आज रविवार है, तारीख 31 अक्टूबर; कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष और दशमी तिथि
1- आज यानी 31 अक्टूबर की तारीख को भारत के पहले उप प्रधान मंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को National Unity Day यानि राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है, इस साल सरदार वल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती है, सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर गुजरात के नर्मदा जिले के केवड़िया में उनकी 182 मीटर ऊंची प्रतिमा के पास राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह का आयोजन किया जा रहा है, इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के तौर पर आज यहां पहुंचे, और कार्यक्रम को संबोधित करेंगे, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का रिकॉर्डेड संदेश चलाया जाएगा।
2- अपने 5 दिन के यूरोपीय दौरे के दूसरे दिन कल शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इटली की राजधानी रोम के रोमा कन्वेंशन सेंटर में हो रही G-20 समिट में शामिल हुए। यहां G-20 देशों के नेताओं की बैठक हुई जिसमें कोरोना महामारी के बाद शनिवार को पहली बार दुनिया की आर्थिक महाशक्तियों के नेता शिखर वार्ता के लिए आमने-सामने बैठे। पीएम मोदी ने इस दौरान कोविड-19 के खिलाफ लड़ने में भारत के योगदान पर प्रकाश डाला और वन अर्थ, वन हेल्थ के दृष्टिकोण के बारे में बात की। बैठक में पीएम मोदी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, यूके के पीएम बोरिस जॉनसन जैसे कई ग्लोबल लीडर मौजूद थे। इस बैठक में G-20 देशों के लीडर्स के बीच वैश्विक तापमान को डेढ़ डिग्री सेल्सियस तक घटाने की कोशिशों पर सहमति बनने के साथ साथ गरीब देशों के लिए वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। G-20 समिट में शामिल होने से पहले पीएम मोदी ने वेटिकन सिटी के दौरे के दौरान कैथोलिक क्रिश्चियन्स के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस से मुलाकात की। ये दोनों की पहली मुलाकात थी, पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत यात्रा के लिए निमंत्रण भी दिया है। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात के लिए 20 मिनट का टाइम फिक्स था लेकिन दोनों के बीच करीब घंटेभर बातचीत हुई और बातचीत के दौरान पोप ने कोरोना काल में दूसरे देशों की मदद के लिए भारत की तारीफ की। साथ ही पर्यावरण संरक्षण व गरीबी उन्मूलन के उपायों पर चर्चा हुई।
3- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गोवा में चुनाव अभियान शुरु कर दिया है, कल शनिवार को राहुल गांधी बेम्बोलिम से मोटरसाइकिल पर सवार होकर पणजी के आजाद मैदान पहुंचे। कांग्रेस ने उनकी इस बाइक राइड का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिसमें राहुल गांधी हेलमेट लगाए, मास्क पहने मोटरसाइकिल पर पीछे बैठकर घूमते नजर आ रहे हैं। बता दें कि राहुल जिस बाइक पर सवार नजर आए ये पायलट सेवा है, जो गोवा में आम आदमी की मोटरसाइकिल टैक्सी सर्विस है और बेहद पॉपुलर है। आम जनता को लुभाने के लिए आम आदमी के अंदाज में लोगों के बीच पहुंचने का उनका ये तरीका मतदाता को अपने पक्ष में करने की एक अनोखी कोशिश कही जा सकती है। अपने इस अनोखे तरह के चुनाव अभियान के दौरान राहुल गांधी ने फ्यूल के आसमान छूते दामों को लेकर केन्द्र पर निशाना साधा, उन्होंने कहा जब कांग्रेस की सरकार थी तब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम 140 डॉलर तक पहुंचने के बाद भी पेट्रोल डीजल की कीमतें इतनी नहीं बढ़ी थीं, आज अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम उतने न होने के बाद भी तेल के दाम बढ़े हुए हैं। पूरी दुनिया में भारत पेट्रोल पर सबसे ज्यादा टैक्स लगाता है। और इसका फायदा सिर्फ 4-5 बिजनेसमैन को ही मिल रहा है। राहुल गांधी ने वेलसाव में मछुआरों से भी मुलाकात की और वादा किया कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर उनकी समस्याएं दूर होंगी।
