1- COP26 समिट में शामिल होने ग्लास्गो पहुंचे भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जलवायु परिवर्तन को लेकर भारत का एजेंडा दुनिया के सामने रखा। वर्ल्ड लीडर समिट ऑफ कोप-26 में ऋग्वेद की दो लाइनों के साथ पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत की और इस वैश्विक मंथन के माध्यम से जलवायु परिवर्तन पर पीएम ने दुनिया को पंचामृत की सौगात दी। उन्होंने कहा, मैं एक शब्द आपके सामने रखता हूं LIFE यानी लाइफ स्टाइल फॉर एनवायर्नमेंट। इसे जनआंदोलन बनाना होगा। अहम से वयम के कल्याण का यही रास्ता है। इस चुनौती से निपटने के लिए मैं भारत की तरफ से पांच अमृत तत्व रखना चाहता हूं। पंचामृत की सौगात देना चाहता हूं… जिनमें साल 2030 तक नॉन फॉसिल एनर्जी को 500 गीगा बाइट तक पहुंचाने, 50% ऊर्जा जरूरतों को रिन्युएबल एनर्जी से पूरा करने, कुल प्रोजेक्टेडज कार्बन एमिशन का 1 बिलियन टन कम करने, अपनी इकोनॉमी की कार्बन इन्टेनसिटी को 45% तक कम करने और 2070 तक नेट जीरो एमिशन का लक्ष्य हासिल का लक्ष्य शामिल है।
2- क्रूज ड्रग मामले की आंच अब महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की पत्नी तक जा पहुंची है, दरअसल मंत्री नवाब मलिक ने सोमवार को इस माममे में देवेन्द्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस के साथ एक ड्रग तस्कर की तस्वीर ट्विटर पर शेयर करके मामले को और तूल दे दी है। मलिक के इस तस्वीर को ट्वीट करने के बाद कल, सोमवार शाम अमृता फडणवीस ने इस मुद्दे को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और नवाब मलिक पर निशाना साधते हुए कहा कि वो एक बिगड़े नवाब हैं। मेरी और देवेंद्र की अलग-अलग पहचान है, अगर वो पुरुष हैं तो मेरे जरिए देवेन्द्र को निशाना न बनाएं। अमृता बोलीं कि वो पॉलिटीशियन नहीं बल्कि एक सोशल वर्कर हैं उन्होंने कहा कि हमारी मंशा सही है लेकिन अगर कोई मुझ पर आरोप लगाता है तो मैं उसे कभी नहीं छोड़ती। उन्होंने कहा कि हमें ड्रगिस्ट बताकर ट्रोल कर रहे हैं जबकि न देवेंद्र उसे जानते थे और ना मैं। आपको बता दें कि कल सुबह नवाब मलिक ने कुछ फोटोज ट्विटर पर शेयर किए हैं, तस्वीरों को पोस्ट करने के
साथ नवाब मलिक ने लिखा है, चलो आज BJP और ड्रग्स पेडलर के रिश्तों पे चर्चा करते है, शेयर की हुई तस्वीरों में दो तस्वीरों में देवेन्द्र और उनकी पत्नी के साथ एक व्यक्ति खड़ा है, नवाब मलिक ने इसे जयदीप राणा नाम का ड्रग तस्कर बताया है जो अभी जेल में है। जिसे NCB ने इसी साल जून में गिरफ्तार किया है।
3- साल 2013 में 27 अक्टूबर के दिन पटना के गांधी मैदान में आतंक का खूनी खेल खेलने वाले सभी 9 दोषियों को नेशनल इनवेस्टीगेशन एजेंसी की स्पेशल कोर्ट ने कल सजा सुनाई। गांधी मैदान में सीरियल ब्लास्ट केस एनआईए कोर्ट में तकरीबन 8 साल तक चला, और आखिरकार कल इन धमाकों के 9 दोषियों में 4 को फांसी,. 2 को उम्र कैद, 2 को 10 साल और एक दोषी को 7 साल की सजा सुनाई गई है 27 अक्टूबर 2013 को गांधी मैदान में भाजपा की हुंकार रैली के दौरान हुए सिलसिलेवार 6 धमाकों में 6 लोगों की जान गई थी और 89 लोग जख्मी हुए थे। बता दें कि एनआईए ने 11 अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था, इनमें एक आरोपी की उम्र कम होने की वजह से उसका केस जुबिनाइल कोर्ट में चला गया जबकि 10 अभियुक्तों में से 9 को एनआईए कोर्ट में 27 अक्टूबर को दोषी करार दिया और एक को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया। दोषी करार दिए गए सभी 9 को कल अदालत ने ये सजा मुकर्रर की है।
4- मोहम्मद अली जिन्ना को बापू, नेहरू और पटेल जैसा फ्रीडम फाइटर बताने वाले अपने बयान को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की खूब खिंचाई हो रही है, पहले बीजेपी ने उन्हें इस बयान के लिए आड़े हाथों लिया और अब एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने अखिलेश यादव को इतिहास पढ़ने की सलाह दी है। बता दें कि उत्तर प्रदेश के हरदोई में अखिलेश यादव ने कहा कि, सरदार पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्थान में पढ़े और बैरिस्टर बने। वे बैरिस्टर बने और उन्होंने भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। वे कभी किसी संघर्ष से पीछे नहीं हटे। अखिलेश की इस टिप्पणी के बाद भारतीय जनता पार्टी ने उनपर चुनाव से पहले मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाया है, वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश के इस बयान को तालिबानी मानसिकता करार दिया है, और अखिलेश से अपने बयान पर माफी की मांग की। असदुद्दीन ओवैसी ने भी अखिलेश की इस टिप्पणी पर कहा है कि अगर अखिलेश यादव सोचते हैं कि इस तरह के बयान देकर वह लोगों के एक वर्ग को खुश कर सकते हैं, तो मुझे लगता है कि वह गलत हैं। अखिलेश यादव को यह समझना चाहिए कि हमारे बुजुर्गों ने द्वि-राष्ट्र सिद्धांत को खारिज कर दिया और भारत को अपने देश के रूप में चुना। उन्हें खुद को शिक्षित करना चाहिए और कुछ इतिहास पढ़ना चाहिए।
5- पंजाब कांग्रेस में अपने तल्ख तेवरों के साथ सिद्धू लगातार फॉम में बने हुए हैं। पहले कैप्टन और अब नए सीएम चन्नी पर उनके हमले जारी हैं। एक तरफ जहां पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार ने सोमवार को जनता लुभावन कई घोषणाएं की तो वहीं दूसरी तरफ इऩ घोषणाओं को लेकर सिद्धू ने चन्नी पर जमकर निशाना साधा। सोमवार को चन्नी कैबिनेट ने पंजाब की जनता को बिजली का रेट सबसे कम करने के साथ सरकारी कर्मचारियों को बढ़े हुए डीए की सौगात दी तो वहीं एक कार्यक्रम के दौरान पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने जनता को आगाह किया कि लॉलीपॉप के झांसे में आकर वोट मत डालना बल्कि एजेंडे पर वोट डालना।
लोकसभा की 3 और 13 राज्यों की 29 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आएंगे।