1- कश्मीर में सुरक्षा बलों और आतंकियों बीच जारी मुठभेड़ में कल सुरक्षाबलों ने सफलता हासिल की और गैर कश्मीरियों की हत्या करने वाले आंतकियों को कल मार गिराया। सुरक्षा बलों ने कल, बुधवार को दो अलग अलग मुठभेड़ों में दो जिला कमांडरों समेत चार आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षा बलों ने मौके से हथियार भी बरामद किए गए हैं। हालांकि दुखद ये है कि शोपियां में हुई मुठभेड़ के दौरान सेना के एक जवान करणवीर सिंह शहीद हो गए जबकि दो जख्मी हैं। दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में हुई मुठभेड़ में मारे गए दो आतंकियों में एक आदिल वानी, पुलवामा में मारे गए उत्तर प्रदेश के कारपेंटर सगीर अहमद की हत्या में शामिल था। जबकि दूसरे आतंकी की शिनाख्त अभी नहीं हुई है। इसके अलावा दूसरी मुठभेड़ कुलगाम में हुई, इसमें भी सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को ढ़ेर किया। ये आतंकी रविवार को वंपोह में हुई दो बिहारी श्रमिकों की हत्या में शामिल थे। जानकारी मिली है कि ये सभी आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट से जुड़े हैं। बता दें कि कश्मीर में बीते 2 हफ्ते में सुरक्षा बलों ने 11 मुठभेड़ों में 17 आतंकियों को मार गिराया है।
2- मुंबई की स्पेशल NDPS कोर्ट में कल फिर आर्यन खान की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई लेकिन आर्यन को जमानत नहीं मिल सकी। कोर्ट ने आर्यन खान के साथ अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमीचा को भी जमानत देने से इनकार कर दिया है। आर्यन खान की वॉट्सऐप चैट उनकी जमानत के आड़े आ गई, जो इस केस में एक अहम सबूत बनी। आर्यन की वॉट्सऐप चैट से पता चला है कि वो काफी वक्त से अवैध ड्रग एक्टिविटी में शामिल होने के साथ साथ ड्रग पेडलर्स और सप्लायर के संपर्क में भी था। कोर्ट ने एनसीबी की इस दलील को सही माना कि भले आर्यन खान का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है लेकिन उसकी वॉट्सऐप चैट से ये साफ पता चलता है कि वो ड्रग एक्टिविटी में बीते काफी वक्त से शामिल है। कोर्ट ने ये भी माना कि आर्यन के पास भले ड्रग बरामद नही हुई लेकिन अरबाज मर्चेट के पास से मिली 6 ग्राम चरस के बारे में आर्यन को पूरी जानकारी थी। आर्यन को यह भी पता था कि अरबाज ने अपने जूतों में ड्रग्स छिपाई हैं। कोर्ट ने कहा कि जमानत मिलने के बाद आर्यन फिर से ड्रग्स ले सकता है, और केस के लिए अहम सबूतों से छेड़छाड़ या उन्हें मिटा सकता है। वहीं सेशन कोर्ट से जमानत अर्जी खारिज होने के बाद आर्यन खान के वकील ने जमानत के लिए हाई कोर्ट में जमानत याचिका दायर की है, जिसपर आज सुनवाई हो सकती है।
3- निहंग बाबा अमन सिंह की तस्वीर जैसे ही केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के साथ सुर्खियों में छाने लगी किसान आंदोलन को बदनाम करने की साजिश की अफवाहें भी मजबूत होने लगीं और साथ ही ये भी साफ हुआ कि निहंग बाबा अमन सिंह सुर्खियों के लिए कोई नए नहीं हैं, विवादों से इनका पुराना रिश्ता है। वैसे निहंग बाना अमन सिंह इन दिनों सुर्खियों में इशलिए हैं क्योंकि सिंघु बॉर्डर पर 15 अक्टूबर की सुबह जिन 4 निहंगों द्वारा एक दलित युवक लखबीर की हत्या की गई है वे चारों ही इन्हीं बाबा अमन सिंह के दल से हैं। पुलिस के सामने सरेंडर करने वाले चारों निहंगों का कहना है कि तरनतारन जिले के चीमा गांव के लखबीर सिंह ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की थी, इसलिए उसे ये सजा दी गई, ताकि कोई और फिर ऐसी गलती करने की हिम्मत न करे। वैसे दल के मुखिया बाबा अमन सिंह के खिलाफ पहले भी नशा तस्करी और मारपीट के कई केस पहले से दर्ज हैं, इतना ही नहीं कुछ वक्त पहले ही वो कपूरथला जेल में भी बंद रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ केन्द्रीय कृषि मंत्री के साथ बाबा की जो तस्वीर सुर्खियों में है वो 5 अगस्त 2021 की है, जो केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी के घर ली गई। ये तस्वीरें सामने आने के बाद बाबा अमन सिंह पर भी सवाल उठ रहे हैं, जिनको लेकर बाबा अमन सिंह का कहना है कि 27
अक्टूबर को सिंघु बॉर्डर पर बुलाई गई निहंग जत्थेबंदियों की ‘धार्मिक स्वतंत्रता’ में इन सारे सवालों का जवाब देंगे।
4- पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह भले पार्टी छोड़ चुके हैं, लेकिन सिद्धू के खिलाफ कांग्रेस को उनकी नसीहतें और चेतावनियां लगातार जारी हैं। सिद्धू को लेकर एक बार फिर अमरिंदर कांग्रेस पर बरसे, और कहा कि नवजोत सिद्धू को प्रधान बनाकर कांग्रेस पछताएगी, लेकिन तब बहुत देर हो चुकी होगी। साथ ही अमरिंदर ने ये भी कहा कि सिद्धू कांग्रेस में रहें या न रहें पर वो अब कांग्रेस में दोबारा नहीं जाएंगे। क्योंकि अब सरकार दिल्ली से चल रही है, मंत्रियों के फैसले भी वहीं से हो रहे हैं, मैं जब तक CM रहा, खुद ही सब फैसले किए, लेकिन ऐसे हालात में काम करना संभव नहीं था इसलिए कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने ये भी कहा कि 6 महीने पहले पंजाब में कांग्रेस जीत की तरफ बढ़ रही थी लेकिन अब पतन की राह पर है, मैंने सोनिया गांधी से कहा था कि चुनाव जीतने के बाद मैं राजनीति छोड़ दुंगा फिर आप जिसे चाहें सीएम बनाएं, लेकिन मुझे बताए बिना विधायकों की मीटिंग हईं और मुझे इस्तीफा देने को कहा गया, लेकिन मैं पंजाब की सुरक्षा और किसान आंदोलन के मुद्दे नजरअंदाज करके बैठ नहीं सकता इसलिए राजनीति नहीं छोड़ी। इस बीच अमरिंदर ने कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को लेकर संकेत दिया कि इसका समाधान भी जल्द होगा। बता दें कि कैप्टन अब अपनी पार्टी बनाने की तैयारी में हैं जो किसान आंदोलन का हल निकालने पर बीजेपी से गठजोड़ करेगी।
5- केन्द्र सरकार का लक्ष्य है इस साल के अंत तक देश की पूरी व्यस्क आबादी का वैक्सीनेशन, इस बारे में बात करते हुए कल, बुधवार को फिक्की की “हेल्थकेयर एक्सीलेंस अवार्ड्स सेरेमनी” को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की केंद्रीय राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने कहा कि अभी तक 99 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं, सरकार ने इस साल के अंत तक देश की पूरी वयस्क आबादी का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है। इस दौरान उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने 100 करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा पार करने का जश्न मनाने की तैयारी भी शुरू कर दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया गुरुवार को यानि आज, इसे लेकर एक गीत और ऑडियो विजुअल फिल्म लॉन्च करेंगे, जो राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में लाल किले पर होगी। मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में ये भी कहा गया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बीमा योजना को 180 दिन के लिए और बढ़ा दिया गया है,
बता दें कि इस पॉलिसी की वर्तमान समय सीमा 20 अक्तूबर यानी कल खत्म हो रही थी, जिसे 180 दिन के लिए और बढ़ा दिया गया है।