4- गोवा में विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 2022 की शुरुआत में खत्म हो रहा है ऐसे में आने वाले विधानसभा चुनावों में सभी पार्टियां अपनी अपनी-अपनी जीत के लिए जतन में लग गई हैं, इसी कड़ी में कल, शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने गोवा के तीन दिवसीय दौरे के आखिरी दिन प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान अलग ही अंदाज में बीजेपी पर निशाना साधा, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ताकतवर होने के लिए कांग्रेस पार्टी को जिम्मेदार बताया और कहा कि कांग्रेस के निर्णय न ले पाने का अंजाम देश भुगत रहा है। ममता ने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पर सही फैसले न लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शक्तिशाली बनेंगे क्योंकि कांग्रेस पार्टी राजनीति को लेकर गंभीर नहीं है। ममता ने कहा कि कांग्रेस को पहले भी मौका मिला लेकिन बीजेपी के खिलाफ लड़ने के बजाय वो मेरे राज्य में मेरे खिलाफ लड़े। जब ममता से सवाल किया गया कि कांग्रेस को कैसे फैसले लेने चाहिए तो उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस के बारे में चर्चा नहीं करने जा रही हूं क्योंकि यह मेरी पार्टी नहीं है। मैं सिर्फ अपने राजनीतिक दल के बारे में कह सकती हूं और हम बीजेपी के आगे घुटने टेकने वाले नहीं हैं।
5- कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने फैसले पर अटल हैं कि वे जल्द अपनी नई पार्टी के साथ अपने राजनीतिक सफर को आगे बढ़ाएंगे साथ ही उन्होंने एक बार फिर ये साफ कर दिया कि कांग्रेस से वो सुलह के मूड में बिल्कुल नहीं है। कैप्टन ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सपोर्ट के लिए उनका धन्यवाद करते हुए फिर से कांग्रेस में न रहने की अपनी बात दोहराई। ऐसी खबरें थी कि कैप्टन के कांग्रेस छोड़ने के फैसले के बाद कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं द्वारा उन्हें पार्टी में बने रहने के लिए मनाया जा रहा है, लेकिन कैप्टन ने ऐसी किसी भी बात से साफ इनकार किया है और जल्द अपनी पार्टी लॉन्च करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि मैं जल्द ही अपनी पार्टी लॉन्च करूंगा। जिसमें भाजपा और अकाली दल के बागी धड़े के साथ पंजाब चुनाव लड़ूंगा। उन्होंने साफ किया कि किसान आंदोलन का हल निकलने के बाद ही वो इस दिशा में आगे बढ़ेंगे, और पंजाब व किसानों के हित में एक मजबूत ताकत बनाएंगे। वैसे इतना तो तय है कि अमरिंदर नई पार्टी के साथ चुनाव जीतें या न
जीतें लेकिन उनके इस कदम से कांग्रेस की जीत पर तलवार लटक सकती है।
6- ड्रग मामले में 28 दिन हिरासत में रहे शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान, सशर्त मिली जमानत के बाद कल अपने घर मन्नत पहुंचे। एक तरफ जहां आर्यन की जमानत से शाहरुख के फैन्स में खुशी का माहौल है तो वहीं एक दूसरा पक्ष है जो उनके काफी खिलाफ है, और ये खिलाफत या कहें तंज दिखाई दिया जानेमाने फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा के ट्वीट में, जिन्होंने आर्यन की रिहाई के कुछ वक्त बाद ही ट्वीट किया, In Bollywood, Diwali has always been reserved for a Khans release. This Diwali also Khan got released. दरअसल अक्सर हर साल दिवाली के मौके पर खान तिकड़ी की फिल्में रिलीज होती हैं, उसी को लेकर राम गोपाल वर्मा ने आर्यन की रिहाई पर ये तंज कसा कि बॉलीवुड में दिवाली हमेशा एक खान रिलीज के लिए रिजर्व रहती है। इस साल भी ऐसा ही है, एक खान रिलीज हुआ है।
7- फेस्टीवल सीजन की शुरुआत के साथ ही कोरोना के मामलों में उछाल ने सरकार का सिर दर्द बढ़ा दिया है। बता दे कि असम और पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं जिससे साप्ताहिक संक्रमण दर भी बढ़ी है, इतना ही नहीं टेस्टिंग के आंकड़ों में भी गिरावट आई है। जिसे गंभीरता से लेते हुए केन्द्र सरकार ने राज्य सरकारों को कोविड प्रोटोकॉल्स को सख्ती से लागू करने कहा है।