आज शुक्रवार है, तारीख 26 नवंबर; अगहन मास, कृष्ण पक्ष और सप्तमी तिथि
1- कोरोना की तीसरी लहर का खतरा अभी टला नहीं है, इसलिए सावधानियों में कोताही बिल्कुल न बरतें, क्योंकि बीते 10 दिनों में कोरोना संक्रमितों की मृत्युदर में 121 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। देशभर में कोरोना से संक्रमितों की मौत के आंकड़ों पर नजर डालें तो, 15 नवंबर को देशभर में 197 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई थी ये संख्या 2 दिन पहले 23 नवंबर को बढ़कर 437 तक पहुंच गई है। इन आंकड़ों को गंभीरता से लेते हुए केन्द्र सरकार संक्रमण की तीसरी लहर की आशंकाओं को लेकर भी अलर्ट हो गई है। कल, गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के ऐसे 13 राज्यों बंगाल, गोवा, जम्मू और कश्मीर, केरल, लद्दाख, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, पंजाब, राजस्थान और सिक्किम को इस बावत चिट्ठी लिखकर आगाह किया जहां बीते कुछ समय में कोरोना टेस्टिंग की तादाद में कमी देखी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन राज्यों को लिखा कि अगर टेस्टिंग मे कमी आई तो संक्रमण का सही अनुमान नहीं लगाया जा सकेगा। इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट B.1.1.1.529 को लेकर अब भारत में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा है, इस वैरिएंट में काफी अधिक संख्या में म्यूटेशन होने की सूचना है। ऐसे में जोखिम वाले देशों से भारत की यात्रा करने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर नजर रखी जानी चाहिए और उनकी टेस्टिंग होनी चाहिए।
2- गुरु पर्व के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की मांगों को पूरा करते हुए तीनों कृषि कानून वापस तो ले लिए लेकिन सड़कों पर उतरे किसान फिलहाल शांत होते नजर नहीं आ रहे, क्योंकि तीनों कानूनों की वापसी के ऐलान के बाद भी किसानों की कई मांगे हैं जिनपर वो सरकार की सहमति न मिलने तक आंदोलन खत्म न करने पर अड़िग हैं और इनमें सबसे बड़ा मुद्दा है एमएसपी पर लिखित कानून। अगर सरकार जल्द इस मुद्दे को हल नही करती तो किसानों के आक्रोश का अंजाम उत्तर प्रदेश चुनाव में बीजेपी को झेलना पड़ सकता है, क्योंकि गुरुवार को हैदराबाद पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि, एमएसपी हमेशा संयुक्त किसान मोर्चा का मुद्दा रहा है, हम इससे पीछे नहीं हट रहे। सरकार को स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करना चाहिए और बातचीत शुरू करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले एमएसपी के मुद्दे को नहीं सुलझाती तो हम बीजेपी हराओ नारे के साथ यूपी के मतदाताओं के पास जाएंगे। वैसे आज 26 नवंबर को किसानों द्वारा शुरु किए गए आंदोलन को भी एक साल पूरा हो रहा है, और सरकार द्वारा कृषि कानूनों की वापसी की तैयारी के बाद भी ये लगातार जारी है, जिसके मद्देनजर दिल्ली के सभी बॉर्डर्स पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
3- कल, गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नई दिल्ली स्थित आवास पर कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की अहम बैठक हुई। जिसमें कांग्रेस ने 29 नवंबर से शुरु होने वाले शीतकालीन सत्र के दौरान मोदी सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की गई। इस बैठक में कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता एके एंटनी, आनंद शर्मा, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, के सुरेश, रवनीत बिट्टू, जयराम रमेश शामिल हुए। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, सत्र के पहले दिन ही कांग्रेस एमएसपी का मुद्दा उठाएगी, साथ ही लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा को मंत्री पद से हटाने का मुद्दा भी रखेगी। इसके अलावा पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों, चीन की नापाक चालों और जम्मू कश्मीर में बढ़ता आतंक भी कांग्रेस के मुद्दे रहेंगे, जिनपर कांग्रेस अन्य विपक्षी पार्टियों को भी एकजुट करने की कोशिश करेगी। खड़गे ने भाजपा को हराने के लिए विपक्ष की एकता को भी जरूरी बताया।
4- पंजाब सरकार में सीएम की कुर्सी पर भले कैप्टन अमरिंद सिंह की जगह अब चरण जीत सिंह चन्नी ने ले ली हो, लेकिन सिद्धू के सख्त तेवर अब भी नरम नहीं हुए हैं, उनके रवैये में ना तो बदलाव आया है न तल्खियों में गिरावट। वैसे सिद्धू का अपनी की पार्टी की सरकार के विरोध में खड़ा होना या पार्टी नेताओं से उलझना कोई नहीं बात नहीं है, पहले अमरिंदर सिंह से 36 का आंकड़ा रखने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की चन्नी से अदावत भी अब सुर्खियों में आने लगी है। कल, गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि पंजाब का मुख्यमंत्री इसलिए बदला गया ताकि गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का मुद्दा सुलझाया जा सके और रेत व शराब माफिया खत्म हो। उन्होंने कहा कि यदि पंजाब सरकार एक्शन नहीं लेती, ड्रग्स व गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले में रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की तो वह भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।
5- कल, गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया के चौथे और एशिया के सबसे बड़े, जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। इस मौके पर भी पीएम मोदी ने अपने संबोधन में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले यहां पार्टियां परिवार का स्वार्थ देखती थीं लेकिन हमारे लिए देश सबसे पहले है। जेवर एयरपोर्ट कनेक्टिविटी को आसान बनाएगा और यूपी को अंतरराष्ट्रीय बाजारों से सीधे कनेक्ट करेगा, पश्चिमी यूपी के किसान भी अपनी फसल विदेशों में बेच सकेंगे। पीएम ने कहा, आजादी के बाद यूपी को ताने सुनने के लिए मजबूर कर दिया गया था। कभी गरीबी के ताने, कभी घोटालों के ताने, कभी खराब सड़कों के ताने, कभी माफियाओं के ताने। अब यूपी अंतरराष्ट्रीय छाप छोड़ रहा है। पहले राजनीतिक लाभ के लिए रेवड़ियों की तरह इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की घोषणा होती थी, लेकिन प्रोजेक्ट जमीन पर कैसे उतरेंगे, इस पर विचार ही नहीं होता था। दशकों तक प्रोजेक्ट अटके रहते थे। देरी का ठीकरा दूसरों पर फोड़ा जाता था। बता दें कि जेवर एयरपोर्ट का पहला फेज 2024 तक पूरा होगा। जिसपर करीब 120 लाख यात्रियों का आवागमन होगा। पीएम ने इसके फायदे बताते हुए कहा कि, इस एयरपोर्ट से आने वाले समय में नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद समेत कई इलाकों में विकास और 1 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे।