3- प्रदूषण से भारी हुई हवाओं को हल्का करेगी बरसात लेकिन साथ ही ठंड के थपेड़ों को झेलने के लिए भी तैयार रहना होगा, क्योंकि उत्तर भारत और पहाड़ों की बारिश पारा भी गिराएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि दक्षिणी राज्यों में हुई आफत की बारिश के बाद अब उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में भी बारिश की संभावना है, मौसम विभाग का कहना है कि दो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस 1 से 6 दिसंबर के बीच दस्तक दे सकते हैं। जिनके चलते पूरे उत्तर-मध्य भारत में बरसात हो सकती है। मौसम विभाग की मानें तो पहले एनसीआर में 2 दिसंबर को हल्की बूंदाबादी हो सकती है लेकिन 5-6 दिसंबर को एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण दिल्ली में बारिश होगी। मौसम विभाग का अनुमान है कि इस दौरान मैदानी और पहाड़ी दोनों क्षेत्रों में बरसात की संभावना है, इसलिए पहाड़ों में भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जाहिर है बारिश के बाद ठंड में इजाफा होगा लेकिन हवाओं और बरसात के असर से प्रदूषण जरूर कुछ कम होगा।
4- सरकार द्वारा कृषि कानूनों की वापसी की तैयारी के बाद कृषि कानूनों के विरोध में सालभर से सड़कों पर उतरा किसान भी अब घर वापसी की तैयारी में है, सूत्रों की मानें तो किसान कल बुधवार को अपना आंदोलन खत्म कर सकते हैं। इस सिलसिलें में कल, सोमवार को दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर हुई पंजाब के 32 किसान संगठनों की मीटिंग हुई। जिसमें इस बात पर सहमति बनी है कृषि कानूनों की वापसी के साथ किसानों को भी घर वापसी कर लेनी चाहिए, हालांकि किसानों की घर वापसी पर अंतिम फैसला 1 दिसंबर को होगा, क्योंकि 1 दिसंबर को ही संयुक्त किसान मोर्चा की इमरजेंसी मीटिंग है जो पहले 4 दिसंबर को होनी थी, लेकिन पंजाब के किसान संगठनों में घर वापसी पर सहमति बनने के बाद इस मीटिंग को 1 दिसंबर को बुलाया गया है, जिसमें किसानों की घर वापसी पर अंतिम मुहर लगनी है। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बार्डर पर चल रहे आंदोलन की अगुवाई करने वाले किसान नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर सख्त अंदाज में सरकार से कहा है
कि किसान अपनी मांगें मंगवाए बिना यहां से नहीं जाएगा और सरकार इस गलतफहमी में नहीं रहे कि देश में किसान आगें कोई धरना-प्रदर्शन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि तीन मामलों का समाधान हो गया है अभी 1 मामला बाकी है। 1 साल में जो नुकसान हुआ है उस पर सरकार बैठकर बात करे, समाधान निकल जाएगा।
5- कल, सोमवार 29 नवंबर को संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई, लेकिन सत्र की शुरुआत के साथ ही 110 दिन पहले हुई घटना पर संसद के इस शीत सत्र में कार्रवाई हुई। आपको याद होगा कि संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिन यानि 11 अगस्त को कई सांसदों पर सुरक्षा बलों से बदसलूकी के आरोप लगे थे, उसी घटना पर कार्रवाई करते हुए राज्यसभा के 12 विपक्षी सांसदों को पूरे शीत सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कल सोमवार को इन सभी निलंबित सांसदों के नाम की घोषणा की। उच्च सदन के जिन 12 सांसदों को सस्पेंड किया है उनमें माकपा के एल्मारम करीम, कांग्रेस नेता फुलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह, भाकपा के बिनोय विस्वाम, तृणमूल कांग्रेस के डोला सेन, शांत छेत्री, और शिवसेना से प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई शामिल हैं। CPM के एलाराम करीम और CPI के बिनॉय विश्वम भी निलंबित होने वाले सांसदों की लिस्ट में शामिल हैं।
6- IIT Bombay से पढ़ाई करने वाले पराग अग्रवाल अब Twitter के नए CEO होंगे, क्योंकि Twitter के को-फाउंडर जैक डोर्सी ने कंपनी के CEO पद से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी में बतौर chief technology officer के पद पर काम कर रहे 45 साल के पराग ने खुद इसे सम्मान की बात बताया है। Twitter के CEO पद की जिम्मेदारी संभालने जा रहे पराग अग्रवाल ने AT&T, Yahoo और Microsoft में काम करने के बाद 10 साल पहले यानि 2011 में Twitter ज्वाइन किया था, फिर 2018 में Twitter ने उन्हें एडम मेसिंजर की जगह चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर बनाया और ट्विटर बोर्ड द्वारा पराग अग्रवाल को CEO बनने की मंजूरी मिलने के बाद अब वे Twitter के नए CEO होंगे।