें कि बिहार से पहले कर्नाटक सरकार अपने स्तर पर जातीय जनगणना करा चुकी है, जिसके बाद बिहार जातीय जनगणना कराने वाला दूसरा राज्य होगा।
5- शनिवार शाम गलत सूचना के आधार पर नागालैंड के मोन जिले में सेना द्वारा की गई फायरिंग में मारे 14 स्थानीय लोगों की मौत हो गई, विपक्ष ने जब इस मामले को संसद में उठाया और जांच के साथ साथ मारे गए लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग की तो केंद्र सरकार ने सोमवार को संसद में ये स्वीकार कर लिया कि नगालैंड में सेना की फायरिंग एक गलती थी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल लोकसभा में कहा कि 14 नागरिकों की मौत पर केंद्र सरकार को अफसोस है उन्होंने कहा कि गलत पहचान की वजह से ये घटना हुई है इस घटना की विस्तृत जांच के लिए SIT का गठन किया गया है जो महीनेभर के अंदर अपनी जांच पूरी करेगी। बता दें कि 4 दिसंबर को नगालैंड के ओटिंग में सेना चरमपंथियों के खिलाफ एक ऑपरेशन को अंजाम दे रही थी। सेना ने एक गाड़ी को रुकने का इशारा किया, गाड़ी न रुकने पर शक की विनाह पर 21 कमांडोज ने उसपर फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें सवार स्थानीय लोगों में से 7 की मौत हो गई। घटना से गुस्साए लोगों ने सेना पर हमला किया और सेना की गाड़ियों में आगजनी करने लगे जिसमें एक जवान की भी मौत हो गई। स्थानीय लोगों की उस भीड़ को काबू करने के लिए की सेना को फायरिंग करनी पड़ीं जिसमें और 7 लोगों की मौत हो गई।
6- बॉलीवुड एक्टर विक्की कौशल और कैटरीना कैफ की शादी इस साल की सबसे शाही और यादगार शादी होने वाली है, क्योंकि इन दोनों सितारों ने शादी के लिए चुना है रॉयल राजस्थान। बता दें कि विक्की कौशल और कटरीना कैफ शादी के लिए कल, सोमवार देर रात अपने वेडिंग वेन्यू सवाई माधोपुर के होटल सिक्स सेंसेस फोर्ट पहुंच गए। जहां आज संगीत सेरेमनी से दोनों की शादी की रस्में शुरु हो रही हैं और कल 8 दिसंबर को सुबह दोनों सितारों की हल्दी सेरेमनी के बाद शाम को आफ्टर पार्टी होगी। बता दें कि विक्की और कैटरीना परसों यानि 9 दिसंबर को यहां विवाह बंधन में बंधेंगे। बताया जा रहा है कि विक्की और कटरीना बरवाड़ा फोर्ट में 12 दिसंबर तक रुकेंगे और शादी के बाद दोनों चौथ माता के मंदिर भी जा सकते हैं। सुरक्षा इंतजामों से चाकचौबंद, दोनों ही सितारों की इस शाही शादी के खूब चर्चे हो रहे हैं, जिसमें फतेह दरवाजे पर मेहमानों का स्वागत गुलाब के फूलों की बारिश होगी और सारंगी पर राजस्थानी लोकगीतों की धुनों के बीच दोनों सितारे परिणय सूत्र में बंधेंगे।